20 Jan 2022 | 1 min Read
Mousumi Dutta
Author | 45 Articles
आजकल सोशल मीडिया लोगों के लिए लाइफ शेयरिंग टूल बन गया है। आजकल समाज में एक-दूसरों के बीच अनजानी से दूरी बन गई है। समय के अभाव के कारण न लोग एक-दूसरे के घर जाते हैं और न ही एक-दूसरे की खबर लेते हैं। अब तो सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेटफार्म बन गया है, जहाँ से दोस्त-रिश्तेदार, भाई-बहन, आस-पड़ोस, सबकी खबर मिल जाती है। लोग इसी प्लेटफार्म पर अपना सुख-दुख, जिंदगी की हर छोटी-बड़ी बातें शेयर करते रहते हैं। इसी शेयर करने की आदत में वह अपने बच्चों की भी हर छोटी-छोटी बातें, खुशी की बातें, सैर-सपाटे की बातें, उनकी सफलता की बातें सब कुछ शेयर कर देते हैं।
शायद आप सोच रहे होंगे कि आप तो बस अपनी खुशी ही शेयर करते हैं, भला इससे बच्चों को क्या नुकसान पहुँच सकता है। पर आपने कभी भी सोचा है कि आपकी पल भर की कृत्रिम खुशी बच्चों की जिंदगी पर भारी पड़ सकता है। अरे, हम यह नहीं कह रहे कि आप सोशल मीडिया पर कुछ भी शेयर न करें, बस शेयर करने से पहले इस बात का ध्यान रखें कि क्या शेयर करें और क्या नहीं। आप एक सीमा का निर्धारण कर लें जिससे कि आप, आपका परिवार और आपके बच्चे सुरक्षित रह सकें। चलिए अब जान लेते हैं कि वह बातें हैं क्या-
लोकेशन संबंधी सूचना- आपका बच्चा कहाँ जा रहा है, कहाँ खेलने जाता है, किस स्कूल में पढ़ता है यह सब बातें कभी भी सोशल मीडिया पर पोस्ट न करें। यहाँ तक कि पार्टी हो या घुमने की जगह का लोकेशन भी स्टेटस पर न डालें। इससे किसी को भी बच्चे के लोकेशन का पता आसानी से लग सकता है। स्टॉकर इन शेयर किए हुए लोकेशन के माध्यम से बच्चों तक पहुँच सकते हैं और उन्हें नुकसान पहुँचा सकते हैं।
यहाँ तक आप भी रेस्तरां में बैठकर या किसी पार्टी हॉल में जाकर अपना लोकेशन शेयर कर रहे हैं और आपका बच्चा घर पर अकेला है। फिर आप खुद ही सोचिए क्या यह लोकेशन शेयरिंग आपके बच्चे के लाइफ के किए सेफ है?
बच्चों की अचीवमेंट संबंधी सूचना- अक्सर माता-पिता अपने बच्चों की अचीवमेंट सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हैं ताकि दूसरों को पता चले कि उनका बच्चा कितना काबिल है। लोग लाइक करेंगे, कमेंट करेंगे और दूसरों को बच्चों की सफलता की बात बताकर खुद लोगों की तारीफ लुटें। लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा है कि आपके इस गर्व के दिखावे के खेल में कहीं आपका बच्चा तो झूठी दिखावे के दुनिया में खो तो नहीं जा रहा है। हो सकता है कि वह लोगों के लाइक और कमेंट्स को पढ़कर ओवर कंफिडेंट होकर पढ़ाई पर ध्यान देना ही कम कर दे।
बच्चों की बीमारी या मेडिकल रिपोर्ट की सूचना- अक्सर लोग अपने बच्चे के मेडिकल हिस्ट्री के बारे में सोशल मीडिया ग्रुप में लोगों से जानकारी पाने के लिए पोस्ट कर देते हैं। आपकी लोगों से उनकी जानकारियाँ या अनुभव लेने का तरीका कहीं आपके बच्चे के लिए जानलेवा साबित न हो जाए। क्योंकि इसी तरह अनजाने लोगों को आपके बच्चे के मेडिकल हिस्ट्री के बारे में पता चल जाता है। इंटरनेट के हैकर्स इस सूचना का गलत तरीके से फायदा उठा सकते हैं।
बच्चों की नग्न तस्वीरें- आम तौर पर लोग छोटे बच्चों की नग्न तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट कर देते हैं, क्योंकि उन्हें फोटोज क्यूट लगते हैं। बच्चे बड़े हो या छोटे फोटोज गलत हाथों में पड़ सकते हैं। आजकल तो फोटोशॉप का जमाना है, तस्वीरों के साथ कुछ भी गलत हो सकता है।
बच्चों की कमजोरियों की बात- सोशल मीडिया पर कभी भी चैट करते हुए या किसी भी तरह से अपने बच्चे की कमजोरियों को पोस्ट न करें। इन कमजोरियों की बात को लेकर दूसरे लोग छेड़ सकते हैं या स्टॉकर उनको नुकसान पहुँचा सकते हैं।
दूसरे बच्चों की तस्वीरें पोस्ट करना- यह तो अक्सर होता है आपके बच्चे के बर्थडे पार्टी में उसके सारे दोस्तों के साथ खींचा गया बच्चे के फोटोज आप बिना उन बच्चों के अभिभावकों से आज्ञा लिए पोस्ट कर देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं ऐसा नहीं करना चाहिए! इससे हो सकता है आपके बच्चे के साथ दूसरे बच्चे भी परेशानी या मुसिबत का शिकार हो जाएं।
अब तो आप समझ ही चुके होंगे कि आखिर क्यों सोशल मीडिया यानि फेसबुक, इंस्टाग्राम, टेलिग्राम, वाट्सअप आदि पर बच्चों से जुड़ी कोई भी बात या फोटोज पोस्ट नहीं करनी चाहिए। आपकी पल भर में की गई गलती बच्चे के लिए जान का खतरा बन सकता है। इसलिए सचेत रहें, सेफ रहें।