26 Apr 2019 | 1 min Read
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आपको प्यार होता है,आपकी शादी हो जाती है और आप एक दूसरे का ध्यान आकर्षित करते है । आप जीवन में बिना किसी प्रतिबंध के सभी मजे कर रहे है और जब बम्प हो तो सभी अन्तरंगता को प्यार कर रहे है तभी दो गुलाबी रेखाएं आपके जीवन में पहर लाती है । मां इस खबर को जानने वाली पहली महिला है और उनके पति इस खबर को आगे बढ़ाने वाले है, इस नये बदलाव में दोनो को डूबने में थोड़ा समय तो लगता है । जीवनशैली में अचानक बदलाव आता है । गर्भावस्था के साथ जिम्मेदारी आती है और दम्पति भावनात्मक रूप से अधिक जुड़ जाते है, और शारिरीक रूप से अचानक दूरी आती है ।
एक मां शारिरीक रूप से गर्भावस्था के अनुभव से गुजरने में व्यस्त हो जाती है और पिता को उसकी भावनात्मक सहायता प्रणाली होने की भूमिका निभानी होती है । जाहिर तौर पर क्योंकि वह खुद इसे अनुभव नही कर रहा होता है इसलिये उससे यह अपेक्षा की जाती है कि वह उन सभी नखरो के कारण को समझे जो उसकी पत्नी कर रही है, उससे यह अपेक्षा की जाती है कि वह उससें शारिरीक दूरी बनाये रखे । उसे कई बार अपनी अंतरंग भावनाओ पर समझोता करना पड़ता है । कुल मिलाकर बच्चें के मां के पेट में आने के समय से पिता और उपेक्षित महसूस करते है । बच्चें के जन्म के बाद यह इर्ष्या कभी-कभी दोगुनी हो जाती है । हां, पिता को अपने बच्चों से जलन हो सकती है ।
इर्ष्या एक बहुत ही स्वाभावित चीज है । आप अपने पड़ोसी के खुबसूरत बगीचे से इर्ष्या कर सकते हो,आप अपने दोस्त से इर्ष्या कर सकते हो यदि वह आपसे अच्छे करियर में काम करता है ।
बच्चें से पहले पति और पत्नी के बीच कोई नही है । पत्नी ने अपने पति का पूरा ध्यान रखा और प्यार किया । यह अब नये बच्चें का विशेष अधिकार है इसलिये पिता इर्ष्या करते है ।
जब एक बच्चा पैदा होता है तो सभी देखभाल और ध्यान बच्चें और मां के लिये होता है । हालांकि पिता भी समान रूप से शामिल है लेकिन जब उस पर ध्यान नही दिया जाता तब उसे जलन हो सकती है ।
कोई-कोई पिता बहुत अच्छे होते है । कुछ देशो में पिता को अपने बच्चें की गर्भनाल को काटने का विशेष अधिकार प्राप्त होता है । कोई बच्चें को बोतल से दूध पिलाने,स्तन पम्प साफ करने,डायपरिंग आदि के लिये महान है और अपनी पत्नी को उसकी भावनात्मक स्थिति को समझने और सहायक होने में एक प्रमुख भूमिका निभाते है, वे कभी-कभी बच्चें की देखभाल के मामले में मां की तुलना में बहुत अधिक कुशल होते है । फिर भी वह असुरक्षित महसूस करते है ।
समय और अंतरंगता का अभाव
गर्भावस्था के दौरान और बाद में एक मां बच्चे के साथ होती है,लम्बे समय तक स्तनपान कराना,उसकी रातो की नींद उसे थका हुआ औक चिड़चिड़ा बना सकती है । यह वो समय है जब पति को अपने मोजे और सहायक भूमिका निभाने की उम्मीद होती है । युगल को एक दूसरे के लिये गुणवत्ता समय की कमी शुरू होती है । उनकी अंतरंगता शून्य हो जाती है । वास्तविक अंतरंगता गायब होने पर पिता अपने बच्चें को दोष दे सकते है और इर्ष्या महसूस कर सकते है ।
यह छोटा लड़का निश्चित रूप से कुछ क्षेत्रो पर आक्रमण कर रहा है जो पिता के लिये खेल क्षेत्र थे और यह पिता को जलन महसूस करा सकता है ।
माता और पिता दोनो अलग-अलग परिवार से होते है उनकी परवरिश मे निश्चित रूप से अपने बच्चों को पालने में एक भूमिका होगी । इससे माता-पिता के बीच एक विरोधी दृष्टिकोण उत्पन्न हो सकते है जिससे उनके बीच दरार पैदा हो सकती है । जिससे भावनात्मक अंतरंगता और अंहकारी झगड़े हो सकते है ।
जबकि पिता अपने बच्चों को माताओ से अधिक लाड प्यार करने के लिये जाने जाते है । लेकिन वे बच्चें के जन्म के बाद कुछ सालो तक अपनी पत्नी के प्यार समय और कम्पनी से अपने हिस्से से वंचित रह जाते है । कभी-कभी पुरूष अपने जीवन में इस नये बदलाव को स्वीकार करने के लिये समय लेते है ।
मां भी एक पत्नी हैः एक मां को यह महसूस करना होगा कि उसके पति को भी उसकी जरूरत है उसे यह समझने की जरूरत है कि जब वह अपने बच्चें के साथ बॉन्डिंग में व्यस्त होती है तो वह अपने पति को पीछे छोड़ देती है ।
डेट पर जा रहे हैः बच्चे के जन्म के बाद कुछ महिने लग सकते है लेकिन अगर बच्चें को बोतल से दूध पिलाया जाता है और घर में मदद करने वाले हाथ है,तो दम्पति को लंच या डिनर डेट के लिये कुछ समय जरूर निकालना चाहिये । यह उन्हे फिर से जुड़ने और शादि को रंगीन बनाने में मदद करता है ।
कडल टाइम(पुच्छ समय) एक जोड़े को हर रात बच्चें के सोने के बाद एक पुच्छ समय की कोशिश करनी चाहिये,यह योन सम्बन्ध नही है लेकिन कुछ शारिरीक अंतरंगता और प्यार करने से पति और पत्नि दोनो को तनाव में मदद मिल सकती है । और उनकी शारिरीक दूरी अब मुद्दा नही बनेगी ।
हर किसी को अपने काम के लिये सराह जाना पंसद है । पिता भी यही उम्मीद करते है जब कोई पत्नी अपने पति के कर्तव्यो की सराहना करती है और उसे गले या चुबंन के साथ पुरस्कृत करती है तो वह दुनिया के शीर्ष पर महसूस करता है ।
पिता बॉन्डिंगः पिता को बच्चें के साथ अच्छें सम्बन्ध के लिये बच्चें को बोतल से दूध पिलाना,खाना खिलाना,नहलाना,बच्चें के साथ पिता के सम्बन्ध को मजबूत बनाता है । वह निपूर्ण और प्यार महसूस करेगा ।
एक छोटा बच्चा बड़ा होकर मजबूत बंधन बना सकता है । यह इर्ष्या वाले पिताजी को इर्ष्या से बाहर ला सकता है । तो अगली बार जब आप अपने बच्चें के पिता को अजीब व्यवहार करते हुए देखे तो उन्हे कुछ मीठा खाने को दे ।
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