18 Jun 2018 | 1 min Read
Anamika Agnihotri
Author | 19 Articles
आजकल बच्चों के साथ जिस तरह की घटनाएँ हो रही हैं, उन्हें देखते हुए उन्हें छोटे से ही सही और ग़लत टच के बारे में बताना ज़रूरी है. इसी विषय पर लिखी किताब ‘No Touch’ की मदद से आप बच्चों को सही और ग़लत टच की जानकारी दे सकते हैं.
बुक के बारे में:
लेखक: के. कृष्णा
इलस्ट्रेटर: आएशा सद्र और ईशान दासगुप्ता
प्रकाशक: स्कॉलस्टिक इंडिया
ये क़िताब एक कहानी के माध्यम से बच्चों के साथ होने वाले यौन अपराध और सही-ग़लत टच को सामने लेकर आती है. कहानी में स्कूल में पढ़ने वाले एक लड़की, सरगम है. सरगम अपने घर के काले रहस्यों का पर्दाफ़ाश करने के लिए डिटेक्टिव बनती है. खेल-खेल में हुई इसकी शुरुआत में सरगम अपनी दोस्त ऐसे ही कोई सीक्रेट बताने को कहती है, लेकिन मोड़ तब आता है, जब उसकी दोस्त अपने साथ हुए यौनदुर्व्यवहार के बारे में उसे बताती है. कि कैसे उसका एक पड़ोसी अंकल उसका शोषण करता है और उसे इस बात को दबाने को कहता है, ताकि वो अपने घरवालों को भी कुछ न बता सके.
अपनी दोस्त के साथ हुए इस वाकये का सरगम पर असर पड़ता है और उसी दौरान उसे अपने पिता की एक बात याद आती है. जब उन्होंने इसे सही और ग़लत तरीके से छूने के बारे में बताया था. ऐसी स्थिति में क्या करना चाहिए ये भी बताया। सरगम को सबसे पहले अपनी छोटी बहन का ध्यान आता है, और वो उसे सही-ग़लत टच के बारे में बताती है.
रिव्यु
बच्चों को सही-गलत टच, यौन शोषण का पाठ पढ़ाने क इस क़िताब का तरीका काफी सही है. 3 कारणों से मैं इसे एक अच्छी कोशिश कहूँगी:
मेरे हिसाब से:
जिस समाज में हम जी रहे हैं, बच्चों का शोषण उसकी एक कड़वी सच्चाई है. इसलिए बड़े होने के नाते इस मुद्दे पर बच्चे से बात करना, उन्हें समझाना और उनका आत्मविश्वास बनाये रखना ज़रूरी है. ये सच है कि कोई भी अभिभावक अपने बच्चे से इस टॉपिक पर बात करते हए सहज नहीं होंगे, लेकिन इसे नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। इस पर बात होनी चाहिए। मेरे हिसाब से सभी पेरेंट्स को ये बुक पढ़नी चाहिए और बच्चों को भी.
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