31 May 2018 | 1 min Read
Sonali Shivlani
Author | 213 Articles
बच्चे को फ़ीड करवाते हुए पहली बार जब एक माँ अपने बच्चे को खाना खिलाना शुरू करती है, तो उसकी ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहता। ऐसा मैं इसलिए कह रही हूँ क्योंकि स्तनपान के लम्बे समय में माँ भी थक जाती है और उसे भी कुछ समय रेस्ट की ज़रूरत होती है. हालाँकि बच्चे को कब, कैसे और कितना सॉलिड फ़ूड देना है, ये एक ज़रूरी फ़ैसला है. एक्सपर्ट्स के अनुसार तो 9 महीने के बच्चे को भी एकदम से माँ का दूध छोड़ सिर्फ़ खाना नहीं देना चाहिए। अगर आप बच्चे को अपने दूध के अलावा खाना खिलाने की सोच रही हैं, तो ऐसे शुरुआत कर सकती हैं:
6 महीने में
दिन भर में सिर्फ़ एक बार. भले ही वो इस एक बार में कम मात्रा ले.
अगर वो शुरुआत में ये खाना पसंद न करे तो परेशान न हों, ऐसा होता है.
क्योंकि ऐसा खाना वो पहली बार खाएगा, इसलिए दलिया, खिचड़ी जैसी चीज़ें दें, जिन्हें थोड़ा चबा और निगल सके. पानी वाली खिचड़ी न दें.
7 महीने में
इस वक़्त आप उसे दिन में दो बार खिला सकती हैं.
इस दौरान आप उसे सोने से पहले और डिनर के तौर पर अपना दूध पिला सकती हैं.
खिचड़ी वगैरह उसे दोपहर या शाम में दें.
8 महीने में
इस समय उसके तीसरे सॉलिड मील की शुरुआत हो सकती है. इसके लिए आप रात का समय चुन सकती हैं.
इसकी मात्रा आपके बच्चे की खाने की क्षमता पर होनी चाहिए।
उसके साथ ज़बरदस्ती न करें न ही ज़बरदस्ती कर खिलाएं।
9 महीने में
पुराना Schedule ही बना कर चलें।
याद रखें, बच्चे के लिए माँ का दूध अभी भी ज़रूरी है और उसके खाने का 50 परसेंट दूध ही होना चाहिए।
10 महीने में
शाम के स्नैक के तौर पर आप एक मील और जोड़ सकती हैं.
अगर आप उसे नॉन-वेग खिलाना चाहें, तो अपने डॉक्टर का परामर्श लेकर किसी एक ऑप्शन को फ़ाइनल कर सकते हैं.
12 महीने में
इस समय तक आपका बच्चा दिन में 4 डोलिड मील ले रहा होगा और बाकी पोषण उसे माँ के दूध से मिलेगा।
इस उम्र से लेकर आगे तक उसे दिन में 4 मील और 2 बार फ़ीड ज़रूर करवाएं। इसे एक तरह से नियम बना लें.
यूँ तो माँ के दूध को बच्चे के लिए बढ़िया माना जाता है, लेकिन दूसरे साल तक आते-आते उसे गाय के दूध देना भी शुरू करें।
माँ बनने के इस नए पड़ाव के लिए ढेरों बधाई!
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