Questions in Photography & Celebrations
Rebecca Prakash
Hello baby is too small for home remedies, Did you show it to the doctor?; The following things may ease the baby but the medicines will alone cure the cold and cough. 1. Ajwain seek will help you. Keep the roasted ajwain potli under the baby's pillow.
2. Steam will also help in clear the cold and help the baby to take feed.
3. Keep the baby's head in elevated position and feed. Use nasaline drops few mins before the feed.
4. Heat mustard oil and add ajwain, massage baby's chest and back but make sure you don't apply on face.
5. Heat coconut oil and add camphor apply on baby's chest and back, not on face.
6.You can apply little lavender oil on his/her blanket, pillow and bed. Take care of the baby, Keep breastfeeding the baby.
durga salvi
Aap doc ko dikha dijiye kya ye problem baby hone ke baad hue hai doc se check karvana jaroori hai.
Vo Abhi 5 mhine ķi hai
Isha Pal
बच्चे के रोने का पहला कारण भूख हो सकती है। नवजात शिशु का पाचन तंत्र इतना छोटा होता है कि हर दो तीन घंटे में उसे आहार की ज़रूरत होती है। भूख लगने पर कुछ बच्चे बेहद परेशान हो जाते हैं। जब तक आप उनके इशारे को समझ कर दूध देने का प्रयास करती हैं तब तक वे रोते रोते दूध के साथ हवा भी ले लेते है जिसके कारण उन्हें उल्टी और गैस आदि की तकलीफ़ हो सकती है।
इसलिए जब तक आप उनके इशारों को समझ नहीं पाती तब तक उनके रोते ही तुरन्त दूध पिलाएँ। भले ही आपने कुछ देर पहले ही क्यों न दूध पिलाया हो। अगर वह थोड़ा दूध पीते ही छोड़ दे तो समझ जाएँ कि उसके रोने का कारण कुछ और है। दूध पिलाने / स्तनपान के तुरन्त बाद बच्चे को बिस्तर पर न लिटाएँ। उसे कंधे पर लेकर थपकी देकर डकार दिलाने की कोशिश करे। ऐसा न करने पर दूध शिशु की श्वास नली से होता हुआ फेफड़ो में प्रवेश करता है।
बच्चा अपने माँ के स्पर्श को अच्छे से महसूस कर सकता है। हो सकता है जब आपका बच्चा रो रहा हो तो वो आप से यह चाहता हो कि आप उसे गोद में उठा लें, उसे दुलारे पुचकारें। इसलिए आप अपने सारे काम को कुछ देर के लिए टाल दीजिए और बच्चे को बाँहों में उठाकर झूला झुलाएँ और लोरी सुनाए। जब आप अपने बच्चे को गोदी में उठाती हैं तो आपके शरीर की गर्माहट और आपकी धड़कन उसे बेहद सुकून देती;
अगर बच्चे की नैपी गीली हो गयी हो तो उसे फ़ौरन बदल दें। गीली नैपी से पड़ने वाले रैसेज़ भी बच्चे के रोने का कारण बन सकते हैं।
बहुत अधिक गर्मी या ठंडी होने पर भी बच्चा रोकर अपनी परेशानी जताता है बच्चे के पेट को छूकर इस बात का अंदाज़ा लगाने का प्रयास करें कि उसे ठण्ड या गर्मी तो नहीं लग रही है। फिर उसी के अनुरूप उसके कपड़े कम या ज़्यादा करे दें।
यदि आपके कमरे में एअर कंडीश्नर लगा है तो रूप टेम्परेचर से अधिक या कम तापमान न होने दें। तापमान में उतार चढ़ाव से बच्चा रोने लगता है और बीमार भी पड़ सकता है।
Sonam patel
बच्चो में सर्दी जुकाम नार्मल सी बात है। आप दावा के साथ कुछ घरेलू नुस्खे अपना सकते हो। आप सरसो के तेल में अजवाइन और लहसुन डाल के गरम करो और उस तेल से मालिश करो। नाखुनो पर भी तेल लगाओ। अजवाइन को तवा पर भून कर एक पोटली बनाओ और बच्चे ले सोने वाली जगह पर रखो। आप नीलगिरी का तेल भी बच्चे के बेड या तकिये पर लगा सकते हो। नाक बंद होने से सेलाइन नेसल ड्राप जैसे कि nasoclear डाल सकते हो। दवा के लिए डॉक्टर से संपर्क करो।

Deepika s Arora
She suggested glycerine suppositories
Helpful (0)