12 Apr 2022 | 1 min Read
Tinystep
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आज के इस तेज़ रफ़्तार ज़िन्दगी में हर दंपत्ति की एक अपनी ज़िन्दगी होती है, उनकी एक प्राइवेसी होती जिसमें वो किसी की भी दखलअंदाज़ी पसंद नहीं करते। घर से काम, काम से घर, वीकेंड्स में पार्टी, इधर-उधर घूमना अपनी लाइफ को इंडिपेंडेंट तरीके से गुज़ारना आज के इस नए समय का हिस्सा बन गया है। हर कपल अपनी आज़ादी को एन्जॉय कर रहा है, पर इसी बीच अगर रिलेटिव्स किसी नए जोड़े से बच्चे की प्लानिंग की बात पूछ देते हैं तो उनका मूड थोड़ा खराब सा हो जाता है। और यह लाज़मी है कोई भी अपनी आज़ादी के साथ कोम्प्रोमाईज़ नहीं करना चाहता। बच्चा जब किसी की ज़िन्दगी में आता है तो सबके लिए वो एक ज़िम्मेदारी बन जाता है। उसके सुख-दुःख, उसके दर्द, उसकी ख़ुशी माँ-बाप से जुड़ जाती है। इसके अलावा माँ-बाप बनने की ज़िम्मेदारी कभी-कभी कपल्स को डरा देती है। हर सिक्के के दो पहलु होते हैं, यह था सिक्के का एक साइड कभी आपने सिक्के के दूसरे पहलु पर ध्यान दिया है ? अगर नहीं ध्यान दिया तो आज ध्यान दीजिये, अगर आपने अभी तक बेबी प्लान नहीं किया तो यह पढ़ने के बाद हो सकता है की आप अपनी राय बदल दें।
बच्चे न चाहने के आपके पास बहुत से कारण होंगे पर यह है कुछ ख़ास बातें हैं जो आपको बच्चे चाहने के कई कारण देंगे। जानें की एक परिवार में क्यों ज़रूरी होते हैं बच्चे…
1. बच्चे करते हैं पति-पत्नी के रिश्ते को पूरा
एक बच्चा पति-पत्नी के रिश्ते को और गहरा बना देता है, क्यूंकि वो उनके प्यार की निशानी होता है। प्रेगनेंसी के दौरान ही एक पति अपने पत्नी से कितना प्यार करता है इस बात का पता चलता है। यह वो पल होता है जब पत्नी को पति की सबसे ज़्यादा ज़रूरत होती है। यह वो कड़ी है जो पति-पत्नी को और करीब ले आकर उनको अटूट बंधन में जोड़ती है।
2. माता-पिता बनने का एहसास होता है कुछ खास
कहा जाता है की माँ बनने के बाद ही एक औरत पूरी होती है, माँ बनने का एहसास हर महिला के लिए होता है कुछ खास। नौ महीने का सफर कई भावनाओं से भरा होता है। अगर माँ अपने बच्चे को नौ महीने अपने गर्भ में रखती है तो पिता भी अपने बच्चे का नौ महीने बेसब्री से इंतज़ार करता है । माता-पिता दोनों के लिए ही यह वक़्त और आने वाली ज़िन्दगी बहुत ही महत्वपूर्ण होती है।
3. जोड़ता है परिवार को एक नए बंधन से
आने वाला बच्चा न केवल माता-पिता बल्कि पूरे परिवार को एक मोती के माले की तरह जोड़ता है। बच्चा एक ऐसा चीज़ है जिसको कोई अनदेखा नहीं कर सकता। अगर परिवार में कोई मनमुटाव भी है तो बच्चे की आने की ख़ुशी सारे गिले-शिक़वे को भुला देता है।
4. खिलखिलाहट कर देती है हर ग़म दूर
आप चाहे कितने भी स्ट्रेस में हो या आपके ऑफिस में कितनी भी प्रोब्लेम्स क्यों न हो। आप जब घर आते हो और उसी टाइम आपके घर का नन्हा मेहमान आपके पास खिलखिलाते हुए आये तो उसका चेहरा देखकर आपकी सारी चिंताएं और दुःख दूर हो जाएंगे। एक बच्चा आपको हर वक़्त एक फ्रेश फ़िल देगा।
5. भगवान् का आशीर्वाद
बच्चा किसी भी घर के लिए भगवान् का आशीर्वाद माना जाता है, बच्चे की निश्छल आँखें और मासूमियत किसी को भी पिघलाने के लिए काफी है।
6. अपने बचपन को जीने का एक और मौका
एक बच्चा आपको आपके बचपन की याद दिलाता है। उसकी कोई-कोई हरकतें आपको अपने बचपन की आदतों से मेल खाती हुई दिखेंगी। यहां तक की आप भी अपने बच्चे के साथ बच्चा बन जाएंगे और आपको फिर से अपना बचपन जीने का मौका मिल जायेगा।
7. उसकी प्यारी हरकतें सीखा देंगी आपको खुलकर ज़िन्दगी जीना
बच्चे छोटी-छोटी चीज़ों में ही खुश हो जाते हैं, उनको खुश होने के लिए बड़े लोगों की तरह महंगी चीज़ें नहीं चाहिए होती। एक गुब्बारा, पानी का बुलबुला या कुछ अजीबो-गरीब हरकतें ही काफी होती हैं उन्हे हँसाने के लिए। उनके साथ रहकर आप भी समझ जाएंगे की असली ख़ुशी क्या है और कहाँ है। उनको हँसता-खिलखिलाता हुआ देखकर आप भी खुद को हँसने-मुस्कुराने से नहीं रोक पाएंगे।
8. परिवार को कर देता है पूरा
एक बच्चा आपके परिवार के खालीपन को भरकर आपके परिवार को पूरा कर देता है। बच्चे के आने के बाद आप कभी खुद को अकेला नहीं समझेंगे, वो हमेशा आपको और आपके परिवार को एक डोर से बांधेगा और आपके परिवार को पूरा करेगा।
ये तो बस कुछ ही बातें थी, इन सबके अलावा भी बहुत से वजह हैं जो की आपको आपके परिवार में बच्चा शामिल करने के लिए प्रेरित करेंगे। हाँ, शुरू के कुछ वक़्त मुश्किल होंगे एडजस्ट करने में और अपना लाइफस्टाइल चेंज करने में पर जब आप अपने गोद में एक खिलखिलाता सा प्यारा चेहरा देखेंगे तो आपकी सारी परेशानिया छूमंतर हो जाएंगी। और पैरेंटहूड आपके लिए बहुत से सरप्राइज़ेस लेकर आएगा।
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