chhote bacchon mein twacha ki 7 samanya samasyein

chhote bacchon mein twacha ki 7 samanya samasyein

9 May 2022 | 1 min Read

Tinystep

Author | 2574 Articles

सबको मालूम है, और ख़ासकर  माँ को, कि शिशु की त्वचा बहुत नाज़ुक होती है| इसे देखकर यह आश्चर्य की बात नहीं है कि बच्चे बीमार पड़ सकते हैं  उन्हें संक्रमण हो सकते हैं | इस सन्दर्भ में, यह अच्छा होगा कि आप तरह-तरह की बीमारियों के बारे में जान ले|अगर आपके बच्चे को इनमे से कोई बीमारी  हुई  तो इन रोगों को पहचानना , उनको रोकने के तरीके जानने से इनका सही तरह से उपचार करना आपके लिए  आसान हो जाएगा| कुछ समस्याएं  जिससे आपका बच्चा प्रभावित हो सकता है :

1. चुभती – जलती गर्मी

यह एक परिस्थिति है जहाँ घमौरियाँ  बच्चे के चेहरे, गर्दन, पीठ और बट पर आती है|  इसमें शरीर पर छोटी छोटी लाल फुँसिआ आ जाती है | यह तब होता है जब बच्चे का शरीर ज़रुरत से ज़्यादा गरम हो जाता है, जो गरम मौसम या गरम कपडे पहनने के कारण हो सकता है| आपको तुरंत अपने बच्चे को उस गरम जग़ह  से हटाकर कुछ ढीले कपडे पहनाने चाहिए, ऐसे कपडे जो उसके बदन से न चिपके| इससे घमौरियाँ बहुत कम हो सकती हैं|

2. बच्चों में मुँहासे

किसे पता था कि इतने छोटे बच्चों को मुहाँसे को भी  झेलना पड़ेगा? यह आप जितना सोचते हैं, उससे कई ज्यादा सामान्य है| यह छोटे दाने या वाईटहेड्स के रूप में बच्चे के चेहरे पर आते हैं| यह गर्दन और ठुड्डी पर भी आ सकते हैं| यह आमतौर पर अपने आप चले जाते हैं,. लेकिन आपसे जितना हो सके मुँहासे  विरोधी उत्पादों का इस्तेमाल न करें क्योंकि उनमें हानिकारक रसायन होतें है जो समस्यां और बढ़ा देते हैं | |

3. चेचक

भले ही आप अपने बच्चे को चेचक का टीका लगवाया भी हो पर कभी कभी संभव है कि उन्हें चेचक का संक्रमण हो जाये | यह बच्चों में बहुत सामान्य है और इसे दवाइयों से ठीक किया  जा सकता है| चेचक लाल छाले या दानों के रूप में आ सकता है ,जो पूरे शरीर पर फ़ैल  सकता है| इसका असर बुख़ार , भूख में कमी, घबराहट और जोड़ों में दर्द के रूप में बच्चे को हो सकता है| यह एक संक्रामक बीमारी है, लेकिन अगर आदमी को अपने ज़िन्दगी में पहले ही चेचक हो गया हो, तो उसके वापिस होने की संभावना कम है|

4. एक्जिमा

एक्जिमा एक बीमारी है जहाँ त्वचा के कई जगहों पर, त्वचा सूखी, खुजली, परतदार, लाल बन जाती है जिससे खून बह सकता है|बीमारी की  गंभीरता उसकी   तीव्रता पर निर्भर करती  है| यह हाथ, गर्दन, चेहरे, कोहनी, और घुटनों के पीछे हो सकती है| यह 3-4 महीने बच्चे को हो सकती  है और इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे गरम या ठंडा मौसम, कुछ तरह के साबुन, आदि| इसका सबसे बढ़िया इलाज है त्वचा विशेषज्ञ  को दिखाकर त्वचा के उस जगह पर एक हलके लोशन से साफ़ करें, जो आपके बच्चे को आराम पहुँचाये |

5. मुँह के छाले

यह बच्चों और बड़ों में बहुत सामान्य है| यह फफोले के रूप में मुँह के चारो तरह होते हैं जो बाद में चले जाते हैं| यह सूजी हुई मसूड़ों के साथ शुरू होतें है औ| इससे बच्चों  में  बुखार आ सकता है |  इस समय  उनकी  लिम्फ ग्रंथियां सूज जातीं हैं ||  ये घाव 5-10 दिन तक रह सकते हैं| वे बढ़कर कम हो जाते हैं| इइस समय बच्चों में भूख  और प्यास की कमी हो सकती है ,इसलिए ध्यान रहे कि बच्चे में निर्जलीकरण  न होने पाये |  

6. हाथ, पैर और मुँह में बीमारी

इसके लक्षण फफोले, गले में दर्द और हल्का बुखार है | बीमारी के हिसाब से, फफोले बच्चे के हाथ, पैर और मुँह में फैल सकते हैं| यह बच्चे के पैर और बट तक फैल सकता है| यह काफी पीड़ा दे सकते हैं जो पानी पीने और खाने में मुश्किल कर सकते हैं| इसका इलाज हो सकता है, इसलिए अपने बाल रोग विशेषज्ञ से जल्द मिलें और याद रखें कि बच्चे को पानी पिलाते रहना है|

7. कंजक्टीवाइटिस

यह एक चीज़ है जो हम सबने सही है, जब हम बच्चे थे| बैक्टीरिया, एलर्जी, या वायरल संक्रमण के कारण यह बेहद संक्रामक है। इसमें आँख से   पानी गिरता रहता है जो काफ़ी चिपचिपा होता है । आँख लाल हो जाती है और पीड़ा देती है । बच्चे के साफ सफाई का विशेष ख्याल रखें और जल्द ही नेत्र विशेषज्ञ की सलाह लें |

A

gallery
send-btn

Suggestions offered by doctors on BabyChakra are of advisory nature i.e., for educational and informational purposes only. Content posted on, created for, or compiled by BabyChakra is not intended or designed to replace your doctor's independent judgment about any symptom, condition, or the appropriateness or risks of a procedure or treatment for a given person.