22 Apr 2022 | 0 min Read
Tinystep
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सभी नई मायें प्रेगनेंसी के बाद कई शारीरिक परिवर्तनो से गुजरतीं हैं | यह आपके बढ़ते वजन या प्रेगनेंसी चरणों से सम्बंधित चिंता भी हो सकती है ।
यहां हम आपके पोस्टपार्टम शरीर के बारे में 7 मिथकों का जिक्र कर रहें है , जिसपर आपको विश्वास नहीं करना चाहिए।
बच्चा होने के बाद अपने वज़न खोना आपका पहला लक्ष्य नहीं होना चाहिए ,जब तक कि डॉक्टर के हिसाब से आपका ज्यादा वज़न आपके स्वास्थ्य के लिए चिंताजनक ना हो । फिट रहना और अतिरिक्त वज़न घटाना सिर्फ समाज की ज़रूरत है ,लेकिन एक नई माँ के रूप में आपके और आपके बच्चे के लिए सबसे पहले अपने आराम और पौष्टिक खाना ज्यादा जरुरी है । बिना ज़रूरत वाला फैट धीरे धीरे पिघल जाएगा तो आप अपने पहले वज़न में वापस आ जाएँगी|प्रसवोत्तर साइज जीरो बनने के प्रयत्न में न जुट जाएं ! थोड़ा अपने आप को समय दें |
प्रेगनेंसी आपके शरीर को पूरी तरह बदल देती है | बच्चे के होने के बाद वज़न घटाने से वज़न अगर घट भी गया तो फिर भी आपका शरीर प्रेगनेंसी से पहले जैसा था, वैसा नहीं हो पायेगा | आपका स्तन का आकार बढ़ेगा, हिप का आकार या स्ट्रेच मार्क्स जैसे कुछ बदलाव होंगे जिसे हम कुछ हद तक धीरे धीरे ठीक कर सकतें है |मत भूले कि प्रेगनेंसी अपनेआप में ही एक खूबसूरत अहसास है |
ज्यादातर महिलाएं सोचती हैं कि प्रेगनेंसी के कारण हुए शारीरिक परिवर्तन उन्हें अनाकर्षक बना देते है लेकिन ऐसा नहीं है। आपके शरीर के बारे में असुरक्षित महसूस करना आम बात है, लेकिन ध्यान रहे कि इन बातों से आप निराश ना हों | अपने नवजात शिशु की मां को छोड़कर आपके साथी को और अधिक कोई पसंद नहीं आएगी |आपके पति आपके ही दीवाने है,आखिर आपने उन्हें जीवन की सबसे खूबसूरत भेंट जो दे डाली है| उन्होंने आपको प्रेगनेंसी के सारे उतार चढ़ाव से गुजरते देखा है, उनकी आँखे सिर्फ आप पर ही टिकी रहतीं है | आप अपनी ख़याली खिचड़ी पकाने से पहले इसपर जरूर ध्यान दें |
अपने शरीर से शर्मिन्दा ना हों । अभी बच्चे को जन्म दिया हो या उसके कुछ महीने हो गये हों , किसी भी हालत में अपने शरीर को छुपाना नहीं चाहिए। इस प्राकृतिक प्रक्रिया के हर चरण का आनंद लें। जब आप स्तन नर्सिंग करा रहें हों और आपके शरीर पर स्ट्रेच मार्क्स दूसरों को दिख जाएँ तो इससे दुखी न हों , क्योकि आपको कुदरत ने मातृत्व जैसे अमूल्य गिफ्ट से नवाज़ा है और यह तो इसके सामने बड़ी छोटी सी बात है |
प्रेगनेंसी के दौरान, ज्यादातर महिलाओं को प्रेग्नेंट ब्रेन से गुज़ारना पड़ता है। वे कुछ चीजों को भूल जाती हैं या बातों की उलझन में पड़ जाती हैं। ज्यादातर महिलाएं गर्भवती होने के तुरंत बाद अपने पुराने रूप में जल्द से जल्द आना चाहती हैं। ज्यादातर महिलाएं ये समझ नहीं पाती कि उनका दिमाग एक बार में 4 चीज़ें ही याद रख सकता है और नींद की कमी से ये क्षमता और भी ख़राब हो सकती है | चीज़ों को पहले जैसा होने में कई हफ्ते भी लग सकते हैं |
यौन सम्बन्ध बनाने के लिए 6 सप्ताह का इंतज़ार करने को कहा जाता है,|रिसर्च से पता चलता है कि ज्यादातर महिलाओं को कई महीनों तक असुविधा या दर्द महसूस हो सकता है । एक अतिरिक्त समस्या थकान भी हो सकती है जिसका सामना ज्यादातर महिलायें करतीं हैं | 6 सप्ताह बाद चिकित्सा की दृष्टि से आप यौन सम्बन्ध बनाना शुरू कर सकती हैं लेकिन बेहतर होगा कि आप अपना समय लें और फिर शुरू करें |
ड्राइव करना आपको आसान लगेगा लेकिन इससे पहले कि आप गाडी चलाना शुरू करें, अपने आपको टेस्ट कर लें | गर्भधारण के बाद अपनी सजगता की जांच करना आवश्यक है। एक कुर्सी पर बैठें और अपने आप को चारों ओर ले जाएँ जैसे आप कार में करेंगी। अपने सिर और शरीर को दाएं से बाएं मोड़ें और इससे आपको किसी जगह पर हो रहे दर्द का तुरंत पता चलेगा । यदि कोई दर्द नहीं है, तो पार्किंग के आसपास ड्राइव करें। आप सीट बेल्ट लगाने में सावधानी बरतें या ड्राइविंग कुछ महीनो के लिए स्थगित ही कर दें अगर आप सेजेरियन डेलिवेरी से गुज़री हो| | ड्राइविंग हमेशा आराम से और धीमी रफ़्तार में करें।
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