*सिर्फ माउथ फ्रेशनर ही नहीं है मिश्री*➡ *माउथ फ्रेशनर मिश्री* सौंफ के साथ मिश्री का प्रयोग सामान्यत माउथ फ्रेशन के रूप में किया जाता है। इस शुगर कैंडी का मीठा स्वाद और फ्लेवर न केवल आपको तरोताजा महसूस करवाता है बल्कि मुंह में बैक्टीरिया के निर्माण को भी रोकता है। यही कारण है कि ज्यादातर भारतीयों को भोजन के बाद मिश्री खाने की आदत है। *ताजा पेय भी है मिश्री* दक्षिण भारत के प्रमुख भागों में गर्मियों के दौरान व्यापक रूप से मिश्री का प्रयोग ताजा पेय के रूप में किया जाता है। एक गिलास पानी में एक चम्मच मिश्री पाउडर मिलाकर मिश्रण तैयार किया जाता है। यह दिमाग और शरीर पर एक सुखदायक प्रभाव डाल तनाव से राहत देता है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह ग्लूकोज के रूप में एनर्जी प्रदान कर आपको आराम देता है। *खांसी से छुटकारा दिलाये* आमतौर पर बदलते मौसम के दौरान बच्चे सर्दी और खांसी के प्रति अतिसंवेदनशील होते हैं। हालांकि खांसी से छुटकारा पाने के लिए कफ सिरप जैसे व्यापक रूप से पसंदीदा विकल्प मौजूद है, लेकिन मिश्री तुरंत राहत पाने वाला सबसे प्रभावी घरेलू उपचारों में से एक है। इसमें मौजूद आवश्यक पोषक तत्व कफ को साफ कर गले को सुखदायक प्रभाव देता है। *चीनी का सेहतमंद विकल्प* चीनी का अपरिष्कृत रूप होने के कारण मिश्री को टेबल शुगर की तुलना में स्वस्थ विकल्प माना जाता है। यही कारण है कि मिश्री का प्रयोग कन्फेक्शनेरी जैसे लालीपॉप और चॉकलेट से लेकर स्वीट ड्रिंक जैसे पन्ने जैसे स्वीट की तैयारी में किया जाता है। *गले में खराश का प्रभावी उपचार* अगर आपका बच्चा बहती नाक या गले में खराश से पीड़ित है? तो आप मिश्री से बना पानी अपने बच्चे को दे सकते हैं। यह आम सर्दी और उसके लक्षणों से राहत देने के लिए प्राकृतिक रूप से काम करता है, साथ ही आपको तुरंत राहत प्रदान करता है। गले में खराश से राहत पाने के लिए आप अपने बच्चे को मिश्री का छोटा टुकड़ा चूसने को भी दे सकते है
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Anon_9770391986
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03 Sep 2019