kya aapke bacche ko in 7 cheezo se darr lagta hai

kya aapke bacche ko in 7 cheezo se darr lagta hai

22 Apr 2022 | 1 min Read

Tinystep

Author | 2574 Articles

भय युवा उम्र का एक प्राकृतिक और आवश्यक घटक है। भले ही भय बच्चों और बड़ों दोनों के लिए दुःख देने वाला है, इसे कम नहीं आंकना चाहिए| भयभीत रहना एक संकेत है कि आपका बच्चा अपनी आस-पास की दुनिया  कोसमझने की कोशिश कर रहा है| सौभाग्य से, ज़्यादातर भय परिचित चरणों में आते हैं और कुछ जानकारी के मदद से, आप अपने बच्चे को उनके भय का सामना करवाकर उनमे हिम्मत दिलवा सकते हैं|

1. अँधेरा

कई बच्चे अँधेरे से ज़रूर डरते हैं| यह एक सामान्य डर है जहाँ अनजान होने से डर लगता है| इस भय से लड़ने के लिए, अपने बच्चे को घर में बत्तियां जलाना सिखाएं, और रात में एक लाइट जलाकर रखें जिससे कि आपका बच्चा बाथरूम आराम से जा सके| अपने बच्चे को रात में एक सैर के लिए ले जाएँ और रात में दिखने वाली अनोखी चीज़ें देखने के लिए प्रोत्साहित करें|

2. मौसम

अपने बच्चे को मौसम का अनुभव करवाएं और मज़ा करवाएं| अपने बच्चे को बारिश में बाहर खेलने दें जिससे वे इस मौसम से परिचित हो जाये| अगर आप ऐसे जगह में रहते है जहाँ सुनामी या कोई अप्रत्याशित आपदा होती हो, तो एक बुरे मौसम की सूची बनाये ,जिससे आप बच्चे को उस समय अपने नियंत्रण रखें ताकि वह शांत रहें|

3. बुरे सपने

बुरे सपने और रात में सोने की परेशानी वास्तविकता के रूप में कल्पना के साथ बच्चों के संघर्ष का प्रतीक हैं| बच्चों की अपनी सोच, सपने और घटनाएं बोलने में परेशानी होती हैं, लेकिन वे अपनी चिंता को लगातार नींद से उठकररोना   , टूटी कहानियां बोलकर और जो देखा है उसका वर्णन करके अपने व्यवहारो के माध्यम से दिखाते हैं| अगर आपके बच्चे को बुरे सपना आये तो उसे उसकी मनपसंद लोरी या खिलौना देकर, उसे शांत करवाएं और उसे एहसास दिलाएं कि वो सुरक्षित हैं|

4. अनजान लोग

अनजान लोगों से भय ज़रूरी है,यह एक रक्षात्मक सुरक्षात्मक भय है जो हर बच्चे में होता है और वे अनजान लोगों के पास नहीं जाते हैं| इसका नकारात्मक पक्ष यह है कि बच्चे दोस्त और रिश्तेदारों से भी दूर रहते हैं| इससे पहले कि उन्हें किसी से बात करने कि उम्मीद रखें, अपने बच्चे को उन्हें जानने का समय दें |

5. माता-पिता से दूर रहना

यह सामान्य है कि अगर बच्चे के माता-पिता पास में न हो, तो वे चिंतित या डर जाते हैं| यह काम करने वाले माता-पिता के लिए मुश्किल नहीं है क्योंकि उनके बच्चे अपने दादा-दादी के साथ रहने लगते हैं| जो माँ घर पर रहती हैं, एक स्वास्थ्य दिनचर्य अच्छा हल है| दिनचर्य के हिसाब से अपने बच्चे को एक भरोसेमंद देखभालकर्ता, अपने पडोसी के पास छोड़ें जिससे बच्चे को आपके छोड़ने से परेशानी नहीं हो|

6. अकेले रहना

बारी-बारी से अकेले रहने की आदत डलवाएं| बच्चे को अकेला रखें या फिर आप खुद अकेले रहें| अपने बच्चे से एक ही कमरे में थोड़ी देर दूर बैठे; यही चीज़ हर कमरे में करें जहाँ वो आपको देख और सुन सकें; इसे तब तक करें जब तक आप दोनों अलग काम भी रहे सके और आपका बच्चा खुश भी रहे|  इस थोड़ी-थोड़ी देर में करें (30 सेकंड्स) जब तक वो ठीक न हो जाये| यह ध्यान में रखें किअपना बच्चे को कितनी भी समय अकेले रखने मेंअसुरक्षित महसूस न करे |

7. डॉक्टर्स

डॉक्टर्स से डरना इस उम्र के बच्चों के लिए सामान्य की बात है| डॉक्टर का इंतज़ार करते समय, आपका बच्चा शायद  बात करना बंद क रदे क्योंकि वो अस्पताल से निकली  दर्द भरी  आवाज़ से डर  जाता है | अपना बच्चे को पहले से ही सारे प्रक्रियाओं से परिचित करवाएं|  उससे बात करें या उसके साथ खेलें, जब आप डॉक्टर का इंतज़ार कर रहें हों जिससे उसकी चिंता कम हो जाएगी| डॉक्टर की जाँच के समय उसके साथ रहें| अपने बच्चे को बहादुर और शांत रहने पर उन्हें शाबाशी दें|

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