1 Oct 2021 | 1 min Read
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किसी ने बहुत सही कहा एक छोटी सी मुस्कान जिंदगी बदल सकती है। मुस्कुराना दिल और दिमाग दोनों को खुश रखता है। वैसे मुस्कुराने का कोई दिन नहीं होता है।
वर्ल्ड स्माइल डे की शुरुआत कब हुई
लेकिन सन् 1999 में अमेरिका के आर्टिस्ट हार्वे बॅाल ने वर्ल्ड स्माइल डे की शुरुआत की। सन् 1999 में अक्टूबर के पहले शुक्रवार को स्माइल डे सेलिब्रेट किये जाने लगा। हार्वे बॅाल वॉर्सेस्टर, मैसाचुसेट्स के लिए काम करने वाला एक कलाकार था। सोशल मीडिया पर हम सब एक दूसरे को स्माइली भेजते है। इसी स्माइली को हार्वे बॅाल ने ही डिजाइन किया था। इस स्माइली का मकसद लोगों को मुस्कुराने की महत्व बताना है।
क्योंकि स्माइल हम सभी की सेहत के लिए बहुत जरुरी होती है। बच्चे हो या बडे एक छोटी स्माइल से दिन की शुरुआत की जाए तो इससे अच्छा कुछ नहीं होता है। कहते है कि प्रेगनेंसी के दौरान आप जितना खुश रहेगी आपका शिशु भी उतना खुश रहेगा। क्योंकि इस दौरान आप जो भी करती है उसका सीधा असर आपके बच्चे पर पड़ता है।
किसी बच्चे की स्माइल देखकर मन खुश हो जाता है। बच्चों को तो हंसने की वजह पता नहीं होती। लेकिन फिर भी बच्चे मुस्कुराते है। मुस्कुराने से आप कुछ समय के लिए सारी परेशानी भूल जाते है।
क्या आप जानते है स्माइल के कई ऐसे फायदे है जो हेल्थ से जुडे है
आज के समय मे एक स्माइली इमोजी भेजना ही मैजिक की तरह काम करता है। आफिस हो या घर स्ट्रेस हर किसी की जिंदगी में है। लेकिन जरूरी नहीं कि उस स्ट्रेस को लेकर हम सोचते ही रहे। कुछ समय के लिए सारे स्ट्रेस को भूलकर मुस्कुराए और सोचे जो होगा अच्छा होगा। तो आज इस वर्ल्ड स्माइल डे पर हल्की सी मुस्कुराहट अपने चेहरे पर लाए। हैप्पी वर्ल्ड स्माइल डे
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