4 Mar 2022 | 1 min Read
Ankita Mishra
Author | 279 Articles
भारत की सफल महिला उद्यमी में कई हस्तियों का नाम जुड़ चुका है। ये वो महिलाएं हैं, जिन्हें आज हम बतौर फेमस सेल्फ-मेड महिला उद्यमी के रूप में जानते हैं। इन्होंने अपनी काबिलियत से न सिर्फ देश का नाम रौशन किया है, बल्कि विदेशों में भी अपने हुनर और जज्बे की छाप को छोड़ चुकी हैं।
सफल भारतीय कारोबारी महिलाएं आज कई विभिन्न क्षेत्रों में कई कंपनियों को एक मुकाम दे चुकी हैं। इनमें शुगर कॉस्मेटिक से लेकर बेबीचक्रा व मेंट्रूपिडिया जैसे हेल्थ सेक्टर व बायजूस जैसे लर्निंग ऐप का नाम भी शामिल है।
हैरानी की बात तो ये है कि इनमें से अधिकांश इंडिया की टॉप सक्सेसफुल बिजनेस वुमन बहुत ही कम उम्र में अपने हुनर को साबित कर चुकी हैं। चलिए, स्क्रॉल करें और पढ़ें भारत की सबसे धनी स्व-निर्मित महिला उद्यमियों की सक्सेफुल स्टोरी। उन्होंने अपने काम से साबित कर दिया है कि महिलाओं के लिए स्वतंत्रता क्यों है जरूरी।
महिला उद्यमी या वुमन इंटरप्रेन्योर वे महिलाएं हैं, जिन्होंने अपनी काबिलियत से जोखिम उठाते हुए किसी छोटे व्यवसाय या पेशे को शुरू किया हो, जो कुछ ही सालों में राष्ट्रीय या वैश्विक स्तर पर फेमस बन गया हो। अमेरिका, चीन और जापान के बाद अब भारत में भी महिला उद्यमिता की शक्तियों में बढ़ोतरी देखी जा सकती है।
मौजूदा समय में हमारे पास ऐसी कई भारत की सफल महिला उद्यमी हैं, जिनकी सक्सेफुल बिजनेस की कहानी हमें प्रेरणा देती है।
इंडिया की टॉप सक्सेसफुल बिजनेस वुमन की कहानी में हमनें इन चेहरों को किया है शामिलः
फोर्ब्स इंडिया ने मुंबई की रहने वाली नैय्या सग्गी का नाम इंडियन फेमस सेल्फ-मेड महिला उद्यमी की लिस्ट में शामिल किया है। नैय्या सग्गी प्रेग्नेंसी बेस्ड हेल्थ बेवसाइट ‘बेबीचक्रा’ की संस्थापक और सीईओ हैं, साथ ही नैय्या ‘द गुड ग्लैम ग्रुप’ में सह-संस्थापक भी हैं।
नैय्या ने 2007 से 2009 के बीच मुंबई की एक मैनेजमेंट कंसल्टिंग फार्म में काम किया था। इसी दौरान उन्होंने महिलाओं को गर्भावस्था और प्रसव से जुड़ी होने वाली समस्याओं को करीब से देखा।
इसके बाद 2010 में हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से स्नातक करने के बाद 2014 में बेबीचक्रा को लॉन्च किया। आज के समय में 25 लाख से भी अधिक महिलाएं व पेरेंट्स बेबीचक्रा की जानकारी पर भरोसा करते हैं और बेबीचक्रा बेवसाइट व ऐप का इस्तेमाल करते हैं।
प्रियंका गिल का नाम भी भारत की सफल महिला उद्यमी में शामिल है। प्रियंका गिल भारतीय महिलाओं के सबसे बड़े डिजिटल कम्युनिटी प्लेटफॉर्म ‘पोपएक्सो’ की संस्थापक व सीईओ और ‘द गुड ग्लैम ग्रुप’ की सह-संस्थापक हैं। इतना ही नहीं, प्रियंका गिल का नाम भारत में एक सफल महिला उद्यमी, पत्रकार व एंजेल इन्वेस्टर में भी शामिल है।
मौजूदा समय में 4 करोड़ से भी अधिक एक्टिव यूजर्स पोपएक्सो से जुड़े हैं। वहीं, एक एंजेल इन्वेस्टर के रूप में प्रियंका गिल ने अभी तक कई टेक और फूड कांस्पेट स्टॉर्टअप को सपोर्ट किया है। बता दें कि प्रियंका को चैरिटी के साथ ही, आर्ट्स इवेंट्स को होस्ट करने का भी शौक है।
सफल भारतीय व्यवसायी महिला में अगला नाम मलिका दत्त सदानी का है, जिन्हें बिजनेस ऑफ ब्यूटी भी कहा जा सकता है। मलिका दत्त सदानी ने खासतौर पर छोटे शिशुओं व मॉम्स के लिए उच्च गुणवत्ता की प्रोडक्ट कंपनी ‘द मॉम्स को’ को शुरू किया है। वे ‘द मॉम्स को’ की संस्थापक और सीईओ हैं।
‘द मॉम्स को’ हर साल 100 करोड़ के टर्न ओवर से भी अधिक कमाई करने वाली स्टॉर्पअप कंपनी बन चुकी है। मलिका ने साल 2016 में 15 लाख रुपये के बजट के साथ ‘द मॉम्स को’ शुरू किया। आज उनकी कंपनी एंटी-स्ट्रेच मार्क्स क्रीम, ब्रेस्ट फीडिंग प्रॉडक्ट्स के साथ ही न्यू मॉम्स के लिए स्किन व हेयर केयर प्रोडक्ट का निर्माण करती है। उनके प्रोडक्ट की खासियत है कि इसे विदेशी ब्रांड के बराबर आंका जाता है।
वंदना लूथरा को इंडिया की टॉप सक्सेसफुल बिजनेस वुमन माना जाता है। वंदना लूथरा “वीएलसीसी हेल्थ केयर लिमिटेड’ की संस्थापक और ‘ब्यूटी एंड वेलनेस सेक्टर स्किल एंड काउंसिल’ की चेयरपर्सन भी हैं। साल 1989 में एक उद्यमी के रूप में अपनी पहचान शुरू करने वाली वंदना का नाम एशिया की पावर बिजनेस वुमन में भी शामिल किया गया है।
2016 में उन्हें टॉप 50 एशिया की पावर बिजनेस वुमन में 26वां स्थान दिया गया था। बता दें कि उनका वीएलसीसी ब्रांड न सिर्फ भारत में, बल्कि दक्षिण एशिया समेत दक्षिण पूर्व एशिया, पूर्वी अफ्रीका जैसे 13 अन्य देशों में भी अपना पहचान बना चुका है।
बता दें कि जिस समय वंदना लूथरा ने सफल भारतीय व्यवसायी महिला बनने का फैसला लिया था, उस समय देश में वो अपनी तरह की पहली महिला थीं।
फेमस सेल्फ-मेड महिला उद्यमी में एक नाम शुगर कॉस्मेटिक की फाउंडर और सीईओ विनीता सिंह का भी है। विनीत सिंह ने खुद को इंडिया की टॉप सक्सेसफुल बिजनेस वुमन में शामिल करने के लिए 1 करोड़ के जॉब ऑफर तक को रिजेक्ट कर दिया था। आज विनीता सिंह खुद की पहचान बना चुकी हैं और 100 करोड़ का बिजनेस संभाल रही हैं।
विनीता सिंह के लिए एक सफल भारतीय व्यवसायी महिला बनने का सफर आसान नहीं था। उनके परिवार में पहले कभी किसी ने खुद का व्यवसाय शुरू नहीं किया था, लेकिन उन्हें कुछ अलग और सबसे बेहतर करना था, तो उन्होंने अपनी काबिलियत और इरादों के दम पर अपने इस बिजनेस को शुरू किया।
फाल्गुनी नायर नाइका की संस्थापक हैं। नाइका से खुद को फेमस सेल्फ-मेड महिला उद्यमी बनाने से पहले ये कोटक महिंद्रा में प्रबंध निदेशक के पद पर थीं, जहां पर इन्होंने 20 साल तक अपनी जिम्मेदारी निभाई। इसके बाद साल 2012 में इन्होंने खुद के ब्यूटी स्टार्टअप नाइका की शुरुआत की।
फाल्गुनी नायर का नाम भारत की सबसे धनी स्व-निर्मित महिला उद्यमी की लिस्ट में भी शामिल है। रिपोर्ट के अनुसार फाल्गुनी नायर का बिजनेस 1 लाख करोड़ रुपये के भी पार पहुंच गया है।
दिव्या गोकुलनाथ बायजूस लर्निंग ऐप की सह-संस्थापक और निदेशक हैं। साल 2020 में इनका नाम भारत की सबसे धनी स्व-निर्मित महिला उद्यमी के रूप में भी सामने आ चुका है। बता दें कि दिव्या ने यह मुकाम अपने बिजनेस को शुरू करने के सिर्फ छह सालों में ही रिकॉर्ड कर लिया।
दिव्या के अनुसार, शुरू से ही उनका मन टीचिंग की तरफ था, इसी वजह से उन्होंने शिक्षक के रूप में अपना करियर शुरू किया। बाद में उन्होंने अपनी इसी पसंद के चलते खुद का बिजनेस करने का प्लान बनाया और बेंगलुरू में ऑनलाइन एजूकेशन के लिए ‘बायजू’ को शुरू किया। आज बायजूस लर्निंग ऐप भारत में सर्वाधिक इस्तेमाल किया जाने वाला लर्निंग ऐप बन चुका है।
अदिति गुप्ता मेंस्ट्रूपीडिया वेबसाइट की लेखिका और संस्थापक हैं, जहां पर लड़कियों को मासिक धर्म के बारे में शुरुआती जरूरी ज्ञान को एक कॉमिक के रूप में बताया जाता है। इतना ही नहीं, अदिति का यह कॉन्सेप्ट इतना काबिले तारीफ है कि साल 2014 में, मेंस्ट्रूपीडिया कई सरकारी व निजी स्कूलों से जुड़ा और मौजूदा समय में वह व्हिस्पर इंडिया के साथ भी भागीदार बना हुआ है।
इनकी मेंस्ट्रूपीडिया कॉमिक बुक हिंदी अंग्रेजी के साथ ही, स्पेनिश और नेपाली में भी मौजूद है। फोर्ब्स इंडिया ने अदिति को भारत की सबसे धनी स्व-निर्मित महिला उद्यमी के रूप में 30 अंडर की सूची में शामिल किया है।
भारत की सफल महिला उद्यमी में आखिरी जानकारी रिचा कार की है। रिचा कार जिवामे की संस्थापक और सीईओ हैं। जिवामे भारत में ऑनलाइन लिंगरी स्टोर है, जो सर्वाधिक महिलाओं को चहेती बन चुका है। रिचा कार ने साल 2011 में जिवामे की शुरुआत की थी।
उस दौरान जिवामे शुरू करने के लिए रिचा कार ने अपने दोस्तों से उधारी व सेविंग से जुटाए गए 35 लाख रुपये से शुरू की थी और आज जिवामे से सालाना 100 करोड़ रुपये से भी अधिक की कमाई करती हैं।
ऐसी ही भारत की सफल महिला उद्यमी की कोई कमी नहीं है। उम्मीद भी है कि आने वाले सालों में भारत में फेमस सेल्फ-मेड महिला उद्यमी की कतार बढ़ती रहेगी और इसी तरह इंडिया की टॉप सक्सेसफुल बिजनेस वुमन की लिस्ट भी दिनों-दिन बढ़ती जाएगी।