10 Oct 2021 | 1 min Read
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नवरात्रि के नौ दिन तक मां की आराधना की जाती है। नवरात्रि का चौथा दिन दुर्गा जी के चतुर्थ स्वरूप मां कूष्मांडा की पूजा का होता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार जब इस पृथ्वी पर चारों और अंधकार था। तब माँ ने ही सृष्टि की रचना की।
नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्मांडा की पूजा की जाती है। मां कूष्मांडा को नारंगी रंग पसंद है। इस दिन आप नारंगी रंग के वस्त्र पहन की मां की पूजा करे।
शारदीय नवरात्रि काफी महत्वपूर्ण होती है। शारदीय नवरात्रों के साथ ठंड की भी शुरुआत होने लगती है। शरद नवरात्र में लोग माता की चौकी, जागरण कई तरह के आयोजन कराते हैं। नवरात्रों से ही कई त्यौहारों की भी शुरुआत होने लगती है। जैसे कि दशहरा, करवाचौथ, दीवाली इन त्यौहारो की रौनक ही अलग लगती है। बहुत से घरों में शादी और अन्य मांगलिक कामों की शुरुआत भी नवरात्रि से की जाने लगती है। क्योंकि नवरात्रि का समय काफी शुभ होता है।
पूजा विधि
नवरात्रि के चौथे दिन कलश की स्थापना करे। घी का दीपक या अखंड ज्योति जलाये। मां के लिए भोग में आप मीठे का भोग तैयार करे। इसके बाद मां को अक्षत, सिंदूर और लाल चूड़ी चढ़ाएं और मां को श्रृंगार की सामग्री चढाएं।
आज के व्रत की रेसिपी है स्मूदी
व्रत में आपके पास विकल्प कम होते है लेकिन अगर आप कुछ नया ट्राई करना चाहते हैं तो व्रत की यह स्मूदी रेसिपी तैयार करे।
सबसे पहले फुल क्रीम दूध ले, स्ट्रॉबेरी, सेब, ड्राई फ्रूट में काजू, किशमिश, बादाम, पिस्ता, पिसी हुई चीनी इन सबको दूध के साथ अच्छी तरह से मिक्सी में पीस ले। आप की व्रत वाली हेल्दी स्मूदी तैयार है।
सभी फ्रूट और ड्राई फ्रूट को बारीक काट कर ही मिक्सी में पीसे।
नवरात्रि में व्रत में अन्न का सेवन नहीं किया जाता है। व्रत में आप कुट्टू का आटा, सिंघाड़े का आटा, सेंधा नमक का ही इस्तेमाल कर सकते है। गर्भवती महिला नवरात्रि व्रत रखने से पहले अपने डॉक्टर से अवश्य सलाह ले। क्योंकि प्रेगनेंसी के दौरान आपको वही डाइट फॉलो करनी पडती है उसकी सलाह डॉक्टर देती है। इसलिए आप जो भी खाएं यह ध्यान रखे कि आपको किसी प्रकार की कोई एलर्जी तो नहीं है।
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