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क्या आपका बच्चा अपने  दांतों को मांजता है ?

क्या आपका बच्चा अपने दांतों को मांजता है ?

17 Aug 2018 | 1 min Read

Medically reviewed by

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ओफ्फ़! अपने शिशु के डायपर बार बार बदलना और उन्हें खिलाने पिलाने में समय कहाँ निकल गया, पता ही नहीं चला न! आपने कई उतार – चढ़ाव भी देखे होंगे इस सफर में!

बस , जब आप थोड़ी चैन की सांस लेने का सोच ही रहे होंगे तभी आपको एक आहट सुनाई देती है और ये कोई और नहीं बल्कि आपके शिशु  का पहला दांत है , जो आपके शिशु का बचपन की ओर बढ़ता हुआ एक और कदम है ।

तो क्या यह दांतों को साफ़ करने की शुरुआत करने का सही समय है ? जी हाँ ! आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आपके शिशु के मोती जैसे दांत साफ़ रहे तथा आप उसके मुँह को साफ़ रखने में भी पूरी सावधानी बरतें। बच्चे को दांत साफ़ करना सिखाना थोड़ा मुश्किल ज़रूर हो सकता है , बच्चा इससे कतरा भी सकता है । अचानक से टूथब्रश के दांतो ओर झाग बनाते हुए टूथपेस्ट (दंतमंजन , यदि आप इस्तेमाल कर रहीं हैं तो ) का एहसास उसे आश्चर्यचकित कर सकता है ।

 

बच्चे को दांतों की सफाई का महत्व समझाने  के लिए, आइये कुछ सरल उपायों के बारे में पढ़िए :

 

आराम से बात करें व ज़िद पर न अड़ें:

 

आपको  बच्चे को नियमित रूप से अपने दांतों को ब्रश करने के बारे में समझाना है और इस बात का ख़ास ख़याल रखें कि ऐसा करते समय आप बच्चे को डराएं – धमकाएं नहीं व दांत में कीड़े या कोई भी ऐसी बात न करें जिससे उसे घृणा महसूस हो । आवश्यकता से अधिक ज़ोर देने पर,बच्चे के अंदर डर समा सकता है, जो बढ़ती उम्र के  साथ और बढ़ सकता है जिससे बच्चा दांत साफ़ करने से हमेशा कतराने लगेगा ।

 

अपने बच्चे के सामने अपने दांत ब्रश करें

जब आप अपने बच्चे को दिखाते हैं कि आप हर दिन अपने दांतों को ब्रश करते हैं और फ्लॉस करते हैं, तो बच्चा यह बात भली- भाँती समझ जाता है कि हर रोज़ सुबह  और रात में दांत साफ़ करना आवश्यक है। आप अपने छोटे बच्चों के लिए उदाहरण बनें और उन्हें, आप जैसा कर रहे हैं ,उसकी नक़ल करने दें।

 

ब्रशिंग को खेल की तरह मज़ेदार बनाएं

अपना बचपन याद करें ओर एक बच्चे की तरह खुल के यह गीत गाइये , “इस तरह हम दांतों को ब्रश करते हैं, सुबह हमारे दांतों को ब्रश करते हैं … ला ला ला” और सुनिश्चित करें कि ये सब करते वक़्त आप और आपका बच्चा खूब हसें और  ब्रश करने का आनंद लें ।

 

जब तक बच्चा अपने आप ब्रश करने की इच्छा न जताए , तब तक लगातार इस  कार्य को करते रहें।

 

आप अपने बच्चे की इस ओर दिलचस्पी  बढ़ाने कि लिए कार्टून या एनिमेटेड वीडियो की सहायता भी ले सकते हैं , जिनमे ब्रश या दांत साफ़ करने के  फायदे बताए हों ।

 

सही तरीके से ब्रश करना सिखाएं

 

केवल दांत साफ़ करना ज़रूरी नहीं, बल्कि उन्हें ठीक से साफ़ करना अनिवार्य है। बच्चे के मुँह की सफाई के लिए दांतों का साफ़ होना अति आवश्यक है। बच्चे के दांतों और  मुँह की सुरक्षा के लिए यह महत्वपूर्ण है कि आप कम से कम ६ या ७ साल की उम्र तक दांतों को साफ करने में उनकी सहायता करें , जिससे दांतों में सड़न या अन्य शिकायतों से बचा जा सके ।

शुरुआत में कम समय के साथ शुरू करें लेकिन समय के साथ अपने  बच्चे के दांतों को, हल्के हाथ से ब्रश घुमाते हुए, २ मिनट तक अच्छी तरह से साफ करें।

मुलायम तथा अपने बच्चे की आयु के अनुसार ब्रश का प्रयोग करें और यदि टूथब्रश  फ़ैल जाता है या खराब हो जाता है ,तो इसे हर तीन से चार महीने में बदल दें ।

 

टूथपेस्ट (दंतमंजन )का उपयोग वैकल्पिक है

 

शुरुआत में यदि आप चाहें तो बिना दंतमंजन के भी अपने बच्चे के दांतो को साफ़ कर सकते हैं क्यूंकि वे टूथपेस्ट निगल सकते हैं अथवा उनको इसका स्वाद अजीब लग सकता है। यदि आपका बच्चा बहुत छोटा है तो टूथपेस्ट का उपयोग करना और मुश्किल भरा हो सकता है। आप टूथपेस्ट का प्रयोग किये बिना भी, दांतों पर ब्रश को हल्के हाथ से घुमाकर, अपने बच्चे के दांत अच्छी तरह साफ़ कर सकते  हैं तथा उसे दांतों की सड़न व मुँह की बदबू से दूर रख सकते हैं ।

 

शीशे  के सामने ब्रश करें

 

जब आप अपने दांतों को ब्रश करें तो आप उनके पीछे खड़े हों और अपने बच्चे को शीशे के सामने खड़े कर दें। इस तरह, बच्चे  वास्तव में देख सकते हैं कि आप अपने दांतों की सफाई कैसे कर रहे हैं और लगातार ऐसा किए जान पर, बच्चा शुरू से ही सही तरीके से ब्रश करने की कला में निपुण हो जाएगा।

 

दांत साफ़ न करने पर नकारात्मक प्रतिक्रिया न दें

यदि आपका बच्चा दांत साफ़ करने का इच्छुक नहीं है, तो उसे डांटें या धमकाएं नहीं। किसी भी नकारात्मक प्रतिक्रिया का एक बढ़ते हुए बच्चे के दिमाग पर गलत असर पड़ता है और हो सकता है कि उसे  दांतों को साफ़ करने के विचार से ही नफरत हो जाए ।

 

शुरू करने का सही समय अब ​​है!

 

एक या दो साल  की उम्र तक बच्चा आपको उसके मुँह के हर कोने में पहुंच कर सफाई नहीं करने देगा, इसलिए उस पर ज़रुरत से ज़्यादा मेहनत करने या परेशान होने की आवश्यकता नहीं है ।बच्चे के दांत अभी धीरे धीरे निकल रहे हैं , इसलिए यदि आप ठीक तरह से बच्चे के दांत साफ़ नहीं कर पाती हैं तो व्यर्थ चिंता मत कीजिये ।आपका उद्देश्य केवल उनमे एक अच्छी आदत को बढ़ावा देना व उन्हें दांत साफ़ करने की आदत डालना है।

जब आपका बच्चा २ साल का हो तब दिन में एक बार दांत साफ़ करने की शुरुआत करें और जब बच्चे को इसकी आदत पड़ जाए और यह उसकी दिनचर्या का एक हिस्सा बन चूका हो तब आप दिन में २ बार उसके दांत साफ़ कर सकते हैं ।

 

    ब्रशिंग को एक खुशनुमा अनुभव बनाइये और हाँ, अपने बच्चों को दांतो की सुन्दर परी (दन्त परी) की कहानियां सुनाना भी न भूलिएगा ! 🙂

#balvikas #hindi

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