जब बच्चा छोटा होता है तो उसका शरीर मालिश करने से स्वस्थ रहता है। कई अध्ययनों में भी यह बात सामने आ चुकी है कि बेबी मसाज के कई लाभ होते है। मालिश या मसाज करने से बच्चे का शरीर आरामदायक हो जाता है और वह उसे अच्छी नींद आती है। अगर बच्चे को पेट खराब होने की और गैस की समस्या होती है तो इसमें भी मसाज से काफी लाभ मिलता है। बच्चे को प्यार से सहलाएं, उसके शरीर पर हल्का गुनगुना तेल लगाएं और हल्के हाथों से सही तरीके से मसाज करें। मसाज से बच्चे का शारीरिक स्वास्थ्य भी बनता है और आपका प्यारा स्पर्श उसे आपके करीब ले आता है। बच्चे को मसाज देने से पहले बेबी मसाज टिप्स को जानना जरूरी होता है ताकि आप सही तरीके से मसाज कर पाएं। यहां बेबी मसाज के स्वास्थ्य लाभ के बारे में बताया जा रहा है कि बच्चे की मालिश करने से उसके शरीर को क्या - क्या फायदे होते हैं।
बॉन्डिंग बेबी मसाज करने से मां और बच्चे के बीच अच्छी बॉन्डिंग बन जाती है। बच्चे को मां का स्पर्श समझ में आने लगता है और वह सुरक्षित और राहत महसूस करता है। इससे उसे सारा समय आराम मिलता है और वह अपनी मां के क्लोज हो जाता है।
अच्छी नींद मसाज करने के बाद बच्चे के शरीर को आराम मिल जाता है और उसे बढिया सी नींद आ जाती है। बच्चे की मसाज करने के बाद उसे दूध पिला दें, वह आराम से सो जाएगा। इस दौरान आप चाहें तो सॉफ्ट म्यूजिक लगा सकती हैं। बच्चे को आपका स्पर्श प्यारा लगेगा और वह खुद को सुरक्षित महसूस करेगा।
ब्लड़ सर्कुलेशन यह बात सभी को पता होती है कि मसाज करने से बॉडी में ब्लड़ सर्कुलेशन अच्छी तरह होता है। हर दिन बच्चे की मसाज करने से उसके शरीर में रक्त का संचार अच्छे से होता है और उसका शरीर मजबूत बनता है। यह मसाज का सबसे बड़ा स्वास्थ्य लाभ होता है।
गैस दूर भगाएं कई बार छोटे बच्चों को गैस की समस्या हो जाती है जिससे उन्हे दर्द होता है लेकिन वह कह नहीं पाते हैं। अपने बच्चे के शरीर को मसाज करें ताकि उसके पेट में बनने वाली गैस निकल जाएं और उसे राहत मिलें। गैस को बाहर निकालने का यह सबसे अच्छा तरीका होता है।
कब्ज न होने दे बच्चों में कब्ज की समस्या आम होती है। अगर बच्चे को सही तरीके से पॉटी नहीं आती है तो उसकी मालिश करें, इससे उसे अवश्य लाभ होगा। बच्चे के पेट पर हल्के हाथों से मालिश करें, जिससे उसके पेट को आराम मिलेगा और कब्ज की समस्या दूर भाग जाएगी।
आराम दे अच्छी तरह से की जाने वाली मसाज से बच्चे के शरीर को आराम मिलता है। बच्चे के विकास में उसके शरीर का रिलैक्स होना सबसे जरूरी होता है। अगर बच्चा बहुत ज्यादा रोता है तो मसाज करने से उसे पक्का आराम मिलेगा। वैसे मसाज के दौरान अगर बच्चा रोए तो परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि बच्चों को मालिश या मसाज करवाना पसंद नहीं होता है।
बौद्धिक विकास मसाज से मां और बच्चा दोनों एक दूसरे के करीब आते हैं। इस दौरान मां, बच्चे से कई बातें करती है और उसे प्यार देती है, नई - नई चीजें या हरकतें सिखाती है जिससे बच्चे का मानसिक विकास होता है। बेहतर होगा कि मसाज के समय बच्चे को कोई गाना सुनाएं या उससे बातें करें।
रसव के बाद के डिप्रेशन का इलाज बेबी मसाज से सिर्फ बच्चे के स्वास्थ्य को ही लाभ नहीं मिलता है बल्कि बच्चे को जन्म देने वाली मां को भी मानसिक तौर पर आराम मिलता है। प्रसव के बाद होने वाले डिप्रेशन को बेबी मसाज दूर भगाता है। बेबी मसाज से मां की बच्चे के साथ मेंटल बॉन्ड बढ़ता है। #hindibabychakra #motherhoodmadness
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Roop Tara
Nice