9 May 2022 | 1 min Read
Tinystep
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आपको लगता है केले के छिलके की जगह कूड़े में है? यह पढ़ने के बाद हो सकता है कि आप अपना मन बदल लें। यहाँ ऐसी चीजों की सूची है जिनमें केले के छिलके का इस्तेमाल किया जा सकता है:
हाँ, आपने सही पढ़ा, केले का छिलका कई प्रोडक्ट से मिलने वाली सिंथेटिक चमक के बदले आपके दाँतों को प्राकृतिक सफेदी दे सकता है, । छिलके का एक छोटा टुकड़ा काटें, जिसे दाँत और उँगली के बीच पकड़ा जा सके, इस बात का ख्याल रखें कि अंदर की सफेद परत आपके दाँतों से सटी हुई हो। 2 मिनट तक हर कोने तक रगड़ें और फिर धो लें। पोटैशियम का असर कुछ हफ़्ते में नजर आने लगेगा।
हार्मोनल असंतुलन या अनुचित आहार की वजह से कभी-कभी होने वाले मानसिक उतार चढ़ाव के लिए यह काफी उचित उपचार है। केले के छिलके में ट्रिप्टोफैन होता है जो कि सेरोटोनिन बनाने के लिए जरूरी है जो कि डिप्रेशन कम करने में मदद कर सकता है और अच्छी नींद लाने में सहायक हो सकता है।
केले के छिलके में काफी मात्रा में जैन्थोफिल ल्यूटिन पाया जाता है जो कि एक कैरोटेनाॅइड व एंटिऑक्सीडेंट है और यह आँख को तनाव से बचाता है। ल्यूटिन आपके रात की दृष्टि को सही रखने में भी मदद करता है और मोतियाबिंद तथा मैक्यूलर डिजेनरेशन से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वक़्त है ,उन गाजरों के साथ केले के छिलके को भी अपने आहार में शामिल करने का।
नमी बरकरार रखने के गुण के अलावा, केले के छिलके में जिंक, मैंग्नीज और आयरन के साथ-साथ विटामिन ए , बी , सी और ई भी पाया जाता है जो कि एंटी-इन्फ्लामेट्री गुण दिखाता है अतः मुँहासे को बैक्टीरियल इन्फेक्शन से बचाने के साथ यह दाग को ठीक करने और नये मुँहासे को आने से रोकने में मददगार साबित होता है।
किसी भी चमड़े की सतह पर छिलके के अंदर के भाग को बराबर से रगड़ें , चाहे कुशन हो या बैग, और फिर सूखे कपड़े से पोंछ दे। धब्बे हटाने के साथ, पोटैशियम (बड़े पैमाने पर चमड़ा पाॅलिश का मुख्य तत्व) उन सालों पुराने जूतों को नई जैसी चमक दे सकता है।
छिलके में पाया जाने वाला पोटैशियम मेटाबॉलिज्म को बढ़ा देता है, जिसका मतलब है कि बाॅडी अधिक कैलोरी बर्न करने लगती है। घुलनशील तथा अघुलनशील फाइबर के होने से ये भराव का महसूस कराते हैं तथा पाचन क्रिया को धीमा कर देते हैं , जिससे शरीर का वजन नहीं बढ़ता क्योंकि ऑवरइटिंग बंद हो जाती है।
मच्छर के काटने के स्थान पर केले का छिलका रगड़ने से राहत मिलती है। अगर काफी गहरा घाव हो तो कोई सहायता नहीं मिलेगी पर उस जगह को नमी मिलने से खुजलाहट और जलन से राहत अवश्य मिलेगी।
पोटैशियम की कमी से होने वाले मस्सों के लिए केले का छिलका कई प्राकृतिक उपचारों में से एक है। फल के कुल पोटैशियम का 40% छिलकों मेें पाया जाता है। छिलके को मस्से पर रखना एंटीसाप्टीक के अलावा अतिरिक्त उपचार का काम कर सकता है। हालाँकि, कई त्वचा रोग विशेषज्ञ इसे नहीं मानते पर ये असरकारक होते हैं।
परेशानी सिर्फ यह है कि हम में से कई लोग कच्चे केले का छिलका खाना पसंद नहीं करेंगे, क्योंकि वह कड़वा और सख्त होगा। हल है कि आप उसके पकने का इंतजार करें जिसमें 1-2 दिन का वक़्त लग सकता है, या फिर 20-30 मिनट तक बेक कर लें। यह छिलके को पतला और मीठा कर खाने योग्य बना देता है।
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