9 tarike jisse shaadi mei ladai sahi tarike se ki jaa saktu hai

9 tarike jisse shaadi mei ladai sahi tarike se ki jaa saktu hai

20 Apr 2022 | 1 min Read

Tinystep

Author | 2574 Articles

  हर शादी में थोड़ी बहुत असहमति तो होती ही है| ख़ासकर बच्चे हो जाने के बाद पति पत्नी बहुत सारे काम की वजह से तनाव में रहते हैं और अनजाने में एक दूसरे के बारे में यह जानने की कोशिश में लग जाते है कि दूसरा साथी कब क्या गलत कर रहा है, जिससे वो उनसे लड़ाई कर सके| परिस्तिथियाँ ख़राब हो सकतीं है इसलिए ज़रूरी है कि पहले से ही इसके लिए इसका आधार और कुछ नियम बना लिए जायें|

 

अंत में यह जरूर याद रखें कि आप एक दूसरे को कितना प्यार करते हैं और आपको एक दूसरे से आपस में इस तरह जुड़ने में कितना वक़्त लगा था! लड़ाइयाँ इसलिए हो रहीं हैं कि आप दोनों कुछ चीज़ों के बारे में अलग विचार रखतें है जो आपस में बहस को जन्म देती है| मत भूलें इस बहस का आपके प्यार और रिश्ते की गहराई से कुछ ज्यादा लेना देना नहीं है|

नीचे दिए गए 9 तरीक़े से शादी में हो रही लड़ाईं को निष्पक्ष बनाया जा सकता है:

1. अपने लिए ऊँचे स्तर तय करें

जैसे को तैसा के नियम से शादी में समस्या बढ़ जाती है और समस्या का बढ़ना शादी को खत्म करने के 9 कारणों में से एक है| इसे जीवन में न अपनाएं| दूसरी चीज़े जो आपके शादी के लिए परेशानी की वजह बन सकतीं है ,वह है, एक दूसरे के विचारों को नकारना, किसी बात के प्रति नकारात्मक सोच और एक दूसरे को टालना|

2. जिम्मेदारी लें

दुसरे पर दोष डालने की जगह खुद को सामने लायें| ऐसा करने पर आप ,अपनी जरुरत और इच्छा दोनों को सही तरह से सामने ला सकतीं है| यह बात कि “मुझे मदद की जरुरत है क्योकि मैं थकी हुई हूँ ” ज्यादा अच्छी है ,यह कहने के कि ” तुम मुझे कभी मदद नहीं करते इसलिए अब बच्चे की देखभाल तुम करोगे “| बातों को सही ढंग से रखना जादू सा काम करता है|

3. भविष्य की योजना बनायें

छोटे समय के लिए नहीं बल्कि लम्बे समय के लिए योजना बनाये| कभी कभी चीज़े हमेशा वैसी नहीं हो पातीं जैसा आपने सोंचा होता है, और ऐसे में आपस में बहस होती है| पति पत्नी एक दूसरे पर आराम से दोष डाल देंतें है , जिसका निर्णय कभी साथ मिलकर लिया था| सोच समझकर की गयी प्लानिंग पति पत्नी को सुरक्षित भविष्य की ओर ले जाती है और जिसमें रिस्क की संभावना कम होती है |

4. पुरानी बातों को लेकर न लड़ें

जब आपकी किसी बात को लेकर लड़ाई हो तो हमेशा अभी की प्रॉब्लम पर बात करें| अतीत की बातों को बीच में लाने से समस्या का समाधान तो नहीं मिलेगा बल्कि आपका साथी गुस्से में आ जायेगा, इसकी गारंटी है| किसी भी बहस को वर्तमान समस्या के साथ रखना ही आपके लिए सही होगा |

5. नेकी हमेशा मदद करती है

किसी भी विवाद में नेकी हमेशा आपके काम आती है| किसी लड़ाई में सामनेवाले के साथ शत्रुता और तिरस्कार के साथ पेश आ सकतें है और नेकी और आदर के साथ भी| हमें पता है कि आप सही चुनाव करेंगी|

6. बदलाव को स्वीकारें

हर लड़ाई में आप जीत नहीं सकतीं| बिना बात के विवाद को बढ़ाने से अच्छा है कि आप इसे स्वीकारें| अनावश्यक विवाद को बढ़ाना आप दोनों के बीच तनाव बढ़ाएगा|

7. बच्चों को बीच में ना लायें

बच्चों अपनी लड़ाई में अपना हथियार ना बनाये| याद रखें कि वो उनके भी बच्चे हैं| अगर आपकी लड़ाई का तरीका उचित नहीं है तो बच्चों के सामने न लड़ें| अगर बच्चे ने आपकी लड़ाई देख ली हो तो उससे इसके लिए सॉरी बोले और उसे बताये कि आप दोनों इस विवाद से कुछ बेहतर नतीज़ा पाने की कोशिश कर रहें हैं|

8. गरिमा बनाये रखें

लड़ाई के लिए कुछ नियम बनाना ही काफी नहीं होता, आपको इसका पालन भी करना होता है| इस बात को निश्चित करें कि लड़ाई में भी अपनी गरिमा बनाये रखें| अपने स्तर से इतना न गिरें कि वापस आना असंभव हो|

9. याद करें कि आप दोनों ने शादी क्यों की?

याद करें कि आपने एक साथ जीवन बिताने का फैसला क्यों लिया था? इन लड़ाईंयों को अपनी शादी के बीच ना आने दें| समय-समय पर अपने साथी को बताएं कि आप उनसे कितना प्यार करते हैं और उनके बिना कुछ दिन भी जीना आपके लिए कितना मुश्किल है|

 

 

 

अपने प्यार को सबसे ऊपर रखें, सबकुछ सही हो जाएगा|

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