15 Dec 2022 | 1 min Read
Mousumi Dutta
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न्यू पैरेंट्स के लिए अपने नवजात शिशु को खिलाने और नहलाने के साथ-साथ, उनको डायपर पहनाने का काम भी ऐसा है जिसको सही तरह से सिखना जरूरी होता है। हालाँकि यह पहली बार में थोड़ा कठिन लग सकता है, लेकिन अभ्यास के साथ डायपर पहनाने का काम सरल और सहज बन सकता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शिशु आम तौर पर एक दिन में आठ से 10 डायपर गंदा करते हैं, जब तक वे शौचालय प्रशिक्षित नहीं हो जाते, तब तक 3,500 से अधिक डायपर बदलते हैं। न्यू पैरेंट्स के लिए यह जरूरी हो जाता है कि वह यह समझे कि बच्चे का डायपर कब बदलना है और डायपर पहनाने के समय उन्हें किन-किन बातों का ध्यान रखना है।
कई नए माता-पिता अपने बच्चे को डायपर पहनाने से घबराते हैं। पर टेंशन मत कीजिए। हम आपकी मदद करने के लिए इस लेख में डायपर पहनाने से लेकर और बहुत सारी जानकारियाँ देने की कोशिश करेंगे जिससे आपके लिए बच्चे को डायपर पहनाने की प्रक्रिया आसान हो जाएगी।
बच्चे का डायपर बदलने के पहले कुछ चीजों को अपने हाथ के पास रख लें ताकि बच्चे को छोड़कर जाना न पड़े-
डायपर को पहनाने के लिए चेंजिंग पैड या चेंजिग टेबल सहुलियत के लिए रखें। दोनों को इस्तेमाल करने के पहले ये सुनिश्चित कर लें कि बच्चा उससे लुढ़क न जाएं, इसलिए अच्छी तरह से फिट कर लें। उसके बाद नवजात शिशु के डायपर एरिया को क्लिन करने के लिए वाइप्स का इस्तेमाल करें। एक बात का ध्यान रखें कि वाइप्स केमिकल फ्री हो।
अक्सर माँ डायपर के महक निकलने तक बदलने के लिए इंतजार करती हैं। लेकिन यह सही नहीं है। बच्चे के सोने के पहले या बाद में इस चेक कर लेना चाहिए कि वह गंदा है कि नहीं। आप डायपर को छूकर देख सकती है कि वह भारी हो गया है कि नहीं, या कमर या पैर से डायपर को खींचकर भी चेक कर सकती हैं। डायपर गंदा होते ही तुरंत बदल देना चाहिए नहीं तो डायपर रैशेज होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए डायपर को पहनाने के पहले वाइप्स से साफ करके डायपर रैश क्रीम लगाना न भूलें। क्रीम लगाने से बच्चों को रैशेज में होने वाली खुजली और जलन से राहत मिलती है।
डिस्पोजेबल डायपर बदलने की तैयारी करने के लिए ये स्टेप्स फॉलो करें-
हाथ धो लें- बच्चे को छूने के पहले अपने हाथों को जरूर धो लें। हाथ धोने के बाद यह सुनिश्चित कर लें कि आपके हाथों के पास जरूरत के सभी सामान हो।
गंदे डायपर को पहले निकालें- बदलती सतह पर धीरे से बच्चे को पीठ के बल लिटाएं। हर तरफ से डायपर के टैब या पिन को खोल दें। फिर अपने बच्चे के टखनों को धीरे से पकड़कर ऊपर उठाकर गंदे डायपर को धीरे से निकाल लें। गंदे डायपर को बच्चे के पहुँच से दूर रखें।
शिशु के डायपर एरिया को साफ करें- बच्चे को वाइप्स से साफ करें। एक बात का ध्यान रखें कि वल्वा को साफ करते वक्त वाइप्स आगे से पीछे की ओर जाना चाहिए ताकि कोई इंफेक्शन न हो। एक बात कभी न भूलें कि आप मल की गंदगी या पेशाब की गंदगी को साफ करने के लिए केवल वल्वा के बाहरी क्षेत्र की सफाई कर रही हैं।इसलिए सुनिश्चित करें कि लिंग और अंडकोश के चारों ओर पूरी तरह से सफाई हो।
नया डायपर पहनाएं- डायपर को लगा देने के पहले डायपर से पेशाब को रोकने के लिए पेनिस को नीचे की ओर कर दें ताकि पेशाब करते समय बाहर निकल न जाए। डायपर रैशेज की परेशानी से बचाने के लिए डायपर रैश क्रीम लगाएं। एक बात का ध्यान रखें कि डायपर रैशेज के लिए टेलकम पावडर का इस्तेमाल बिल्कुल न करें। उसके बाद डायपर को अच्छी तरह से लगा दे।
डायपर रैश से बचाएं- डायपर रैश से बचने के लिए इन सावधानियों को फॉलो करें। यदि आपको लग रहा है कि डायपर रैश से संक्रमित हो रहा है, तो डॉक्टर को जरूर बताएं।
यह तो था डायपर पहनाने का तरीका और कुछ सावधानियाँ, जिसको डायपर बदलने के समय ध्यान रखने की जरूरत है। साथ ही डायपर बदलने के समय बच्चे के मल और मूत्र के रंग पर भी ध्यान देना चाहिए, अगर कोई भी बदलाव नजर आए तो डॉक्टर को तुरंत बताएं।
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