पहली गर्भावस्था के दौरान एक मां के लिए एकदम नए अनुभव होते हैं। लेकिन दूसरी प्रेगनेंसी में आपके लिए बहुत कुछ नया नहीं होता है। पहले बच्चे और दूसरे बच्चे में हमेशा 2 से 3 साल का अंतर रखने की सलाह दी जाती है। अगर आप भी सेकेंड बेबी प्लान कर रहे हैं तो इन 10 बातों का ध्यान हमेशा रखे।
- पहले और दूसरे बच्चे के बीच कम से कम 3 साल का अंतर रखे।
- दूसरी बार मां बनने के लिए डॉक्टर से सलाह अवश्य लें। अगर आपको स्वास्थ्य संबंधी कोई परेशानी है तो सभी जांच अवश्य करायें।
- एक पिता होने के नाते अपनी पत्नी का पूरा सहयोग करें। क्योंकि एक साथ दो बच्चों को संभालना आसान नहीं होता है। दूसरी बार मां बनने के बाद कई स्वास्थ्य संंबंधी समस्याओं का भी ध्यान रखना पड़ता है।
- अगर आपका बच्चा टॉडलर है तो उसे भी आपकी जरूरत है ऐसे में इस बात का ध्यान रखे कि बच्चा स्वयं को अनदेखा महसूस नहीं करें।
- अपने बच्चे की देखभाल के लिए घर के सदस्यों की मदद अवश्य ले।
- अगर आप वर्किंग हैं तो यह ध्यान रखे कि आपको कैसे आफिस और दोनों बच्चों के बीच संतुलन करना है। क्योंकि दोनों बच्चों को आपका समय चाहिए, इसमें आपके पति को आपकी पूरी मदद करनी होगी।
- दूसरी प्रेगनेंसी में भी मॉर्निंग सिकनेस, थकान, जी मचलना यह सारी परेशानियां वैसी ही होगी। इसलिए वह गलतियां नहीं करे जो आपने पहली गर्भावस्था में की। समय पर खाना, सही डाइट लेना इन बातों का ध्यान रखें।
- सेकेंड बेबी की प्लानिंग में आपको खुशी तो बहुत महसूस होगी। लेकिन यह ध्यान दें कि आप वाकई में तैयार है या नहीं। आपके पति की क्या राय है इस बारे में हैं।
- प्रेगनेंसी में मानसिक तौर से भी तैयार होना बहुत आवश्यक होता है। इसलिए तनावमुक्त रहना और किसी भी तरह के दबाव में नहीं रहना है। अगर आप इस दबाव में है कि दूसरा बच्चा होना ही चाहिए तो ऐसा बिल्कुल भी मत सोचें। आपके लिए क्या सही है यह देखें कि आपकी क्या स्थिति है।
- पहला बच्चा या दूसरा बच्चा दोनों बच्चों को बराबर का समय चाहिए होता है। इसलिए इस बात का ध्यान रखते हुए प्लानिंग करे कि यह सब आप कैसे संभालेगें।
इन बातों का ध्यान इसलिए रखना आवश्यक है क्योंकि आपको मानसिक और शारीरिक तौर से स्वयं को दूसरे बच्चे के लिए तैयार करना होगा।