आज मैं आपके साथ अपने c-section की स्टोरी शेयर कर रही हूँ।
वैसे तो मैं मुझे 3 महीने बाद पता चला कि मैं प्रेग्नेंट हूं मुझे प्रेगनेंसी के दौरान कभी कोई खास दिक्कत नहीं हुई बस उल्टियां हुई वह भी 3 महीने तक मेरी बॉडी में सूजन 5 महीने से शुरू हो गई थी और वह 9 महीने तक बनी रही यहां तक की डिलीवरी होने के बाद भी मेरे पांव सूजे हुए थे। अब जबकि नवा महीना चल रहा था। तारीख 27 सितंबर मुझे कुछ गलत सा महसूस हो रहा था। हल्का हल्का पानी जाने लगा था और पेट बहुत टाइट लग रहा था।
रविवार था अनंत चतुर्दशी था मेरा व्रत था सभी लोग परेशान हो गए और जो कि उस दिन जहां में दिखा दी थी वह क्लीनिक बंद रहता है तो मैं दूसरे डॉक्टर से संपर्क करने गई वहां भी डॉक्टर नहीं थी फिर मैं डॉक्टर के पास गई जिसको मैं दिखा दी थी पहले तो उन्होंने प्राइवेट में देखने से मना कर दिया फिर हम लोगों ने बहुत रिक्वेस्ट की उन्होंने मुझे एडमिट किया और ग्लूकोज की बोतल चढ़ाई ।मैं रात में डिस्चार्ज हो गई तभी मैं डॉक्टर से पूछी कि क्या डिलीवरी नॉरमल होगी और कब तक होगी तो उन्होंने 3 अक्टूबर का डेट दिया ।कहीं जब दर्द होगा तब आना। मुझे हमेशा यही मतलब कि मैं डिलीवरी नॉर्मल होगी इन तीनों बहनों की डिलीवरी ऑपरेशन से हुई थी लेकिन मुझे लगता था कि मेरी नॉर्मल होगी ।पर दो दिन बाद रात की 2:00 बजे मेरी पानी की थैली फट गई और मुझे बहुत सारा पानी गिरा मैं तो बहुत घबरा गई है और तुरंत अपनी बड़ी बहन को फोन किया तो उसने कहा कि छठ से तुम डॉक्टर के पास जाओ फिर मैंने अपनी जेठानी को बुलाया उन्होंने भी सास को बुलाया और कहा कि डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए मेरे मेरे घर के पास एक हॉस्पिटल था जहां मैं 2:30 बजे के करीब पहुंची वहां डॉक्टर तो नहीं पर नर्स मिली कि मुझे चेक किया ओवरी का मुंह कितना खुला है उनके चेक करने में मुझे बहुत दर्द हो रहा था उन्हें ने कहा कि बच्चा बहुत ऊपर है और बच्चेदानी का मुंह नहीं खुला है और अभी दर्द भी नहीं हो रहा है दर्द हो तब आना अभी आराम करो मैं घर वापस आ गई ।घर आते ही मुझे दर्द होने लगा ।मैं बस सुबह का इंतजार कर रही थी किस तरह से 5:00 बजे और मैं घर में नीचे के रूम में थी। मुझे दर्द बर्दाश्त नहीं हो रहा था बस में टहल रही थी। सोने की कोशिश कर रही थी ना सो पा रही थी ना बैठ पा रही थी ना टहल पा रहे थे बस इंतजार कर रहा हूं कब सुबह हो। जब सुबह कोई तो मैंने अपने सास से कहा कि मुझे बहुत दर्द हो रहा है । फिर जब 8:00 बजे तो मैं अपनी सास के साथ हॉस्पिटल गई उन्होंने हॉस्पिटल जाने से पहले मेरा बैग पैक किया और मुझे चाय में घी डालकर के पीने को कहा। हॉस्पिटल में डॉक्टर अभी आई नहीं थी डॉक्टर 9:00 बजे आने वाली थी फिर मैं अपने नंबर का वेट करने लगी और वही लेट रही थी टहल रही थी दर्द बर्दाश्त नहीं होता तो डॉक्टर से जब मिली तो डॉक्टर ने भी वही कहा कि बच्चा बहुत ऊपर है और बच्चेदानी का मुंह भी नहीं खुला है तो आपको ऑपरेशन कराना होगा। वहां कान्हा की फोटो लगी थी मैं उनसे कहा जल्दी आओ डिलीवरी नार्मल हो। यह हॉस्पिटल घर से थोड़ी दूरी पर था। इसलिए मैंने सेकंड ऑपिनियन लेना जरूरी समझा और वहां से घर वापस आ गई जो कि मेरे घर के पास जो हॉस्पिटल था फिर मैं वहां गई वहां तो मुझे डॉक्टर लेने से मना कर रही थी एडमिट करने से मना कर रही थी। क्योंकि कभी मैं उनको नहीं दिखाई थी तो भी सारी रिपोर्ट लेकर गई थी मेरी सास को डॉक्टर से रिक्वेस्ट किया आप देख लीजिए उन्होंने भी चेक किया । अब तो ब्लीडिंग भी चालू हो गई थी।ऑपरेट के लिए बोला और टाइम 12:00 बजे का दिया हम लोग तो रेडी थे अब तो बस यही लग रहा था कि बस जल्दी से बच्चा हाथ में आ जाए और दर्द बर्दाश्त के बाहर था 12:00 ऑपरेशन थिएटर में ले गई मुझे anaesthesia का इंजेक्शन दिया गया और आंखें बंद कर दी गई। फिर भी मैं धुंधली यादों में थी और मुझे बच्चे की रोने की आवाज हल्की-हल्की मुझे पीले रंग में बच्चा नजर आया। मैंने पूछा कि क्या हुआ है और उन्होंने बताया बेटी हो गई है। और उनसे समय पूछा तो उन्होंने बताया 1:12 पर हुई है।
सच बताऊं तो मुझे पहला बच्चा बेटा चाहिए था। पर भगवान की इच्छा यही थी वैसे भी बेटियां बहुत समझदार होती हैं। और लगता है भगवान ने मेरी जरूरत कुछ सोचते हुए ही मुझे पहले बेटी है जो बहुत समझदार है और मुझे उस पर गर्व है। कान्हा के रूप में राधिका का जन्म हुआ है तभी तो मैं कहती हूं और मेरी राधा और मेरा कान्हा दोनों है। और जब उसे मैंने गोद में लिया खुशी से गौरवान्वित हो गई कि आज मेरा एक नया जन्म हुआ और मैं मां बन गई मां बनकर ही जाना की मां बनना कितना मुश्किल होता है एक मां ही है जो इतना त्याग कर सकती है। मुझे अपनी मां पर और मेरी मां बनने पर गर्व है। #bbcreatorsclub #csectionstory #csection #mydelivery #merikalamse #healthnotes
Anamika patel
Wowww.... Beautiful C-section story... Thodi painful bhi he. But apke Ghar Laxmi aayi he dear
Kavita Jaiswal
PMayuri Kacha Reshma Chaudhary Shirin kausar Qureshi Aarzoo priya rajawat Priya Sharma Sonali Puneet Maggu roje panda Himani Sharma Sarita Rautela kiran kumaridurga salvi Sonam patelPriti RathodAnaya MeenaSaroj Manoj DewalAnu ChauhanAnshu Jhaanjna gautamSejal Parmar Dauly Solanki Pooja Manoj DhimanSania BhushanDr. Pradeep kumarShristhy thapa
Priya Sharma Vikram Singh manisha neeraj Singh tomar Ashiyana Shaikh Mayuri Kacha princy Urmila Rao Molla Tuhina beagum
Reshma Chaudhary kiran kumari Himani Sunita Pawar
Urmila kanwarKhushboo Chouhan poonam savita Nita chavdaSoma SurSaroj Dewal
K Komal kavita jaiswal Muskan Jain Mayuri Kacha nena vashu
Madhu Tiwari Sapna sharma Andrea Kittan Khushboo Chouhan परी यादव ( paritma)
Urmila RaoSonam PatelNandini SisodiaHimani SharmaPinki MishraRitu rathoreSangeeta nena sharma (payal)@mini552 Nisha Sharma (Hiral)pooja thakur Sonaharish Sania Bhushan
Bhawna JaiswalSushma gautam Pooja DmnImran ChanaPriya Dubey
Muskan JainParul_tiwari@a_magical_voiceRooptara
madhuTiwari(shivanshkemaa)
Informative post dear and Jo god dega hoi hota h humare khane say kuch nhi hota h girl or boy sab barber h dear
Rosy Panda
Hamare yahan kehte hai 1st beti ho toh mama papa ke liye achi hai,or fir laxmiji aaye hai beta 2nd time hojayega
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Sonam patel
Bahut pareshani hoti hai sach me. Hats off ki aapne itna dard saha