20 Apr 2022 | 1 min Read
Tinystep
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हम जानते हैं, परवरिश करना एक कठिन काम है। इसके लिए काफ़ी समर्पण और दोनों साथियों में अंडरस्टैंडिंग की आवश्यकता होती है। हर परिवार अलग होता है और उनकी भूमिका और विशेषता भी अलग होती हैं। अक्सर यह माता-पिता की उपलब्धता और भावनात्मक स्थिति पर निर्भर करती है। इन सबसे ऊपर एक परंपरागत सोच है, जो इस बात पर ज़ोर देती है कि परवरिश करना सिर्फ माँ का काम है, लेकिन हम जानते हैं कि यह सच नहीं है।
हमारे पास आठ बहुत खुशी वाले पल हैं, जो आपको याद दिलाएँगे कि आपके पति वास्तव में आपके बच्चे को लेकर कितने सहनशील हैं। यदि यह आपसे भी संबंधित है तो हमें ज़रूर बताएँ।
पुरुष कभी नहीं समझ सकते कि जन्म देते समय आप किस दर्द से गुज़रती हैं, आपके वाटर ब्रेक से प्रसव पीड़ा तक। तब आप बस यहीं सोचती रहती हैं कि इस दर्द से बेहोश होने से पहले आप अपने शिशु को एक बार देख लें। इसमें आपके पति बस इतना ही कह दें “मैं यहाँ हूँ, तुम्हारे साथ” तो आपकी सांस में सांस आ जाती है। वह आराम से बैठ भी सकते हैं लेकिन वह अपना सारा काम छोड़कर, डिलीवरी रुम में आपके साथ या उसके बाहर रहने का फैसला करते हैं। आप और शिशु उनकी पहली प्राथमिकता बन जाते हैं। यकीन कीजिए, इसे ही समर्पण कहते हैं। यह साफ संकेत है कि वह भविष्य में एक सहनशील पिता बनेंगे।
जब आप जानते हैं कि अगली सुबह आपको काम पर जाना है, तो रात भर नींद पूरी ना हो पाने के बारे में सोचना भी निराशाजनक होता है। आप अक्सर उन प्रोजेक्ट के बारे में सोचकर डर जाते हैं जो आपको पूरे करने है। उसके बाद आपको घर आकर घर के काम भी करने होते हैं। राहत का क्षण तो तब होता है जब आपके पति आते हैं और आपको सोने को कहते हैं, जबकि आप इस दुविधा में होती हैं कि बच्चे को रोता हुआ कैसे छोड़ दूँ? लेकिन जब आपके पति आपको सोने के लिए कहते हैं और आश्वासन देते हैं कि वो बच्चे को संभाल लेंगे, तब मानो थकान अपने आप कम हो जाती है।
आखिरी बार कब आप और आपके पति डिनर डेट पर गए थे? या फिल्म देखने? सोचना बहुत मुश्किल है? जी हाँ, एक चीज़ जो परवरिश करने के दौरान आपसे छीन जाती है वह है आपका निजी समय। लेकिन भरोसा कीजिए,जब बात पुराने लम्हों को याद करने की आती है, तो यह आपके पति के लिए आपसे ज्यादा मुश्किल है। आपके पति इस बात का ध्यान रखते हैं कि उन्हें भी अपनी सामाजिक जिंदगी के साथ उतने ही समझौते करने पड़ेंगे जितने आपको करने पढ़ते हैं और इन जिम्मेदारियों को लेना उनकी ख़ुशनसीबी है। जब आप अपने बच्चे के साथ भाग दौड़ में व्यस्त होती हैं जैसे स्तनपान कराना, उसकी नैपी बदलना तो कई बार आपके पति सिर्फ आपको देखते हैं और बच्चे को सुलाने में आपकी मदद भी करते हैं ताकि उन्हें आपके साथ कुछ निजी पल मिल सकें। वह इतना सहनशील बन रहें हैं जितना की वह बन सकते हैं। आपको उन्हें इस बात के लिए श्रेय देना चाहिए।
जी हाँ, एक ऐसी चीज़ जो वह आपके लिए भी नहीं छोड़ते थे। एक समय था जब आपके पति सप्ताह के अंत में सिर्फ गेम खेलना पसंद करते थे, लेकिन अब आप उन्हें सारा समय अपने बच्चे के पास देखती हैं। वह अपने बच्चे के साथ बिताए जाने वाले समय का एक सेकेंड भी बर्बाद नहीं करना चाहते हैं। बच्चे के लिए लोरी गाने से लेकर उसकी नैपी चेंज करने तक वह सबकुछ करते हैं।
यह बहुत आम है जब माता-पिता अपनी जिम्मेदारियों को बांटते हैं खासतौर पर कामकाजी माता-पिता। और यह उनके लिए सबसे बेहतर काम करता है। लेकिन कई बार ऐसा समय होता है जब आप घर आते हैं और आप में खड़े रहने की भी ताकत नहीं होती है। ऐसे में अगर आपके पति आपको गले लगाएँ और प्यार से आपके कान में कहें “मै आज यह काम कर लूँगा, तुम नहा लो और आराम करो”। ये पल कैसा होगा यह आप बेहतर समझ सकती हैं।
क्या यह आपके बच्चे का बोलना शुरू करने का समय है? हम जानते हैं यह विषय आप में उत्सुकता ले आता है। कई बार ऐसा होता है जब आपको लगभग लगने लगता है कि आपका बच्चा बोलना शुरू कर देगा लेकिन वह नहीं बोलता और इससे आपको निराशा होती है। लेकिन उसके बाद आप अपने जिद्दी पति को एक ही बात दोहराते हुए देखती है “ पापा बोलो” तो आपको उनसे संयमशील होने का एहसास होता है।
हम जानते हैं कई बार आप भगवान का धन्यवाद् करती हैं कि आपका बच्चा सो रहा है और अब आप भी सोने का इंतजार नहीं कर सकती, लेकिन तभी आप अपने पति की ओर देखती हैं और वह आपके बच्चे के बगल में ही लेटे होते हैं और उसे सोता देखकर मुस्कुरा रहे होते हैं। आप सोचती हैं कि क्या वास्तव में इन्हें नींद नहीं आ रही है? जी हाँ, उन्हें नींद आ रही है लेकिन वह सिर्फ यह पल चाहते हैं जिसमें वह बच्चे के पास रह सकें और खुद को खुश किस्मत महसूस कर सकें।
हम सभी जानते हैं कि धूम्रपान करने वाले व्यक्ति कितने जिद्दी होते हैं, खासकर जब उन्हें धूम्रपान छोड़ने के लिए कहा जाता है। आपने इस बारे में उनसे कई बार बहस की होगी, लेकिन इस बार जब आप उन्हें शिशु के सेहत के लिए यह करने को कहते हैं तो वह हाँ बोलने में ज्यादा समय नहीं लगाते हैं और वास्तव में उसपर काम भी करते हैं, जाहिर सी बात है बच्चे का स्वास्थ्य उनके शौक से ज्यादा जरुरी है।
इन सब बातों से हम आशा करते हैं कि आप समझ गए होंगे कि पिता अपने बच्चों को लेकर कितने सहनशील होते हैं। वह कई बदलावों का सामना करते हैं। इसके लिए हम उन्हें सलाम करते हैं।
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