बच्चे जब बढ़ने लगते हैं तो वो ज्यादा शरारती और नटखट हो जाते हैं। खास कर 12 महीने से लेकर 5 साल की उम्र तक आपको बच्चों की सुरक्षा का विशेष ख्याल रखना पड़ता है। यह एक ऐसा दौर है जब बच्चे जिज्ञासावश किसी भी चीज को छूने, खाने, पास जाने या समझने की कोशिश करते हैं। उन्हें यह समझ नहीं होती है कि वो उसके लिए खतरनाक या जानलेवा भी हो सकती है।
घर में बच्चे कैसे सेफ रहेंगे और घर को कैसे चाइल्ड प्रूफ बना कर रखना है इसका ख्याल माता-पिता को हमेशा रखना होगा। एक आंकड़े के मुताबिक घर पर बच्चे ज्यादा दुर्घटना के शिकार होते हैं और जिसमें कई बच्चों की मौत तक हो जाती है। घर पर आपके बच्चे कैसे सुरक्षित रहेंगे। इसके लिए आपको एहतियातन कई कदम उठाने पड़ेंगे, बच्चों को क्या गलत है और क्या सही है कि जानकारी देनी होगी और सबसे बड़ी बात बच्चे पर हमेशा नजर बना के रखनी होगी।
1) बच्चे को पानी के पास अकेला नहीं छोड़ें-
पानी में और पानी के आसपास खेलना बच्चों को काफी पसंद है। मगर पानी बच्चे के लिए खतरनाक भी हो सकता है। छोटे बच्चे एक इंच से कम पानी के अंदर भी डूब सकते हैं। बाथरुम में पानी का बाथटब हो या बाल्टी, बच्चे उसके अंदर जा सकते हैं। अगर आपने घर के बाहर बगीचे मे फव्वारा या पुल बनाया है तो वहां बच्चे को कभी भी अकेला नहीं छोड़ें।
2) केमिकल, डिटर्जेंट, साबुन, फिनाइल और दवा से दूर रखें -
घर को बच्चे के हिसाब से चाइल्ड प्रूफ बना कर रखें। घर में रखे ऐसे कई सामान जिससे आप अनजान हैं वो हो सकता है कि बच्चों के लिए जहर हो। डिटर्जेंट पाउडर, सोप से लेकर पाउडर तक को बच्चों के पहुंच से दूर रखें। अगर बच्चे इसे खा या पी लेते हैं तो यह जानलेवा तक साबित हो सकता है। फिनाइल की बोतल समेत ऐसे सभी चीज यहां तक की दवाई की बोतल, गोली को भी बच्चे से दूर रखें।
3) बंदूक, पिस्टल या किसी भी तरह के फायरआर्म को अनलोड व लॉक रखें-
अगर घर में सेफ्टी के लिहाज से बंदूक, पिस्टल या कोई और फायर आर्म रखते हैं तो इसे अनलोड यानि गोली निकाल कर ऱखिए। घर में बच्चा खेल-खेल में इसे चला सकता है। हो सके तो इसे आलमारी में बंद कर ही रखें।
4) बच्चों के बेड पर कुछ न रखें -
दम घुटने से बच्चों की मौत ज्यादा होती है और 60 फीसदी ऐसी दुर्घटना बच्चों के सोने की जगह पर ही होती है। शरारती बच्चे खेल-खेल में तकिया से, सॉफ्ट ट्वाइज से अपना मुंह ढ़क लेते हैं। अगर ज्यादा देर तक नाक या मुंह ढ़का रहा तो इससे जान तक जा सकती है।
5) बिजली के उपकरण और बिजली के तार-बोर्ड से बच्चे को दूर रखें -
बिजली के करंट से बच्चे की जान जा सकती है। घर में यह सुनिश्चित कर लें कि कहीं बिजली का तार नंगा तो नहीं लटका है या फिर बोर्ड, सॉकेट खुला तो नहीं है। बिजली के किसी भी उपकरण को भी बच्चे के आसपास न रखें।
6) छोटे सामान और खाने के सामान को भी बच्चों के पहुंच से दूर रखें-
कभी-कभी कोई खाने वाली छोटी चीज भी बच्चे के गले में फंस जाती है और गला चॉक हो जाता है। इससे बच्चे की मौत हो सकती है। खास कर गाजर, मूली, मकई, सब्जी बच्चा निगल सकता है। साथ ही ध्यान रहे सिक्का, सुई, छोटे गेंद समेत ऐसी कोई भी चीज जो बच्चा आसानी से निगल सकता है, उसे उसके पहुंच से दूर रखें।
7) बच्चे को गिरने से बचाएं-
बच्चे और बूढ़े दोनों को गिरने का खतरा रहता है। ध्यान रहे बच्चा अकेले सीढ़ी पर न चढ़ें। घर में फर्श को हमेशा सूखा रखें। कहीं पानी न गिरा हो। अगर कारपेट बिछा है तो उसमें छेद नहीं हो। बालकनी में भी छोटे बच्चे को न जाने दें। सिर नीचे कर सकता है या ग्रिल में पैर फंसा सकता है।
8) ख़िड़की-दरवाजे को भी बच्चों के हिसाब से बनाएं -
घर के खिड़की-दरवाजे बच्चों के सेफ्टी के मुताबिक ही डिजाइन की जानी चाहिए। खिड़की-दरवाजे के परदों में किसी भी तरह की डोरियों का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। अगर है भी तो उसे हमेशा बच्चों की पहुंच से दूर बांध कर रखें। किसी-किसी घर में दरवाजे में ऑटोमेटिक लॉक रहता है वो बच्चों के सेफ्टी के लिहाज से ठीक नहीं है। घर की खिड़कियां कभी भी स्लाइडिंग न हो, बच्चे आसानी से स्लाइड कर बाहर गिर सकते हैं।
9) घर में स्मोक अलार्म लगाएं
अचानक घर में आग लग जाए और जब तक आप समझ सके उससे पहले कोई बड़ा हादसा हो सकता है। अगर घर में स्मोक अलार्म लगा रहेगा तो आप समय रहते हादसे को टाल सकते हैं और अपने प्यारे लाडले-लाडली को बचा सकते हैं।
10) बच्चों को घर के पालतू जानवरों से सुरक्षित रखें
परिवार में बिल्ली और कुत्ते से सभी को प्यार होता है। मगर एक आंकड़ें पर गौर करें तो आपको यह बात समझ में आएगी कि पालतू जानवर भी बच्चे के लिए खतरनाक हो सकते हैं। अमेरिका में हर साल 1.55 लाख बच्चों को पालतू कुत्ते काटते हैं। हरेक जानवर चाहे वो जंगल में है या घर में उसमें काटने और चाटने का स्वाभाविक गुण होता है। बच्चों को इससे दूर ही रखना चाहिए।
11) हमेशा इमरजेंसी के लिए तैयार रहें -
आपका घर कितना भी बच्चों के सुरक्षा के लिहाज से चाइल्ड प्रूफ हो, अनहोनी और हादसे कभी भी हो सकते हैं। इसलिए हमें इमरजेंसी के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। #parentingtips
Recommended Articles

Isha Pal
बहुत अच्छी जानकारी है