This is one of my favourites. हालांकि ये फ़ोटो करीबन 2 साल पुरानी है लेकिन मैं इसको रोज़ देखती हूं। ये दोनों बच्चे मेरी दोनो बेटीयाँ हैं। मेरी बेटियाँ मेरा एक बहुत बड़ा सहारा है, मेरी ज़िंदगी का एक बहुत बड़ा मक़सद हैं। ये दोनों सारा दिन बहुत बदमाशियाँ करती है, लेकिन जब मुझे कोई तकलीफ होती है तब सबसे पहले मेरी बेटियाँ ही मेरी तकलीफ समझती है। हाल ही कि बात है, मेरी पीठ पे बहुत चोट आई थी, जिसकी वजह से में चल भी नही पा रही थी। तो उन दिनों रोज़ शाम की मेरी बड़ी बेटी मेरी कमर में iodex लगाती थी। मेरे मना करने पे भी कहती थी कि आप चिंता मत कीजिये में हाथ अच्छे से धो लूंगी। और मेरी छोटी बेटी मेरे पैर दबाती रहती थी। क्या कहती - उनके छोटे छोटे हाथों ने मेरी सारी तकलीफ दूर करदी। ज़िन्दगी में खुशियाँ दिखती है, जब मैं इनको देखती हूं। ☺️☺️☺️☺️
Samidha Mathur
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10 Jun 2019