4 May 2019 | 1 min Read
Dr Deepali Shahasane
Author | 3 Articles
एक मां के रूप में, आप ज्वर के दौरे के लक्ष्णों की पहचान कर सकते है । हालांकि 15 मिनिट से कम समय तक चलने वाले ज्वरे के दौरे में कोई स्वास्थ्य समस्या नही होती,फिर भी आपके बच्चें के लिये ज्वर दौरा काफी डरावना हो सकता है । आपको ज्वर दौरे के लक्ष्णों के बारे मे जानना चाहिए और अगर आपके बच्चें को ज्वर दौरा पड़ रहा है तो क्या करना चाहिये ।
फीब्राइल(ज्वर दौरा) एक तरह की ऐंठन होती है जो आमतौर पर बुखार के समय बच्चों में होती है । 06 महिने से 05 साल की उम्र के बच्चों में ज्वर के दौरे पड़ने की संभावना होती है । ज्वर के दौरे का मतलब यह नही है कि आपके बच्चें को मिर्गी हो सकती है,क्योंकि मिर्गी बुखार के बिना ही हो जाती है ।
वायरल संक्रमण या बैक्टीरियल संक्रमण के कारण बुखार हो सकता है इस वजह से बुखार के साथ ज्वर दौरे अधिक होते है । बुखार भी डिप्थीरिया,पर्टुसिस,टिटनेस या खसरा कंठमाला रूबेला वैक्सीन जैसे पोस्ट टीकाकरण हो सकता है ऐसे मामलो में बुखार की वजह से दौरे पड़ते है ना कि टीकाकरण के कारण ।
ज्वर से पीड़ित बच्चें को तेज बुखार हो सकता है, बेहोश हो सकता है, दोनो हाथ और पैर बेकाबू होकर हिल सकते है या चिकोटी काट सकते है । ज्वर के लक्षण और ज्वर के प्रकार भिन्न हो सकते है ।
यह सबसे आम प्रकार है । यह लक्षण 15 मिनिट से कम समय तक रहते है और शरीर के एक हिस्से तक सीमित नही होते है ।
यह 15 मिनिट से अधिक समय तक रहती है और शरीर के एक तरफ तक सीमित होती है । यह 24 घण्टे के अंदर एक से अधिक बार होता है ।
जब आपका बच्चा ज्वर जब्ती का अनुभव करता है तो बच्चें का निरीक्षण करना बहुत जरूरी है । पहली बार ही दौरा पड़ते ही निम्नलिखित कदम उठायें जा सकते हैः
ज्वर जब्ती की अवधि का निरीक्षण करें यदि जब्ती 05 मिनिट से ज्यादा समय तक हो या आपका बच्चा सांस नही ले रहा है तो तुरन्त अपने बच्चें को उपचार के लिये अस्पताल ले जायें ।
जब्ती के दौरान किसी भी दुर्घटना से बचने के लिये बच्चें को एक सुरक्षित सतह पर रखें । धारदार वस्तुओ और फर्नीचर को दूर रखें ।
किसी भी मामले में,बच्चें को संयमित करने की कोशिश ना करें ।
बच्चें को बांयी और या पेट के बल लेटाएं । बच्चें के मुंह में कुछ भी न डाले इससे उसकी सांस रूक सकती है ।
जब भी ज्वर जब्ती हो तो आपको आपातकालीन चिकित्सा सहायता लेनी चाहिये, बच्चें को नीचे दबाकर जब्ती को रोकने की कोशिश न करें ।
एक बार दौरा पड़ने के बाद,बुखार के कारणों की जांच के लिये तुरंत बच्चें को अस्पताल ले जायें । अगर आपके बच्चें की गर्दन में अकड़न,थकान या उल्टी हो रही है तो यह मैनिंजाइटिस के लक्षण हो सकते है जो दिमाग को ढकने का एक संक्रमण है ।
आपका डॉक्टर आपके बच्चें के लिये जब्ती के लिये बेहतर उपचार कर सकता है । मिर्गी के दौरे के कारण आपके बच्चें का जोखिम बढ़ सकता है, बुखार को कम करने के अलावा ज्वर दौरे के उपचार की आवश्यकता नही होती है । ज्वर दौरे आमतौर पर हानिरहित होते है यह आपके बच्चें की शारीरिक या मानसिक क्षमताओं को प्रभावित नही करती किसी भी मामले में अपने बच्चें के लिये बालरोग विशेषज्ञ से परामर्श लें ।
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