हमारा शरीर हड्डियों, मांसपेशियों और त्वचा के साथ ही विभिन्न तरल पदार्थों के मेल से बना हुआ है। इन्ही में खून सबसे अहम तरल है। खून के ही जरिए शरीर के सभी अंगों में ऑक्सीजन का संचार होता है और वह जीवित रहते हैं। बता दें कि हर व्यक्ति के खून का प्रकार एक-दूसरे के खून से भिन्न को सकता है। यही वजह है कि बच्चे का ब्लड ग्रुप भी अपने भाई-बहनों से भी अलग होता है। हालांकि, कुछ मामलों में ऐसा भी देखा गया है कि बच्चों का ब्लड ग्रुप उनके पेरेंट्स से भी अलग हो सकता है।
आखिर बच्चे का ब्लड ग्रुप अपने माता-पिता के ब्लड ग्रुप से कैसे अलग हो सकता है, इसी विषय के बारे में इस लेख में बताया गया है। पढ़ने के लिए स्क्रॉल करें।
ब्लड ग्रुप कितने प्रकार के होते हैं?
मुख्य रूप से ब्लड ग्रुप या रक्त के प्रकार चार हैं। इन सभी प्रकार के ब्लड ग्रुप के भी दो प्रकार होते हैं, जो हैं:
इस तरह कुल मिलाकर रक्त के आठ प्रकार हैं। यानी किसी भी व्यक्ति या बच्चे का कोई भी ब्लड ग्रुप हो, वो या तो RhD पॉजिटिव होगा या फिर RhD नेगेटिव होगा। इसी तरह ब्लड ग्रुप के अनुसार बीमारी भी एक जैसी हो सकती है। यानी बच्चे को माता-पिता में अपने ब्लड ग्रुप के अनुसार बीमारी भी मिल सकती है।
क्या माता-पिता से बच्चे का ब्लड ग्रुप अलग हो सकता है?
क्या बच्चे का ब्लड ग्रुप अपने पेरेंट्स से चेंज होता है या नहीं, इसका सीधा जवाब है हां। कुछ स्थितियों में ऐसा संभव होते हुए देखा गया है कि बच्चों का ब्लड ग्रुप उनके पेरेंट्स से अलग है। यानी अगर किसी कपल में माँ का ब्लड ग्रुप ए (A) है और पिता का ब्लड ग्रुप बी (B) है, तो उनके बच्चे का ब्लड ग्रुप ओ (O) या एबी (AB) भी हो सकता है।
कैसे तय होता है बच्चे का रक्त समूह?
नीचे हम सामान्य किसी बच्चे का ब्लड ग्रुप क्या हो सकता है, इसकी जानकारी दे रहे हैंः
बच्चों का ब्लड ग्रुप / चित्र स्रोतः फ्रीपिक
अगर माता-पिता दोनों का ही रक्त समूह O है, तो उनके शिशु का रक्त समूह O हो सकता है।
अगर माता-पिता दोनों का ही रक्त समूह A है, तो उनके शिशु का रक्त समूह A हो सकता है।
अगर माता-पिता दोनों का ही रक्त समूह B है, तो उनके शिशु का रक्त समूह B हो सकता है।
अगर माता-पिता दोनों का ही रक्त समूह AB है, तो उनके शिशु का रक्त समूह AB हो सकता है।
अगर माता या पिता में से किसी एक का ब्लड ग्रुप O और A है, तो बच्चे का ब्लड ग्रुप O या A में से कोई एक हो सकता है।
अगर माता या पिता में से किसी एक का ब्लड ग्रुप O या B है, तो बच्चे का ब्लड ग्रुप O या B में से कोई एक हो सकता है।
अगर माता या पिता में से किसी एक का ब्लड ग्रुप O या AB है, तो बच्चे का ब्लड ग्रुप O, A, B या AB में से कोई भी एक हो सकता है।
अगर माता या पिता में से किसी एक का ब्लड ग्रुप A या B है, तो बच्चे का ब्लड ग्रुप A या B में से कोई एक हो सकता है।
अगर माता या पिता में से किसी एक का ब्लड ग्रुप A या AB है, तो बच्चे का ब्लड ग्रुप A, B या AB में से कोई भी एक हो सकता है।
अगर माता या पिता में से किसी एक का ब्लड ग्रुप B और AB है, तो बच्चे का ब्लड ग्रुप B, A या AB में से कोई एक हो सकता है।
कैसे अलग हो सकता है बच्चे का रक्त समूह?
आमतौर पर कैसे तय होता है बच्चे का रक्त समूह यह उसकी माँ के रक्त समूह या पिता के रक्त समूह पर ही निर्भर कर सकता है। हालांकि, कुछ स्थितियों के कारण बच्चे का ब्लड ग्रुप पेरेंट्स के ब्लड ग्रुप से भिन्न हो सकता है। हालांकि, ऐसा बहुत ही दुर्लभ मामलों में देखा जा सकता है। निम्नलिखित कारणों की वजह से ऐसा हो सकता है, जैसेः
जेनेटिक्स बदलाव
शारीरिक संरचना में बदलाव
आनुवांशिक कारण
ब्लड टाइप डाइट – यह एक तरह की डाइट होती है। अगर कोई गर्भवती गर्भावस्था के दौरान किसी खास वजह से या डॉक्टरी सलाह के अनुसार ‘ब्लड टाइप डाइट’ का सेवन करती हैं, तो इसकी संभावना बढ़ सकती है कि उसके होने वाले बच्चे का ब्लड ग्रुप उससे या उसके साथी से अलग हो।
कैसे तय होता है बच्चे का ब्लड ग्रुप / चित्र स्रोतः फ्रीपिक
ओ नेगेटिव और ओ पॉजिटिव ब्लड ग्रुप – ओ पॉजिटिव ब्लड ग्रुप विशेषताओं से भरा हुआ है। इस रक्त समूह के व्यक्ति शारीरिक रूप से मजबूत हो सकते हैं। ये हमेशा आत्मविश्वास से भरे भी रह सकते हैं। इनके लिए मांस, मछली, सब्जियां और फलों के साथ ही प्रोटीन युक्त खाद्य अच्छा माना जा सकता है।
ए नेगेटिव और ए पॉजिटिव ब्लड ग्रुप – ए ब्लड ग्रुप के लोगों को बुद्धिमान माना जा सकता है। यानी अगर सबसे तेज दिमाग किस ब्लड ग्रुप वालों का होता है, तो इसका जवाब ए ब्लज ग्रुप भी हो सकता है। ये काफी भावनात्मक भी हो सकते हैं। इनके लिए बीन्स जैसी सब्जियां, अनानास जैसे फल और सीफूड अधिक अच्छा माना जा सकता है।
बी नेगेटिव और बी पॉजिटिव ब्लड ग्रुप – बी नेगेटिव या बी पॉजिटिव ब्लड ग्रुप वाले लोग कैसे होते हैं, इसके बारे में बताया गया है कि इस रक्त समहू के व्यक्ति, लचीले और रचनात्मक हो सकते हैं। इन्हें अपने हर कार्य में संतुलन पसंद हो सकता है।
एबी नेगेटिव और एबी पॉजिटिव ब्लड ग्रुप – AB पॉजिटिव ब्लड ग्रुप की विशेषता की बात करें, तो इन्हें आध्यात्मिक विचार वाला कहा जा सकता है। इसके अलावा, सबसे तेज दिमाग किस ब्लड ग्रुप वालों का होता है, इसका एक अन्य एबी ब्लड ग्रुप को भी माना जा सकता है। इस रक्त समूह के लोग आकर्षक, रोमांचक और भावनात्मक हो सकते हैं।
बच्चे का ब्लड ग्रुप अपने अपने माता-पिता से क्यों अलग हो सकता है, इस विषय पर अभी उचित शोध किए जा रहे हैं। हालांकि, मौजूदा समय में ऐसे कई मामले हैं, जिससे यह पुष्टि होती है कि बच्चों का ब्लड ग्रुप अपने पेरेंट्स से चेंज हो सकता है। उम्मीद है कि बल्ड ग्रुप के हिसाब से खासियत से जुड़ा हमारा यह लेख आपको पसंद आया होगा और इसे अपने दोस्तों व अन्य करीबी लोगों के साथ भी जरूर साझा करेंगे।