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क्या गर्भावस्था में मॉस्किटो रिपेलेंट बॉडी स्प्रे का इस्तेमाल सुरक्षित है?

क्या गर्भावस्था में मॉस्किटो रिपेलेंट बॉडी स्प्रे का इस्तेमाल सुरक्षित है?

1 Aug 2022 | 1 min Read

Vinita Pangeni

Author | 549 Articles

प्रेगनेंसी में मॉस्किटो रिपेलेंट बॉडी स्प्रे का उपयोग कितना सुरक्षित है, यह हम इस लेख में बताएंगे। यहां प्रेगनेंसी और ब्रेस्टफीडिंग के दौरान मॉस्किटो रिपेलेंट बॉडी स्प्रे के उपयोग से जुड़ी सभी जरूरी जानकारी दी गई है। चलिए, तो जानते हैं कि गर्भावस्था में मॉस्किटो रिपेलेंट बॉडी स्प्रे के बारे में।

क्या गर्भावस्था में मॉस्किटो रिपेलेंट बॉडी स्प्रे का इस्तेमाल सुरक्षित है?

हां, गर्भावस्था के दौरान प्राकृतिक मच्छर निरोधक बॉडी स्प्रे का इस्तेमाल किया जा सकता है। अगर मॉस्किटो रिपेलेंट बॉडी स्प्रे में केमिकल हों, तो उसका इस्तेमाल करने से बचें। आप अपनी गर्भावस्था और उसके बाद ब्रेस्ट फीडिंग के समय के लिए लेमनग्रास ऑयल युक्त प्राकृतिक मच्छर निरोधक बॉडी स्प्रे खरीद सकते हैं। यह अपने प्रभावी मच्छर भगाने वाले गुणों के लिए जाना जाता है

प्राकृतिक मॉस्किटो रिपेलेंट में क्या-क्या होना चाहिए?

प्राकृतिक मॉस्किटो रिपेलेंट में ऐसे प्राकृतिक सामग्रियां होनी चाहिए, जो अपनी क्षमता और गुणों के चलते मच्छरों से बचाव कर सके। इसमें लेमनग्राम ऑयल का नाम सबसे ऊपर आता है। इसका उपयोग बहुत से मॉस्किटो रिपेलेंट स्प्रे में होता है। लेकिन, सिर्फ लेमनग्रास ऑयल को देखकर मॉस्किटो रिपेलेंट बॉडी स्प्रे न खरीदें। इसमें लेमनग्रास के साथ ही ये प्राकृतिक सामग्रियां होना भी आवश्यक है।

एलोवेरा स्किन को सूद यानी शांत करने का काम करता है, इसलिए यह प्राकृतिक मॉस्किटो रिपेलेंट स्प्रे में होना चाहिए। इसके अलावा नीम के पत्तों को सदियों से मच्छर भगाने के लिए इस्तेमाल में लाया जा रहा है। जब नीम के पत्तों व नीम के तेल के साथ ऑर्गेनिक नारियल तेल मिल जाता है, तो इसकी प्रभावकारिता कई गुना बढ़ जाती है। 

इन सबके साथ मॉस्किटो रिपेलेंट स्प्रे में तुलसी भी हो, तो और भी बेहतर होगा। यह भी प्राकृतिक मच्छर रोधी है और इसमें एंटी बैक्टीरियल प्रभाव भी होता है। यह प्रभाव मच्छर के लार्वा के कारण होने वाले रिएक्शन से बचाव करता है और दूसरे कीट के कारण होने वाले इंफेक्शन से भी बचाता है। इन सभी प्राकृतिक सामग्रियों से सम्पन्न मॉस्किटो रिपेलेंट ही गर्भावस्था और ब्रेस्टफीडिंग के दौरान खरीदें। 

इनमें से महज किसी एक सामग्री युक्त मॉस्किटो रिपेलेंट बॉडी स्प्रे को प्राकृतिक समझने की गलती न करें। यह लोगों को भ्रमित करने के लिए की जाने वाली मार्केटिंग का हिस्सा हो सकता है। इसी वजह से मॉस्किटो रिपेलेंट बॉडी स्प्रे खरीदते समय प्रोडक्ट का पूरा लेबल पढ़ें  #labelpadhomom 

बस ध्यान दें कि प्राकृतिक मच्छर रोधी स्प्रे को कुछ देर बाद दोबारा स्प्रे करें।

गर्भावस्था और ब्रेस्टफीडिंग के दौरान मच्छर काट ले, तो क्या करें?

अगर नेचुरल मॉस्किटो रिपेलेंट बॉडी स्प्रे इस्तेमाल करने से पहले ही मच्छर काट ले, तो तुरंत उस प्रभावित हिस्से पर आफ्टर बाइट लगाएं। इससे मच्छर के काटने के कारण होने वाली खुजली, चकत्ते, रेडनेस, जलन, आदि से तुरंत राहत मिल जाती है।

इसके बाद खुद में दिखने वाले लक्षणों को कुछ देर तक ऑब्जर्ब करें। इससे यह पता चलेगा कि कहीं मच्छर के काटने के कारण कोई मच्छर जनित बीमारियां तो नहीं हो गई हैं।

गर्भावस्था और ब्रेस्टफीडिंग के दौरान प्राकृतिक मॉस्किटो रिपेलेंट बॉडी स्प्रे से जुड़ी सावधानियां

  • मॉस्किटो रिपेलेंट बॉडी स्प्रे का इस्तेमाल शरीर के करीब से न करें। तकरीबन दो इंच की दूरी से बॉडी पर इसे स्प्रे करें।
  • संवेदनशील हिस्सों पर इसे स्प्रे करने से बचें। सिर्फ शरीर के खुले हिस्सों पर ही इसे लगाएं।
  • अगर आप बच्चे को स्तनपान करा रही हैं, तो ध्यान दें कि यह कहीं आपको निप्पल पर न लगें। इसे बच्चे को दूध पिलाने से पहले ही शरीर में लगा लें। उसके बाद हाथों में अगर बॉडी स्प्रे लग जाए, तो हाथ को तुरंत साफ करें।
  • अगर बॉडी स्प्रे चेहरे पर लगाना हो, तो सीधे स्प्रे न करें। इससे आंखों को नुकसान हो सकता है। साथ ही यह नथुने जैसी संवेदनशील जगह पर जा सकता है। इसलिए हमेशा हथेली पर थोड़ा-सा स्प्रे करके चेहरे पर इसे मल दें। 

बस तो अब आप समझ ही गए होंगे कि गर्भावस्था के दौरान प्राकृतिक मॉस्किटो रिपेलेंट बॉडी स्प्रे का ही इस्तेमाल करना चाहिए। इससे गर्भावस्था सुरक्षित रहती है और स्तनपान के दौरान शिशु को किसी तरह का खतरा होने का डर भी नहीं रहता।

चित्र स्रोत – exels

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