• Home  /  
  • Learn  /  
  • प्रदूषण से बच्चों में होने वाली एलर्जी से बचाव कैसे करें
प्रदूषण से बच्चों में होने वाली एलर्जी से बचाव कैसे करें

प्रदूषण से बच्चों में होने वाली एलर्जी से बचाव कैसे करें

30 Oct 2021 | 1 min Read

Medically reviewed by

Author | Articles

प्रदूषण का असर पयार्वरण पर सबसे ज्यादा पड़ता है। हवा में घुलता हुआ धुंआ, फैक्ट्री से निकलने वाली दूषित हवा हमारी सेहत के लिए बहुत ही खतरनाक होती है। खासतौर से दीवाली के बाद प्रदूषण सबसे ज्यादा बढ़ जाता है। इस प्रदूषण का जितना असर बड़ो पर पड़ताहै। उससे ज्यादा कहीं बुरा असर बच्चों पर भी होता है।

 

इसी प्रदूषण की वजह से बच्चों में एलर्जी भी हो सकती है। आइये जानते हैं इस एलर्जी से कैसे बचाव करे।

अगर बच्चों को पहले से ही सर्दी और खांसी जुकाम की समस्या है तो आपको और भी सतर्क रहने की आवश्यकता है। प्रदूषण की वजह से होने वाली एलर्जी में बच्चों को सांस संबंधी भी समस्या हो सकती है। जैसे कि खांसी आना, छींक आना जल्दी-जल्दी सर्दी जुकाम होना, सिर में दर्द। अगर बच्चों को यह समस्या लंबे समय तक बनी है तो डॉक्टर से सलाह लेने की आवश्यकता है। इस एलर्जी से बचाव के लिए बच्चों की रोग-प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होनी चाहिए।

 

  • बच्चों को रोजाना काढा अवश्य दे क्योंकि काढा खांसी और जुकाम से आराम दिलाता है।
  • हल्दी वाला दूध भी बच्चों की इम्युनिटी को ठीक करता है।
  • अपने आस-पास पेड़ पौधे अवश्य लगाए, क्योंकि पेड़-पौधों से भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन मिलती है। अगर आप ऐसी जगह रहते हैं जहां प्रदूषण बहुत ज्यादा है तो कोशिश करे कि आप इनडोर प्लांट लगाए। क्योंकि इनडोर प्लांट लगाने से ऑक्सीजन भरपूर मात्रा में मिलती है।
  • प्रदूषण की एलर्जी की वजह से बच्चों की आंखों में जलन बहुत ज्यादा होती है। इससे बचाव के लिए आप रात में सोने से पहले बच्चों की आंखें ठंडे पानी से अच्छी तरह से साफ करे। प्रदूषण की वजह बच्चों की नाक में खुजली भी होने लगती है। इस समस्या से बचने के लिए बच्चों को स्टीम रोजाना दिलाएं।

 

पटाखों का प्रदूषण बच्चों की सेहत के लिए बेहद खतरनाक होता है। इसलिए कोशिश करे कि स्वयं भी पटाखे नहीं जलाए और लोगों को भी जागरूक करे। बदलते मौसम और प्रदूषण में बच्चों को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत आ सकती है। इसलिए इस बारे में डॅाक्टर से सलाह ले, क्योंकि बहुत ज्यादा प्रदूषण बच्चों में दमा, अस्थमा जैसी बीमारियों का कारण बनता है। इसलिए इसके बारे में पहले से सचेत रहे।

#shishukidekhbhal

A

gallery
send-btn

Related Topics for you

Suggestions offered by doctors on BabyChakra are of advisory nature i.e., for educational and informational purposes only. Content posted on, created for, or compiled by BabyChakra is not intended or designed to replace your doctor's independent judgment about any symptom, condition, or the appropriateness or risks of a procedure or treatment for a given person.