20 Jan 2022 | 1 min Read
Mousumi Dutta
Author | 387 Articles
बच्चों की बात जैसे ही आती है हर मम्मी-पापा की एक ही शिकायत होती है, वह है उनकी शैतानियां। आजकल के बच्चों की बात ही अलग है, उनका दिमाग हमेशा कुछ न कुछ नया शैतानी ईजाद करने में व्यस्त रहता है। पर जब बात पढ़ाई की आती है तो बात एकदम उलट जाती है, याददाश्त अपने न्यूनतम स्तर पर पहुँच जाता है। सच तो यह है कि शैतानी करना तो हर बच्चे का स्वभाव होता है, लेकिन बात तब चिंता का विषय बन जाता है जब वही बच्चा पढ़ाई के मामले में आता है तो बिल्कुल जीरो हो जाता है।
वैसे तो हर बच्चों का दिमाग एक ही स्तर का नहीं होता है, कोई तेज होता है तो कोई मध्यम या तो कोई जन्म से कम बुद्धि का होता है। इस मामले में आखिर बच्चे क्या करेंगे, यह तो जन्म से उन्हें मिलता है। लेकिन माता-पिता बच्चों के दिमाग को तेज करने में उनकी मदद कर सकते हैं।
अब आप सोच रहे होंगे कि जो दिमाग उन्हें जन्म से मिला है उसको कैसे हम तराश कर तेज बना देंगे। विश्वास कीजिए, सही आहार और सही योगासन या व्यायाम बच्चे के ब्रेन पावर को बूस्ट करने में अहम् भूमिका निभाते हैं। घड़ा जब कच्चा हो तभी उनको तराशकर सही आकार दिया जा सकता है। हेल्दी डायट और एक्सरसाइज से बुद्धि को थोड़ा तो तेज किया ही जा सकता है। तो फिर देर किस बात की, बच्चे के याददाश्त को दोष न देकर उनके डायट में इन चीजों को शामिल करने की कोशिश करें-
पालक का सेवन करने से इसका खतरा कम होता है। ब्रोकली में डीएचए होता है, जो न्यूरोन को जोड़कर बच्चे के ब्रेन पावर को बूस्ट करने में भरपूर मदद करता है। एवोकाडो में विटामिन के, पोटाशियम और फोलेट होता है, जो मस्तिष्क में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने में सहायता करता है। हरे रंग के सब्जियों के सेवन को बच्चों के डायट में शामिल करना बहुत जरूरी होता है।
अब तक हमने उन फूड्स के बारे में बात की जो बच्चे के ब्रेन को बूस्ट करने या बच्चों के दिमाग को तेज करने में सहायता करते हैं। इन सबको बच्चों की डायट में शामिल करने से ब्रेन हेल्दी होता है, और बच्चों का दिमाग तेज होता है। लेकिन क्या आपको पता है कि बच्चों का दिमाग तेज करने के लिए योगासन और एक्सरसाइज की भी अहम भूमिका रहती है। इसके अलावा मेडिटेशन एक ऐसा व्यायाम है, जिसका नियमित अभ्यास करने से मन को एकाग्र करने की क्षमता बढ़ती है।
ध्यान या मेडिटेशन का अभ्यास यदि माता-पिता बच्चे को शिशु अवस्था से करवाएं तो उसका कंसन्ट्रेशन लेवल दूसरे बच्चों की तुलना में जरूर बढ़ता है, यह विशेषज्ञों की मानी हुई बात है। इसके अलावा अब जानते हैं कि कौन-से योगासन बच्चों के दिमाग को तेज करने और याददाश्त को बढ़ाने में अभूतपूर्व भूमिका अदा करते हैं।
धनुरासन: इस आसन को करने से मस्तिष्क का तंत्रिका-तंत्र उत्तेजित होता है और मन को एकाग्र करने की क्षमता भी बढ़ती है।
वृक्षासन: यह ऐसा आसन है जिसको बच्चे खेल-खेल में खुद ही बहुत बार कर लेते हैं। इसको करने से न सिर्फ मन को कंसन्ट्रेट करने की शक्ति बढ़ती है बल्कि साथ में मन और शरीर दोनों को शांती मिलती है। मन और शरीर शांत होने पर ही दिमाग तेज होता है।
पश्चिमोत्तासन: इस योगासन को करने से बच्चों के मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह बेहतर तरीके से हो पाता है, फलस्वरूप ब्रेन का फंक्शन भी बेहतर हो पाता है।
सेतुबंधासन: इस आसन को भी करने से ब्रेन में ब्लड फ्लो अच्छी तरह से और तेजी से होने लगता है, इससे बच्चे के ब्रेन पावर बेहतर होता है, चीजों को याद रखने में आसानी होती है। अगर सारी चीजें अच्छी तरह से याद होंगी तो जाहिर है बच्चा पढ़ने में भी तेज होगा।
भुजंगासन: दूसरे योगासनों की तरह भुजंगासन भी बच्चों के लिए करना बहुत आसान होता है। इस आसन को करने से मेमोरी बूस्ट होने के साथ-साथ कंसन्ट्रेशन लेवल भी बढ़ता है।
एक्सरसाइज: शोधों में पाया गया है कि योगासनों के अलावा हाई इंटेनसिटी एक्सरसाइज करने से बच्चों की न सिर्फ मेमोरी पावर बूस्ट होती है, बल्कि ध्यान केंद्रित करने की शक्ति भी बढ़ती है।
अब तक के चर्चा से आप समझ गए होंगे बच्चों का दिमाग तेज करने के लिए खान-पान हेल्दी करवाने के साथ-साथ उनके जीवन में व्यायाम को भी अनिवार्य रूप से शामिल करना होगा। इसके अलावा आप बच्चों के साथ पजल्स, ब्रेन स्टॉर्मिंग गेम्स आदि खेलें, इससे सोचने की क्षमता बढ़ती है।
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