18 Apr 2022 | 1 min Read
Tinystep
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रिश्तों के बारे में इतना कुछ कहा लिखा जा चुका है की आप समझ नहीं पाते की क्या सच है क्या झूट। चलिए आज हमारे साथ पति पत्नी के समबन्ध को बेहतर समझिये। हमे पूरा विश्वास है की यहाँ लिखीं बातें आपने कभी न कभी ज़रूर अनुभव की होंगी क्योंकि यह उदाहरण हमने अपने आस पास से लेकर ही लिखें हैं।
5. शुरुवाती दिनों में पति-पत्नी के सम्बन्ध में जोश होता है
हर समबन्ध में ज़रूरी नहीं की शुरुवात से ही पति-पत्नी के बीच में प्यार हो। इसीलिए कुछ कपल्स में शादी होने के बाद धीरे धीरे प्यार जागना शुरू होता है। इसलिए अपने पार्टनर को समझने के लिए वक्त लें और उन्हें भी आपको समझने के लिए समय दें। एक दूसरे के अच्छे मित्र बनिए, एक दूसरे को इज़्ज़त दें,एक दूसरे का ख्याल रखें, एक दूसरे से बात करें और उनकी बातें सुनिए। प्यार खुद बी खुद पैदा होने लगेगा।
4. सुखी दम्पति की पसंद-नापसंद एक ही होती है
बहुत से लोगों का मानना है की जो शादीशुदा जोड़े आपस में हंसकर बात करते हैं, बाहर घूमने-फिरने जाते है और एक साथ खुश हैं उनकी पसंद नापसंद एक होती होगी। परन्तु ऐसा नही है क्योंकि हर इंसान की खुद की पहचान होती है। शादी से पहले वह अपना खुद का जीवन जी रहा होता है। ऐसा नहीं है की वह शादी के बाद बिल्कुल बदल जायेगा। दरअसल सुखी दंपती एक दूसरे के साथ समझौता और एडजस्टमेंट करते हैं जिस कारण वे सुखी नज़र आते हैं। उन्हें भी कोई चीज़ नहीं आती होगी परन्तु वे अपने पार्टनर के लिए कोम्प्रोमाईज़ कर लेते होंगे और एडजस्ट करके आगे बढ़ते होंगे।
3. सुखी कपल्स कभी झगड़ते नहीं
ऐसा हरगिज़ नहीं है। ध्यान रखिए की अगर दो लोगों में कभी मन-मुटाव या झगड़ा नहीं होता तो इसका मतलब है की वे या तो एक दूसरे की या फिर उस रिश्ते की परवाह ही नहीं करते। ऐसे में वे अपना कीमती समय बहस में क्यों ज़ाया करेंगे? पति पत्नी को जब एक दूसरे की फ़िक्र होती है, वे रिश्ते को संवारना चाहते हैं, रिश्ते की बेहतरी चाहते हैं तो ज़रूर मन-मुटाव या किसी मुद्दे में असहमती होने पर अवश्य चर्चा (discuss) करेंगे। वे एक दूसरे को रिश्ता सुधारने के लिए टिप्स देंगे। छोटे-मोटे झगड़े तो हर रेलशंशिप में होते हैं।
2. सुखी कपल्स एक दूसरे के घरवालों और मित्र को बहुत पसंद करते हैं
यह ज़रूरी नहीं की पति-पत्नी को एक दूसरे के सभी मित्र या रिश्तेदार पसंद हों। लेकिन शादी में सफल वही होते हैं जो अपनी नापसंद को छुपाये रखें और ऊपरी रूप से सभी से हंस कर मिलें। समय के साथ साथ कुछ लोगों के आपसी सम्बन्ध सुधर जाते हैं। और अगर ऐसा न हो तो आप उस व्यक्ति के ऊपर ध्यान देना बंद कर दें। अगर आपकी मुलाकात कभी कभार होती है तो हम यही सलाह देना चाहेंगे की अपनी भावनाओं पर काबू रखते हुए एक मैच्योर इंसान की तरह अदब से पेश आयें। दो पल की है ज़िन्दगी क्यों कोसने, रोने या नफरत में बिताये। हर लम्हा खुशनुमा बनाये रखने की कोशिश करें। ज़रूरी नहीं की आपके पार्टनर को आपके घरवाले/दोस्त पसंद आएं लेकिन इसके बावजूद उन्हें उनकी इज़्ज़त करनी चाहिए।
1. सुखी दम्पति हमेशा साथ रहते हैं
अगर आपको ऐसा लगता है की सुखी दम्पति (happy couples) एक दूसरे से अलग नहीं रह पाते या एक दूसरे से दूर नहीं रहते, तो यह आपका सबसे बड़ा भ्रम है। जो इंसान आत्म-निर्भर, स्वतंत्र और किसी के ऊपर निर्भर नहीं रहता वही दूसरों के लिए भी कुछ करने के काबिल होता है। ये एक दूसरे से अलग भी रह लेते हैं और अपनी प्रोफेशनल ज़िन्दगी में सफलता हासिल करते हैं। इसी तरह के लोग विवाह के बाद अपने पार्टनर के साथ न होने के बावजूद दिक्कतों का सामना अकेले करते हैं और विजयी होते हैं।
सबसे महत्वपूर्ण बात :
फिल्मों में परफेक्ट रिलेशन, परफेक्ट कपल दिखाए जाते हैं। हकीकत में ऐसा नहीं होता। दो लोगों में मन मुटाव हो सकते हैं। दरअसल आप जो हँसते-खेलते पति-पत्नी देखते हैं, घर में उनके बीच भी नोक झोक होती होगी लेकिन वे अपनी सूझबूझ से मामले को बड़ा होने से पहले ही सुलझा लेते हैं। आप भी अपनी समझदारी और चतुराई से अपनी पति के साथ सम्बन्ध मधुर बनाएं।
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जी हाँ, यह लम्हें आपकी ज़िन्दगी को और भी खूबसूरत बना देते हैं। यदि आपकी भी ज़िन्दगी आपके पति ने खुशनुमा बना दी है तो इसे ज़रूर शेयर करें –
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