राम नवमी सबसे महत्वपूर्ण हिंदू त्योहारों में से एक है। इस दिन भगवान राम को भोग लगाकर कुछ कन्याओं को खाना खिलाना शुभ माना जाता है। इस दिन उत्तर भारत और दक्षिण भारत में कौन-से व्यंजन बनाए जाते हैं और उनकी रेसिपी क्या है, हम इस लेख में बता रहे हैं।
राम नवमी रेसिपी
राम नवमी में काला चना, पूरी, सूजी का हलवा बनाने का रिवाज उत्तर भारत में है। दक्षिण भारत में इस दिन पनकम, वड़ा पप्पू, नीर मोर बनाया जाता है। चलिए, इन सभी व्यंजनों की रेसिपी आगे विस्तार से जानते हैं।
काला चना
काला चना राम नवमी के दिन बनता-ही-बनता है। भगवान को भोग लगाने के बाद काला चना अन्य व्यंजनों के साथ कंजक को खिलाया जाता है। आगे पढ़ते हैं काले चने की रेसिपी।
काले चने की रेसिपी
सबसे पहले दो चने को धोकर रात भर भिगोने के लिए रख दें।
फिर सुबह उस पानी को फेंक दें और चने के दानों को प्रेशर कुकर में आवश्यकतानुसार ताजे पानी के साथ डालकर 3 सिटी लगने तक पकाएं।
अब चने से पानी को निकालकर अलग रख लें और एक कड़ाही में दो चम्मच तेल डालकर उसे गर्म करें।
गर्म होने के बाद तेल में आधा चम्मच जीरा, आधा चम्मच राई और चुटकीभर हींग डालें।
कुछ सेकेंड बाद इसमें दो बारीक कटी हुई हरी मिर्च डालकर हल्का सुनहरा होने तक भूनें।
अब इसमें दो टमाटर पीसकर डालें और करीब एक मिनट तक पकने दें।
फिर इसमें चना मसाला, हल्दी पाउडर , धनिया पाउडर और स्वादानुसार नमक डालें।
सभी सामग्री को अच्छी तरह मिलाएं और फिर चने के दाने डाल दें।
एक बाद दोबारा सभी को अच्छे से एक मिनट के लिए चलाएं और गैस बंद कर दें।
पूरी
राम नवमी का चना पूरी के बिना अधूरा होता है, इसलिए आगे हम नरम और मुलायम पूरी बनाने का तरीका बता रहे हैं।
पूरी बनाने का तरीका
करीब 200 ग्राम गेंहू का आटा, 75 ग्राम सूजी, 2 चम्मच घी सबको आपस में मिलाकर पानी डालकर गूंथ लें।
अब गूंथे हुए आटे से छोटे-छोटे गोले बनाकर उसे गोल आकार में बेलें।
आटे को बेलते समय ही एक कड़ाही में घी गर्म करने के लिए रख दें।
अब गर्म घी में पूरी को डालकर फूलने दें। इसी तरह पूरी के दोनों हिस्से को पकाकर निकाल लें। एक बात का ध्यान रखें कि पूरी को तलने के लिए कम से कम मात्रा में घी का इस्तेमाल करें ताकि वह आपके सेहत के लिए फायदेमंद हो।
पूरी को कड़ाही से निकालते समय करछी को थोड़ा झटक लें। इससे पूरी में मौजूद अतिरिक्त घी कड़ाही में गिर जाएगा।
इसके बाद एक स्टील के प्लेट में निकल लें।
इसी तरह बाकी की पूरी भी बना लें।
सूजी का हलवा
सूजी का हलवा बनाए बिना भगवान को रामनवमी के दिन भोग नहीं लगता है। चना, पूरी और हलवा तीनों ही एक साथ भगवान को भोग में अर्पित किए जाते हैं। आगे सूजी का हलवा बनाने की विधि जानते हैं।
सूजी के हलवे की रेसिपी
सबसे पहले आधा कप घी पैन में गर्म करें।
अब इसमें एक कप सूजी डालकर सुनहरा होने तक भूनें।
अब इसमें एक पानी डालकर करीब 2 मिनट तक पैन को ढककर कम आंच में पकाएं।
जब पानी उबलने लगे तब ढक्कन खोलकर इसमें स्वादानुसार चीनी या गुड़, 3 से 4 इलाइची के दाने का पाउडर, 4 से 5 कटे हुए काजू कटी और बादाम डालकर अच्छी तरह मिक्स करें।
अब इसे तीन से चार मिनट तक चम्मच से चलाते हुए पकने दें।
इससे सूजी के हलवे का पानी अच्छी तरह से सूख जाएगा और सूजी का हलवा ज्यादा चिपचिपा नहीं लगेगा।
खीर
राम नवमी के दिन कुछ लोग खीर का भोग लगाना, कंजकों को खीर खिलाना और खुद भी खाना पसंद करते हैं। इसलिए आगे हम खीर बनाने के तरीका बताएंगे।
खीर बनाने की विधि
एक कप चावल को अच्छी तरह धोकर 5 कप फूल क्रीम दूध के साथ पतीले में डालकर उबाल लें।
जब दूध उबलने लगे तब आंच कम कर दें और इसे दूध गाड़ा होने तक पकाएं।
अब इसमें आवश्यकतानुसार चीनी या गुड़, एक चौथाई चम्मच इलायची पाउडर, 8 से 10 काजू और बादाम टुकड़ों मिलाएं।
ड्राई फ्रूट्स डालना पूरी तरह वैकल्पिक है। सादी खीर भी खाने में बेहद स्वादिष्ट लगती है।
सभी सामग्री डालने के बाद इसे अच्छी तरह मिक्स करें।
अब खीर को तबतक पकाएं जबतक यह गाढ़ी न हो जाए। अगर आपको पतली खीर पसंद है, तो दूध के पूरी तरह सूखने से पहले ही गैस बंद कर दें।
पनकम
दक्षिण भारत में राम नवमी के दिन पनकम बनाने की परंपरा है। इसी परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए हम पनकम बनाने की रेसिपी लेकर आए हैं।
पनकम बनाने की विधि
सबसे पहले एक बाउल में आधा कप कटा हुआ गुड़ और 2 कप पानी डालकर आधे घंटे के लिए घुलने दें।
अब इसमें दो चम्मच नींबू का रस मिलाएं।
फिर एक चौथाई चम्मच सोंठ पाउडर, आधा चम्मच इलायची पाउडर, चुटकीभर काली मिर्च पाउडर और चुटकीभर नमक डालें।
इसके बाद इस मिश्रण को अच्छी तरह मिक्स करें।
अब ऊपर से कुछ बर्फ के टुकड़े और तुलसी के पत्ते से गार्निश कर इसका सेवन किया जा सकता है।
वड़ा पप्पू
वड़ा पप्पू भी राम नवमी के पर्व पर खाया जाता है। इसे बनाना बड़ा ही आसान है। आगे हम वड़ा पप्पू की विधि बता रहे हैं।
वड़ा पप्पू बनाने का तरीका
इसे बनाने के लिए आधा कप मूंग दाल को धोकर एक घंटे के लिए पानी में भिगो दें।
अब इससे पानी को अलग कर दाल को एक बाउल में डालें।
फिर इसमें आधा कप छोटे टुकड़ों में कटा हुआ खीरा, आधा कप गाजर, दो चम्मच क्रश किया हुआ नारियल, एक चम्मच नींबू का रस और स्वादानुसार नमक डालें।
इसके बाद इसे अच्छी तरह मिक्स करें और यह खाने के लिए तैयार है।
नीर मोर
इसे नीर मज्जिगे या नीर मोरू भी कहते हैं। यह स्वादिष्ट मसालेदार छाछ होता है। पूरे भारत में, हर क्षेत्र में मसालेदार छाछ तैयार करने का अपना तरीका होता है। आइए दक्षिण भारत में छाछ बनाने यानी नीर मोर बनाने की विधि जानते हैं।
नीर मोर बनाने का तरीका
ब्लेंडर या ग्राइंडर जार में 1 कप दही, एक कप पानी, आधा चम्मच कटा अदरक, 1 कटी हुई हरी मिर्च, 6 से 7 कढ़ी पत्ता और स्वादानुसार नमक डालें।
अब इसे मुलायम होने तक ब्लेंड करें
अब इसमें 2 बड़े चम्मच बारीक हरा धनिया डालकर मिला लें। इसमें आप जीरा पाउडर भी भूनकर डाल सकते हैं.
फिर किसी बर्तन में छांछ को निकाल लें। जरूरत लगे तो थोड़ा पानी भी मिला सकते हैं।
अब इसमें तड़का लगाने के लिए छोटे पैन में तेल गर्म करके उसमें एक छोटी चम्मच राई डालकर चटकने दें और फिर एक चुटकी हींग डालें।
गर्म-गर्म इस तड़के को छांछ में मिला दें।
अब इसमें थोड़े बर्फ के टुकड़े भी मिला सकते हैं। बस तैयार है नीर मोर।
इस बार राम नवमी में आप खाना बनाने वाले हैं, तो रेसिपी यहां से देख लें। इस रेसिपी की मदद से जल्दी और असानी से आप लजीज खाना बनाकर भगवान राम को भोग लगाने और कंजक व घर वालों को खिला सकते हैं।
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