22 Apr 2022 | 1 min Read
Tinystep
Author | 2574 Articles
माँ तो माँ होती है चाहे वह किसी भी जग़ह से जुडी हो पर हर जग़ह की अपनी खूबसूरती होती है और अलग अंदाज़ भी, जो अनायास ही आपको भीड़ से अलग कर देता है | अपने अपने जग़ह का स्पर्श आपको विशेष बना देता है | आइये आज बात करें एक बिहारी माँ की जो प्यारी भी है और मज़ेदार भी !
जब हम इनकी चर्चा शुरू करतें है तो इनमे यह सारी विशेषतायें पातें हैं :
बिहारी माँ बहुत हद तक सभ्यता के दायरे को पार नहीं करतीं चाहे अंदर से वह कितने भी गुस्से में क्यों न हो? अपनी जबान पर हमेशा कण्ट्रोल रखना उनके लिए आसान होता है क्योंकि उनकी भाषा मीठी है और उन्हें बचपन से तहज़ीब से रहने की तामील दी जाती है | .आइये उनके गुस्से में बात करने के कुछ उदाहरण देखतें हैं जैसे कि , “हम कह रहे है, तुम अब चुप हो जाओ, वर्ना अब हमसे मार खाओगे”|आपको चुप करवाने के लिए जो ऐसे बात करता है, उनकी बात न सुनना नामुमकिन है|
एक बिहारी माँ कभी भी घर में अचार ख़त्म होने नहीं देंती | उन्हें हाथ का बनाये हुए सारे खाने बहुत पसंद आते हैं, चाहे वो कच्चे आम का चटपटा अचार हो, तीखे मसाले, खट्टी मीठी चटनी हो या मुँह में पानी ला देने वाले माँसाहार| बच्चो को माँ के खाने की याद बरबस आ जाती है !कुछ अलग सी जादूगरी है उनके हाथो में !
एक बिहारी माँ को ज़ेवर खरीदकर रखना बहुत पसंद है |जब वह अपनी इस छोटी सी तिजोरी खोलती है तो आप न चाहते हुए भी उसको देखने से खुद को रोक नहीं पाते ! उनकी इस जादू की पिटारी में पँचलरी, सत्तरि, सिकरी, तिलरी, छारा, हँसुली और कमरबंध जैसे परंपरागत ज़ेवर के कुछ अनोखे आभूषण मिलेंगे कि उनके स्टाइलिश डिज़ाइन आपको मोहित कर देंगें और बरबस मुँह से वाह निकल आएगा !
उन्हें अपनी साड़ियों से बहुत प्यार है और एक सही बिहारी माँ के अलमारी में आपको रंग-बिरंगी और ठीक से सजी हुई हर त्यौहार के लिए साड़ियां मिलेंगी| साड़ियां अभी भी अद्वितीय और व्यक्तिगत बिहारी ड्रेसिंग शैली के मामले में सबसे आगे हैं। साड़ियों के साथ ज़रुरत से ज़्यादा ज़ेवर पहनना ख़ास अवसरों जैसे शादी के लिए अनिवार्य हैं वहीं एक तसर रेशम की साड़ी पारिवारिक कार्यों के लिए होती है| एक बिहारी माँ अपने ड्रेस कोड को लेकर हमेशा सचेत रहती है | आपको यह माएं सोचने पर मजबूर कर देती है जब वह अपनी शादी की साडी दिखातीं है और आपको ऐसा लगता है कि जैसे इसे कल ही ख़रीदा गया हो | कपड़ों का ऐसा रखरखाव सच में बहुत प्रेरणादायक है |
बिहारी माएँ बहुत स्वादिष्ट खाना बनाती हैं जो भारत में बहुत मशहूर है| अगर आपकी माँ बिहारी हैं या फिर आपकी कोई दोस्त बिहारी है, तो उन्होंने ज़रूर आपको यह व्यंजन खिलाये होंगे- सत्तू का लड्डू, लिट्टी चीखा, दाल पूरी, गुज्जिया, खाजा, खुरमा और ठेकुआ| इसके साथ-साथ होली के त्यौहार पर, एक गिलास भांग और उसके साथ मालपुआ और दही वड़ा जिसका स्वाद एकदम अलग है| आपको बिहारी माँ अपने हाथों के बनाये जायके से मंत्र मुग्ध देती है और बार बार उनका स्वाद आपको याद आता है चाहे आप देश में हों या विदेश में !
यह तो सिर्फ पांच ख़ास बातें हैं जो आपको उनकी सिर्फ पांच विषेशताओ के बारे में बताता है | छुई मुई सी दिखने वाली यह माँ गुणों की खान है |
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