प्रेग्नेंसी में क्या खाएं और क्या न खाएं - Pregnancy Me Kya Khana Or Nahi Khana Chahiye
SHIVANI VERMA द्वारा लिखित
JANUARY 9, 2019
Image: iStock
गर्भावस्था में क्या खाना चाहिए? | Pregnancy me kya khana chahiye?
गर्भावस्था में क्या नहीं खाना चाहिए? | Pregnancy me kya nahi khana chahiye?
गर्भावस्था आहार चार्ट (Pregnancy diet chart)
गर्भावस्था में खान-पान की चीज़ों से जुड़े मिथक
गर्भावस्था से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
हर गर्भवती महिला यही चाहती है कि जन्म के समय उसका बच्चा बिल्कुल स्वस्थ और तंदरुस्त हो। अपनी यह इच्छा पूरी करने के लिए गर्भवती महिलाएं अक्सर अपने आहार में कई नई चीज़ों को भी शामिल करती हैं। पर ज़्यादातर महिलाएं ऐसी होती हैं, जिन्हें यह पता नहीं होता कि गर्भ धारण करने के बाद कौन-कौन-सी चीज़ें कितनी मात्रा में खानी चाहिए।
दरअसल, गर्भावस्था के दौरान खाई जाने वाली चीज़ों के साथ कई तरह की भ्रांतियां और मिथक भी जुड़े हुए हैं। इस वजह से गर्भवती महिलाओं तक अक्सर सही जानकारी नहीं पहुंच पाती है। वे यह नहीं जान पाती हैं कि गर्भावस्था के दौरान उन्हें कौन-सी चीज़ें खानी चाहिए और कौन-सी नहीं।
मॉमजंक्शन का यह लेख उन सभी महिलाओं के लिए है, जो गर्भावस्था के दौरान खान-पान की चीज़ों से जुड़ी बिल्कुल सही जानकारी पाना चाहती हैं। इतना ही नहीं, इस लेख के साथ हम एक डाइट चार्ट भी दे रहे हैं। इस डाइट चार्ट को फ़ॉलो करके गर्भवती महिला अपना और अपने बच्चे की सेहत का सही ढंग से ख्याल रख सकती है।
गर्भावस्था में क्या खाना चाहिए? | Pregnancy Me Kya Khana Chahiye?
अगर आप गर्भवती हैं, तो अपने खान-पान में नीचे बताई गई चीज़ों को ज़रूर शामिल करें :
1. डेयरी उत्पाद
चूंकि आप गर्भवती हैं, तो आपको अपने और अपने शिशु के विकास के लिए ज़्यादा प्रोटीन और कैल्शियम की ज़रूरत होगी। 19 से 50 साल तक की उम्र वाली गर्भवती महिला के शरीर को रोज़ाना 1,000mg कैल्शियम की ज़रूरत होती है। (1) इसलिए आप अपने खान-पान में डेयरी उत्पादों को ज़रूर शामिल करें। दही, छांछ, दूध, आदि जैसे डेयरी उत्पाद गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे शिशु के विकास के लिए काफ़ी फ़ायदेमंद होते हैं। ध्यान रहे कि गर्भवती महिला को पाश्चुरीकृत डेयरी उत्पादों का ही इस्तेमाल करना चाहिए। (2)
2. ब्रोकली और हरी पत्तेदार सब्ज़ियां
गर्भवती महिलाओं को अपने खान-पान में हरी पत्तेदार सब्ज़ियां ज़रूर शामिल करनी चाहिए। इसलिए, आप पालक, पत्तागोभी, ब्रोकली (एक प्रकार की गोभी), आदि जैसी सब्ज़ियां ज़रूर खाएं। पालक में मौजूद आयरन गर्भावस्था के दौरान खून की कमी को दूर करता है। (3)
3. सूखे मेवे
गर्भावस्था में सूखे मेवों को भी अपने खान-पान में शामिल करें। मेवों में कई तरह के विटामिन, कैलोरी, फ़ाइबर, ओमेगा 3 फ़ैटी एसिड, आदि पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए काफ़ी अच्छे होते हैं। अगर आपको एलर्जी नहीं है, तो अपने खान-पान में काजू, बादाम, अखरोट, आदि को शामिल करें। अखरोट में भरपूर मात्रा में ओमेगा 3 फ़ैटी एसिड होता है। इसके अलावा, बादाम और काजू भी गर्भावस्था में फ़ायदा पहुंचाते हैं। (4)
4. शकरकंद
गर्भावस्था में शकरकंद (स्वीट पोटैटो) खाना भी काफ़ी फ़ायदेमंद होता है। इसमें विटामिन-ए होता है, जो शिशु की देखने की शक्ति को विकसित करने में अहम भूमिका निभाता है। इसके अलावा, इसमें विटामिन-सी, फ़ोलेट और फ़ाइबर भी मौजूद होते हैं। (5) (4)
5. साबूत अनाज
गर्भावस्था के दौरान साबूत अनाजों को अपने आहार में ज़रूर शामिल करें। खासतौर पर गर्भावस्था की दूसरी और तीसरी तिमाही के दौरान साबूत अनाजों का सेवन फ़ायदेमंद होता है। इससे आपको भरपूर कैलोरी मिलती है, जो गर्भ में शिशु के विकास में मदद करती है। आप साबूत अनाज के तौर पर ओट्स, किनोआ, भूरे चावल, आदि को अपने आहार में शामिल कर सकती हैं। इन अनाजों में प्रोटीन की प्रचूर मात्रा पाई जाती है। इसके अलावा, इनमें फ़ाइबर, विटामिन-बी और मैग्नीशियम भी मौजूद होता है, जो गर्भावस्था में फ़ायदा पहुंचाते हैं। (6)
6. एवोकाडो (रुचिरा)
एवोकैडो एक ऐसा फल है, जिसे हर गर्भवती महिला को खाने की सलाह दी जाती है। इसमें भरपूर मात्रा में फ़ोलेट होता है, जो गर्भ में पल रहे शिशु के मस्तिष्क और उसकी रीढ़ की हड्डी के विकास के लिए बेहद फ़ायदेमंद होता है। इसके अलावा, एवोकैडो में विटामिन-के, पोटैशियम, कॉपर, मोनोअनसैचुरेटेड वसा, विटामिन-ई, आदि भी मौजूद होता है। इसलिए, गर्भवती महिला को रोज़ाना एक एवोकैडो खाने की सलाह दी जाती है। (7)
7. कॉड लीवर तेल
गर्भावस्था में कॉड लीवर तेल का सेवन भी फ़ायदेमंद होता है। यह तेल कॉड मछली के लीवर से बनाया जाता है। इसमें प्रचूर मात्रा में ओमेगा 3 फ़ैटी एसिड, विटामिन-डी
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Isha Pal
Bahut Achi Jankari di Hai