11 May 2022 | 1 min Read
Vinita Pangeni
Author | 421 Articles
आज के समय कपल्स फैमिली प्लानिंग का फैसला काफी सोच-समझकर लेते है। अगर आपने भी सभी बातों को ध्यान में रखते हुए बेबी प्लानिंग की सोच ली है, तो कुछ तैयारियां भी कर लेनी चाहिए। इन तैयारियों से आने वाली जिंदगी खुशहाल कटती है। क्या हैं वो बातें जिनका ध्यान बेबी प्लान करने से पहले रखना चाहिए, यह इस लेख में आगे जानिए।
फैमिली प्लानिंग से पहले ये तैयारियां कर लें। यहां हमने विस्तार से सभी तैयारियों के बारे में विस्तार से बता दी है।
1. गायनेकोलोजिस्ट से मुलाकात
बेबी प्लानिंग करने का फैसला लेने के बाद सबसे पहले गायनेकोलोजिस्ट से मुलाकात करें। गायनेकोलोजिस्ट से आप अपनी रिप्रोडक्टिव हेल्थ के बारे में जानें। डॉक्टर प्रजनन संबंधी सभी बातें और कंसीव करने से जुड़ी सलाह दे सकती हैं। साथ ही वो सभी तरह के स्कैन और टेस्ट करके यह भी बताएंगे कि शरीर में बेबी कंसीव करने से जुड़ी कोई दिक्कत तो नहीं है।
2. सेहत के लिए समय
फैमिली प्लानिंग के लिए अच्छी सेहत महत्वपूर्ण है। ऐसे में रोजाना व्यायाम, योग, टहलना, साइकिलिंग जैसी शारीरिक गतिविधियों को अपनी जीवनशैली में शामिल करें। इसके साथ ही अच्छी डाइट भी लें। प्रजनन स्वास्थ्य के साथ ही रेगुलर चेकअप भी कराएं। इससे यह स्पष्ट होगा कि आपको मौजूदा समय में बीपी, शुगर, यौन संचारित विकार (STD) या कोई अन्य शिकायत तो नहीं है।
अगर किसी तरह की शिकायत होगी, तो डॉक्टर दवा से मौजूदा स्थिति को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। स्वास्थ्य स्थिति नियंत्रित होने के बाद बेबी कंसीव करेंगी, तो शिशु और प्रेग्नेंसी संबंधी जटिलताओं से बच सकती हैं।
3. हाइजीन
ऊपर बताई गई स्वास्थ्य संबंधी तैयारियां करने के बाद दोनों पार्टनर को पर्सनल हाइजीन का ध्यान रखना होगा। बैक्टीरिया आसानी से यौन संबंधी के दौरान एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक पहुंचते हैं। ऐसे में दोनों पार्टनर को ध्यान देना होगा।
खाना बनाते समय और सब्जी काटने से पहले हाथों को धोना, ये सब याद रखें। बेबी कंसीव होने के बाद तो इंफेक्शन का खतरा और बढ़ जाता है, इसलिए हाइजीन पर ध्यान दें।
4. इंश्योरेंस
फैमिली प्लानिंग का फैसला लेते ही सबसे पहले इंश्योरेंस प्लान चेक करें। अगर आपका इंश्योरंस प्लान डिलीवरी को कवर करता है तो अच्छी बात है। अगर नहीं, तो दूसरा इंश्योरेंस प्लान लेने का निर्णय जल्दी लें।
5. फाइनेंशियल प्लानिंग
फैमिली प्लानिंग करना का फैसला लेना वाकई खुशी की बात है। लेकिन इसमें भी कोई दो राय नहीं कि आने वाले समय में खर्च बढ़ने लगेगा, इसलिए फाइनेंशियल प्लेनिंग जरूरी है। आप गर्भावस्था के समय होने वाले खर्च, डिलीवरी के बाद के खर्च, शिशु की शुरुआती जरूरतों और पढ़ाई से जुड़े खर्च से जुड़ी तैयारियां करके रखें।
इन सब तैयारियों के बिना फैमिली बढ़ाने का फैसला बाद में बोझ लग सकता है। इसलिए पहले ही फाइनेंशियल प्लानिंग कर लें। कुछ सरकारी योजनाएं भी हैं, जिनके तहत प्रसव के लिए और बच्चे के लालन-पालन के लिए परिवार को आर्थिक समर्थन मिलता है। इनसे जुड़ी जानकारी भी जुटा लें। आखिर सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने में हर्ज कैसा।
6. मानसिक स्वास्थ्य
फैमिली प्लानिंग के फैसले के बाद शारीरिक स्वास्थ्य की तरह ही मानसिक स्वास्थ्य भी जरूरी है। घर का माहौल हंसी-खुशी का बनाए रखें। महिला को किसी तरह की तकलीफ, स्ट्रेस ना हो, इस पर ध्यान दें। घर के सभी सदस्यों से कहें कि घर में किसी तरह की लड़ाई या टेंशन ना हो।
घर में कोई बात हो भी जाती है, तो उसे प्यार से निपटाने के लिए कहें। इन सबसे महिला का मानसिक स्वास्थ्य बना रहेगा। जरूरत पड़ने पर मानसिक स्वास्थ्य के लिए काउंसलर और विशेषज्ञ से संपर्क करें। इसमें किसी तरह की शर्म नहीं है।
7. इक्वल पेरेंटिंग पर चर्चा
फैमिली प्लानिंग एक बड़ा फैसला है, इसलिए आगे आने वाली जिम्मेदारी को संभालने के लिए दोनों शख्स का राजी होना जरूरी है। खुलकर इक्वल पेरेंटिग के बारे में अपने पार्टनर से बात करें। जब दो इंसान मिलकर बच्चे को संभालते हैं, तो उससे किसी एक पर काम का बोझ नहीं पड़ता। साथ ही बेबी का बॉन्ड दोनों पेरेंट्स के साथ समान रहता है।
फैमिली प्लानिंग से पहले आप ये सारी तैयारियां कर लेंगे, तो आने वाले समय में सबकुछ बड़े ही अच्छे ढंग से हो जाएगा। इन सब बातों के साथ ही आप आने वाले समय में किए जाने वाले कार्यों की लिस्ट भी तैयार कर सकते हैं। साथ ही घूमने-फिरने, नाइट आउटिंग, किसी एडवेंचर ट्रिप का भी प्लान बना सकते हैं।
आप बेबी मून का प्लान भी बना सकते हैं। क्योंकि बेबी होने के बाद कुछ समय तक दोनों पार्टनर का ध्यान ज्यादा उसी पर रहेगा, इसलिए बेबी प्लानिंग के समय ही आप थोड़ा समय एक दूसरे के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड कर सकते हैं।
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