13 Apr 2022 | 1 min Read
Tinystep
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जन्म देना एक खूबसूरत अनुभव है। महिलाएं इस इस पल के लिए खुद को तैयार करने के लिए खास क्लासिस लेती है। लेकिन अधिकतर महिलाएं शिशु को जन्म देने के बाद के दिनों के लिए तैयार होना भूल जाती है।
मातृत्व की शुरुआत और परवरिश की ऊहापोह में माताएं अपने आप को पूरी तरह भूल जाती है। शिशु के प्रति समर्पण सही है लेकिन वह अधिकतर उन बातों के प्रति अनजान होती है, जो उनके जीवन में आने वाली है।
यह है कुछ चीजें जो प्रसव के बाद होती हैं:
रक्त स्त्राव – आप प्रसव के बाद बेहद दर्द और रक्त स्त्राव वाले मासिक धर्म का अनुभव करेंगी,जिसे (lochia) कहा जाता है। आपको प्रवाह को नियंत्रित करने के लिए संभावता मैटरनिटी पैड का प्रयोग करना पड़ सकता है। शुरुआत में खून का रंग लाल होता है और धीरे धीरे यह गाढ़े भूरे रंग में बदलने लगता है। यह आमतौर पर प्रसव के दो से छ हफ्तों तक बना रहता है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है की आप किस प्रकार से डिलीवरी करती है यह चीज आपके साथ अवश्य होती है।
मल त्याग करने में परेशानी – प्रसव के पहली बार मल त्याग करना किसी भी मां के लिए डरावने सपने जैसा हो सकता है। यह आमतौर पर बेहद दर्दनाक होता है। उन माताओं की स्थिति की कल्पना करें, जो पूरी तरह हाइड्रेट नहीं होती है और ना ही स्टूल सौफ्टर्न का इस्तेमाल करती हैं। कई अस्पताल प्रसव के बाद पहली बार मल त्याग करने के बाद ही अस्पताल से छुट्टी देते हैं। और उन्हें अस्पताल में रूकना चाहिए ताकि तकलीफ़ को नियंत्रित किया जा सके।
आपको अपने साथी से नफ़रत होने लगती है – हालांकि आपका साथी पूरी गर्भावस्था के दौरान आपको बहुत सहयोग देते हैं लेकिन आपको इससे कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि आप उससे नफ़रत करने लगती है। वास्तव में इसमें किसी का कोई कसूर नहीं है क्योंकि एक मां शिशु के सबसे ज्यादा करीब होती है और उनका अधिकतर समय शिशु के साथ बीतता है। वह केवल वास्तविकता को स्वीकार रही है और व्यवहारिक बन रही है।
अवसाद (डिप्रेशन) – इसे पोस्टपार्टम डिप्रेशन यानी प्रसव के बाद होने वाली अवसाद की स्थिति कहा जाता है। इस दौरान आपके हार्मोन अपने चर्म पर होते हैं और आपके पूरे शारीरिक तंत्र को नियंत्रित करके रखते हैं। जिससे आप डिप्रेशन और बहुत ही ज्यादा उदासीनता महसूस करती है। आप अंत में ऐसी चीजों के लिए भी रोने लगती है जिसपर आपने कभी ध्यान नहीं दिया हो। जैसे अपने कपड़ों से मेल खाते जुराब ना मिलना।
दर्द – यह इसपर निर्भर करता है की जन्म देने के लिए आप कौन सा तरीका चुनती है,आप अपने शरीर में दर्द का अनुभव करेंगी। तो अगर आप सी-सेक्शन करवाती है तो कुछ हफ्तों तक आपको बहुत दर्द और असहजता का सामना करना पड़ेगा। लेकिन अगर आप बहुत ज्यादा दर्द का अनुभव करें तो फौरन डॉक्टर के पास जाएं।
आपकी योनि – योनि से शिशु को जन्म देना बहुत दर्दनाक हो सकता है और अंत में शिशु को बाहर निकालने के लिए धक्का देना, योनि में एक चीरे कि आवाज के साथ खत्म होता। इन जख्मों को भरने में समय लगता है लेकिन पेशाब करने के दौरान आप ज्यादा असहज महसूस करेंगी।
अकेलापन – जब आपके जीवन में शिशु आता है, तो आप अकेली नहीं होती है लेकिन क्या आपने कभी सोचा है की इसके बाद आप इतना अकेलापन क्यूं महसूस करती है? क्योंकि अब आप वह काम नहीं कर सकती हैं जो आप पहले किया करती थी। जैसे अपने दोस्तों के साथ समय बिताना, अपने साथी के साथ फिल्म देखना और जब मन आए,तब आराम करना।
आप केवल यह सीखने की कोशिश कर रहे हैं की एक अच्छे माता-पिता कैसे बना जाता है!
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