16 Feb 2022 | 1 min Read
Mousumi Dutta
Author | 387 Articles
मीरा राजपूत कपूर के नाम को किसी परिचय की जरूरत नहीं हैं। मीरा राजपूत कपूर और शाहिद कपूर दोनों क्यूटेस्ट कपल के रूप में मशहूर हैं। जैसा कि आप जानते ही हैं कि मीरा राजपूत कपूर दो प्यारे बच्चों की माँ हैं। दोनों बच्चों मीशा और जैन के बीच सिर्फ दो साल का फर्क हैं।
आप इस बात से इनकार नहीं कर सकते हैं, कि दोनों बच्चों की एक साथ देखभाल करना कितना मुश्किल भरा काम होता है, चाहे वह सेलिब्रिटी मॉम हो या कॉमन मॉम। बॉलीवुड के दोनों प्यारे बच्चों की माँ, मीरा राजपूत कपूर हमेशा सोशल मीडिया को या इंटरव्यू में कॉमन मॉम को अपने प्रेग्नेंसी और पेरेंटिंग टिप्स से इंस्पायर करती रहती हैं।
मीरा राजपूत के इंस्टाग्राम फीड से आपको लगता होगा कि वह अपने बच्चों का कितने आसानी से परवरिश करती होंगी। लेकिन दो बच्चों का एक साथ परवरिश करना उतना भी आसान काम नहीं है। मीरा अपने इस टफ काम को कैसे अंजाम देती हैं चलिए इस बारे में उनके सोशल मीडिया पर दिए गए इंटरव्यू और इंस्टाग्राम के आधार पर जानते हैं।
सच कहे तो उनके पेरेंटिंग स्टाइल बहुत ही सिंपल होते हैं। उनके पेरेंटिंग स्टाइल घर के संस्कारों और अपनी ही मिट्टी से जुड़े हुए होते हैं।
ब्रेस्टफीडिंग को देती हैं अहमियत: मीरा राजपूत प्रेग्नेंसी के दोनों समय ब्रेस्टफीडिंग की जरूरत को समझाती रहीं।वह सारे न्यू मॉम को यह टिप्स देती हैं कि माँ के लिए अपने नवजात बच्चे को दूध पिलाना बहुत जरूरी होता है। ब्रेस्टफीडिंग से अच्छा गिफ्ट माँ का अपने बच्चे के लिए दूसरा कुछ और हो ही नहीं सकता। ब्रेस्टफीडिंग से माँ और बच्चा दोनों स्वस्थ रहते हैं। कुछ माँ यह सोचकर ब्रेस्टफीड नहीं करवाती कि फिगर खराब हो जाएगा मगर ऐसा नहीं है। ब्रेस्टफीड करवाने से बॉडी शेप में रहता है।
माँ का रखना चाहिए अपना ख्याल: मीरा राजपूत न्यू मॉम को पेरेंटिंग टिप्स देते हुए यह बताना चाहती है कि बच्चे के खान-पान और सोने का ख्याल जिस तरह माँ रखती हैं, ठीक उसी तरह माँ को भी अपना ध्यान रखना चाहिए।
माँ और सासू माँ की शिक्षा: मीरा राजपूत की पेरेंटिंग गुरू उनकी माँ बेला राजपूत और सासू माँ नीलिमा अजीम हैं। उन्हें पेरेंटिंग के लिए किताब या सोशल मीडिया से टिप्स लेने की जरूरत नहीं पड़ी। दोनों माँ के अनुभव ने ही उन्हें जड़ों से जुड़ी रहना सिखाया है। उन्हीं के संस्कार के सहारे मीरा राजपूत अपने दोनों बच्चों में संस्कृति और मान्यता की शिक्षा दे पाईं हैं।
भगवान की आस्था करना: मीरा राजपूत के खुद के संस्कार बहुत पवित्र और मूलभूत हैं, इसलिए वह अपने बच्चों को भगवान की आस्था करने की शिक्षा देती हैं। वह अपने एक इंटरव्यू में जिक्र करती हैं कि उनकी बेटी मीशा धार्मिक प्रकृति की हैं लेकिन बेटा जैन को सिखाने की जरूरत है। उनका मानना है कि बच्चों में धार्मिक संस्कार देना बहुत जरूरी होता है।
जमीन से जुड़े रहने की शिक्षा: मीरा राजपूत बच्चों को जड़ से जुड़े रहना सिखाती है। वह बच्चों को वह खाना खिलाना पसंद करती है, जो सब खाते हैं। दाल-चावल और रोटी-सब्जी जैसे देसी खाना वह बच्चों को खिलाती है। सेलिब्रिटी होने के बावजूद वह गार्डेनिंग और खेती करने के बारे में सिखाती हैं।
मीरा राजपूत के अनोखे पेरेंटिंग स्टाइल न्यू मॉम्स के लिए इंस्पिरेशन हैं।
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