ढल गयी है ख्वाहिशें
अब बस सुकून तलाशते हैं,
छिप गया है जो मन के अंधेरों मे
वो जुनून तलाशते हैं।
नामुमकिन से कुछ ख्वाब थे
उलझे हुए थे सपनों मे,
आज भी दिल के एक कोने मे उनको तराशते हैं,
और दबी हुई सी उस जिद,
उस जिंदादिली को तलाशते हैं।
मुस्कुराती है उलझने
ढलती हुई ख्वाहिशो को देखकर,
हम खुद मै खुद को अब कुछ यूं तलाशते हैं,
कि अब बस सुकून तलाशते हैं।
BabyChakra User
Khushboo Chouhan Ritu Mittal plz invite her to join creator club in hindi great post
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BabyChakra User
Kya khub !!!