5 Apr 2022 | 1 min Read
Mona Narang
Author | 163 Articles
शादी दो आत्माओं और दो परिवारों समेत कई तमाम बातों का मिलन कही जाती है। शादी खुद में एक बड़ा सवाल है, क्योंकि यह एक सोशल सेरेमनी है, कैसे करनी है और कब करनी है, इस पर भी अब लंबा डिस्कशन होने लगा है। मैं लव मैरिज करूं या अरेंज मैरिज? अगर मेरी वाली घर आएगी तो क्या वह इस घर के संस्कार और रीति रिवाज समझ पाएगी? क्या मेरे मां-बाप का ख्याल रख पाएगी? क्या हमारे उसूल और परंपरा समझ पाएगी?
सिंगल और कमिटेड यूथ कन्फ्यूज हैं करें तो क्या करें? क्योंकि लव मैरिज में पार्टनर पहले जैसा नहीं रहा तो दिक्कत और क्या गारंटी है, जो घरवाले ढूंढकर लाएंगे वो ठीक ही निकलेगा या निकलेगी। ऐसे सौ सवालों से नौजवानों के सिर चकरा रहे हैं। खैर, कोई प्रॉब्लम बिना सॉल्यूशन पैदा ही नहीं होती…इसका भी हल है हमारे पास। बस आपको थोड़ा टाइम देकर यह आर्टिकल पड़ना होगा, क्योंकि कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है। अगर आप वाकई में इस बात को लेकर दिन रात परेशान है कि अरेंज मैरिज करूं या लव मैरिज, तो इस लेख में आपके इस सवाल का जवाब आपको मिल सकता है।
लव मैरिज में पार्टनर्स के बीच पहले से प्यार होता है। दोनों एक दूसरे की अच्छाइयां और बुराइयों से वाकिफ होते हैं। एक पार्टनर नाराज है, तो दूसरे पार्टनर को मालूम होता है कि उसे कैसे मनाना है। वहीं, अरेंज मैरिज में पार्टनर का चुनाव भावनाओं में बहकर नहीं, बल्कि पर्सनैलिटी, एजुकेशन, बैकग्राउंड आदि मिलाने के बाद किया जाता है। एक सर्वे के अनुसार, भारत देश में लगभग 75 फीसदी लोग अरेंज मैरिज करने में भरोसा रखते हैं।
एक सिक्के के दो पहलुओं की तरह लव और अरेंज मैरिज के अपने-अपने फायदे व अपने-अपने नुकसान होते हैं। ऐसे में दोनों में से किसी एक को बेहतर कहना वाजिब नहीं होगा। पार्टनर के चुनाव को लेकर सबकी प्राथमिकताएं भिन्न होती हैं। ऐसे में नीचे हम दोनों शादी से जुड़े कुछ अहम बिंदुओं पर चर्चा करेंगे, जिनकी मदद से आप लव और अरेंज में से कौन-सी शादी करना चाहते हैं, इसका निर्णय कर पाएंगे।
ऐसा भी नहीं है कि अरेंज मैरिज में बड़े कभी गलत फैसला नहीं लेते। कुछ चीजें ऐसी होती हैं, जो सिर्फ आप देख सकते हैं। इसलिए बड़ों के फैसले के साथ आपको भी देखना होगा कि आप अपनी पार्टनर को लेकर जो चाह रखते हैं, क्या वो खूबियां सामने वाले में हैं।
वहीं कुछ लोग ऐसे हैं, जो बिग फैट वेडिंग के सपने देखते हैं। ऐसे लोगों के लिए अरेंज मैरिज एक बेहतर ऑप्शन हो सकता है। क्योंकि इसमें दोनों परिवार शादी कैसी करनी है, इस पर खुलकर चर्चा करते हैं।
रिलेशनशिप एक्सपर्ट सुमित पालिवाल की मानें तो लव मैरिज या अरेंज मैरिज में से किसी एक को सक्सेसफुल कहना गलत होगा। शादी वही चलती है, जिस रिश्ते में एक दूसरे के प्रति प्यार, भरोसा, जिम्मेदारी व समर्थन होगा। दोनों शादियों के अपने-अपने कुछ फायदे हैं, तो कुछ नुकसान हैं।
शादी कोई भी हो इस रिश्ते को बनाए रखने के लिए दोनों पार्टनर्स को एक दूसरे के लिए प्रयास करने होंगे। अपने काम के साथ एक दूसरे के लिए समय निकालने के बीच समन्वय बिठाना होगा।
तो, लव मैरिज और अरेंज मैरिज के क्या फायदे हैं व इनमें क्या परेशानी आ सकती हैं, इन सबसे आप अच्छे से वाकिफ हो गए होंगे। ऐसे में आप अपनी प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए शादी का फैसला लें। ध्यान रखें कभी शादी का फैसला जल्दबाजी में न लें। यह आपकी एक दूसरे के प्रति पूरी जिंदगी साथ निभाने का वादा है। इसलिए हमेशा सोच-समझकर ही इसका फैसले लें।
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