बच्चों के जन्म के बाद आने वाले दांत को दूध का दांत कहा जाता है। कई पैरेंट्स बच्चों के दूध के दांत की तरफ ये सोचकर भी ध्यान नहीं देते हैं कि एक समय के बाद टूट जाने है और दूसरे दांत आने है। अक्सर बचपन में मीठा खाने के शौक की वजह से बच्चों के दांतों में कीड़े लग जाते हैं। इनका सही समय पर इलाज नहीं होने से दांत टेढ़े मेढ़े आने के साथ ही बच्चों को दांतों में दर्द का अहसास हो सकता है।
पैरेंट्स को इस समस्या को गंभीरता से लेना चाहिए क्योंकि इसका असर नए दांतों पर भी पड़ सकता है। आइए जानते है कि बच्चों के दांतों में कीड़े किन वजहों से लग जाते हैं और इसका घरेलू उपाय क्या है।
बच्चों के दांतों में कीड़ा लगने के कारण...
नियमित ब्रश न करना ,
मीठे का अधिक सेवन ,
ज्यादा गर्म चीजों का सेवन ,
फास्ट फ्रूड या तली चीजों का सेवन
टॉफी या चॉकलेट खाना,
पौष्टिक आहार न लेना कैल्शियम, मैग्नीशियम, विटामिन D की कमी के कारण
घरेलू उपाय ..
1. हल्दी -
पिसी हुई हल्दी और सरसों के तेल को अच्छी तरह मिक्स करें। रोजाना बच्चों को इससे मंजन करवाएं। दिन में 2 बार ऐसा करने से बच्चों के दांतों में लगे कीड़े मर जाएंगे।
2. फिटकरी -
रोजाना फिटकरी को गर्म पानी में घेलकर बच्चों को कुल्ली कराएं। इससे दातों में कीड़े मरने के साथ-साथ बदबू भी खत्म हो जाएगी।
3.हींग-
हींग को थेड़ा सा गर्म कर लें। अब कॉटन की मदद से इसे बच्चे के कीड़े लगे दातों में रख दें। रोजना बच्चों को ब्रश करवाने के बाद ऐसा करने से दातों में लगी कीड़े की परेशानी दूर हो जाएगी।
4.लौंग -
रोजाना लौंग के तेल को कॉटन में भिगोकर दांतो के खोखले हिस्से में लगाएं। इससे दातों में लगे कीड़े भी नष्ट हो जाएंगे और बच्चें को दर्द से आराम भी मिलेगा।
5. फीलिंग करवाएं कई बार दूध के दांतों में कीड़ा लगने से कमजोर हो जाते है और इसकी वजह से इंफेक्शन होने का डर रहता है। इसलिए इसका असर रुट पर रह सकता है जिसके वजह से टेड़े-मेड़े दांतों की समस्या हो सकती है। इसी वजह से आने वाले दांत सही जगह नहीं ले पाते हैं इसलिए कैविटी की समस्या होने पर डेंटिस्ट के पास जाकर फीलिंग कराएं। #parentingtips
Recommended Articles

Isha Pal
Bahut Achi Jankari hai