गर्भावस्था में भूरे चावल के लाभ  जानिये

गर्भावस्था में भूरे चावल के लाभ जानिये

5 Apr 2022 | 1 min Read

Tinystep

Author | 2574 Articles

हमारे देश के कई हिस्सों में चावल एक मुख्य भोजन है और चावल की कई किस्में हैं जैसे बासमती चावल, सफेद चावल, चिपचिपा चावल और भूरा चावल, इनमें सबसे पौष्टिक होता है भूरा चावल,जो की सफेद चावल का कम प्रोसेस्ड रुप है। सफेद चावल बहुत प्रसिद्ध है और अक्सर खाया जाता है लेकिन विभिन्न कारणों से धीरे धीरे लोग भूरे चावलों का रुख कर रहे हैं।

भूरा चावल कार्बोहाइड्रेट का उत्तम स्त्रोत है और इसमें आवश्यक पोषक तत्व होते हैं जैसे विटामिन बी, पोटेशियम, मैग्नीशियम, फोसफोरस,मानग्निस, सेलेनियम। यह रेशे से भरपूर होता है और इसका स्वाद भी अच्छा होता है। पौष्टिकता की दृष्टि से यह सफेद चावलों से बेहतर होता है क्योंकि अनाज की पहली परत निकाल दी जाती है और इसलिए इसे सम्पूर्ण अनाज माना जाता है।

यह है भूरे चावल के कुछ स्वास्थ्य लाभ और फ़ायदे:

स्वस्थ हृदय – भूरे चावल में उच्च स्तर का मैग्नीशियम तत्व होता है जो हृदय के लिए अच्छा है। मैग्नीशियम रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए महत्वपूर्ण होता है। इसलिए भूरे चावल का सेवन करना स्वस्थ रक्तचाप के स्तर और केरोटिड आर्टिरिज से जुड़ा होता है। भूरे चावल फयटोनुटरिएंट पौधे लिगनेन से भरपूर होते हैं जो हृदय रोग से संरक्षण प्रदान करता है।

कोलन कैंसर के जोख़िम को कम करना – सेलेनियम का उच्च स्तर और कुछ फिनोल जो भूरे चावल में होते हैं वह कोलन कैंसर के खतरे को कम करते हैं। उच्च स्तर में पाए जाने वाले रेशे भी स्वस्थ कोलन और पाचनतंत्र के लिए फायदेमंद होते हैं।

 

मधुमेह को नियंत्रित करना – डायबिटिक व्यक्ति को सफेद की जगह भूरा चावल खाना चाहिए। यह इसलिए होता है क्योंकि इसमें कम ग्लाइसेमिक सूचकांक होता है जो इंसुलिन शुगर को कम करने और ब्लड शुगर के स्तर को स्थिर बनाए रखने में मदद करता। भूरा चावल में कोम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट होता है जो सफेद चावलों की तुलना में धीरे धीरे शुगर छोड़ता है।

एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर – भूरे चावल एंटीऑक्सीडेंट का उत्तम स्त्रोत होते हैं, जो हमें आक्सिजन रेडिकल से होने वाले नुक्सान से बचाते हैं भूरे चावल में व्याप्त सुपर ओक्साइड डिसमुटिस एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो कोशिकाओं को ऊर्जा उत्पादन के दौरान ओक्सीडेशन के कारण होने वाली क्षति से बचाते हैं।

वजन को नियंत्रित रखना – भूरे चावल में व्याप्त मैग्नीशियम शरीर के मोटापे को संश्लेषित करता है। क्योंकि यह डाइटरी फाइबर से भरपूर होता है तो यह आपके पेट को लम्बे समय तक भरा रखता है और आपके भोजन के सेवन को कम करता है।

स्वस्थ पाचन-क्रिया – भूरे चावल में व्याप्त रेशे पाचन-क्रिया और उत्सर्जन में सहायता करते हैं। यह आंतों में चिकनाई बना उसे मुलायम करता है और कब्ज़ से बचाता है।

स्वस्थ हडिडयां – भूरे चावल में मौजूद मैग्नीशियम मजबूत हड्डियों का मूल है। मैग्नीशियम की कमी से हड्डियों का घनत्व कम होता है और बाद में आस्टियोपोरोसिस हो सकता है।

इन्सोम्निया में सहायक – भूरे चावल मेलाटोनिन जो की नींद का हार्मोंन है यह उसका उत्तम स्त्रोत है। मेलाटोनिन नर्वस को राहत पहुंचाते हैं और नींद की गुणवत्ता को बढ़ाते है और यह निद्रा चक्र को भी बढ़ाता है।

कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करना – भूरे चावल में प्राकृतिक रूप से तेल होता है जो व्यक्ति में स्वस्थ कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है। यह कोलेस्ट्रॉल केटाबोलिजम को नियंत्रित करता है।

प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करना – भूरे चावल में कई महत्वपूर्ण स्रोत जैसे विटामिन, मिनिरल्स होते हैं जो प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।

शिशु का आहार – भूरे चावल शिशु के लिए सबसे उचित आहार है, चाहे सेरेल्स के रूप में हो या ऐसे ही, यह रेशे और प्राकृतिक पोषक तत्वों से भरपूर होता है। यह अन्य सेरेल्स उत्पादों से बेहतर होता हैं क्योंकि शिशु को पोष्टिक आहार की आवश्यकता होती है।

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