shishu ki sahi growth ke liye garbhvati mahilayon ka aahar chart

shishu ki sahi growth ke liye garbhvati mahilayon ka aahar chart

20 Apr 2022 | 1 min Read

Tinystep

Author | 2574 Articles


 सही तत्तव और पोषण प्रेगनेंसी में बहुत ज़रूरी होते हैं। सही पोषण आपके शिशु के विकास को प्रभावित करता है। हालाँकि “दो के लिए खाओ” यह कहना भी ठीक नहीं हैं। बल्कि प्रेगनेंसी में आपको ऐसा खाना खाना चाहिए जिसमे पोषण आम खाने से ज़्यादा मिल जाये, इसका मतलब यह नहीं की आप छमता से अधिक खाएं।

प्रेगनेंसी में गलत तरह के खाना खाने से कई दिक्कतें आ सकती हैं, दोनों, आप में और शिशु में। आपका असामान्य रूप से वज़न बढ़ना, पोषण की कमी, आदि। और शिशु में जैसे कम वज़न लेकर पैदा होना, विकलांग होना आदि। .

आंकड़े के अनुसार भारत में 50 स 90 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं में आयरन की कमी पायी गयी हैं। इसके साथ उनमें फोलेट, विटामिन D, विटामिन A, B 12 की भी कमियां पायीं गयी हैं।

शिशु की अच्छी स्वस्थ्य और आपकी सलामती के लिए, प्रेगनेंसी में संपूर्ण पोषण लेना अति आवश्यक है।

तो देखते हैं आपको क्या और कब खाना चाहिए –

1. प्रोटीन

प्रोटीन गर्भ में शिशु के विकास लिए बहुत आवश्यक है। यदि आप शाकाहार हैं तो आप दाल, मटर, सोया बीन आदि को अपने आहार में ज़रूर शामिल करें। दिन के अलग अलग समय में इसे लें।

2. कैल्शियम

यह शिशु की हड्डियों के विकास के लिए आवश्यक है।

दूध और दूध से बनी चीज़ें, पत्ता गोभी, सोया बीन आदि का सेवन करें।

3. आयरन

प्रेगनेंसी में अक्सर माताओं को खून की कमी हो सकती है। प्रेगनेंसी में आपकी पेट की मांसपेशियां खिचाती है। इस खिंचाव के लिए आयरन बहुत उपयोगी होता है और साथ ही शिशु के शरीर में खाना स्टोर करने के लिए भी इसकी ज़रूरत होती है। खून की कमी से बचने के लिए गर्भवती महिलाओं को आयरन ज़रूर लेना चाहिए।

हरी सब्जियां, दाल, बाजरा, रागी आदि आयरन से भरपूर होते हैं।

4. फोलेट

फोलेट की कमी से शिशु में कमी आ सकती है। खासकर इसे पहले तिमाही में लेना आवश्यक है।

इसके लिए पालक, पत्ता गोभी, अंडा आदि खाया जाता है।

5. विटामिन A

शिशु की ग्रोथ, देखने की शक्ति, रक्षाशक्ति आदि इसपर निर्भर करती हैं।

शिमला, आम, गाज़र, टमाटर, मछली, अंडा आदि में यह पाए जाते हैं।

6. विटामिन D

फोएटस की ग्रोथ और विकास के लिए इसे आहार में शामिल करना चाहिए।

वैसे तो यह मछली, दूध, अंडे आदि में पाए जाते हैं। लेकिन इनको पचाने के लिए धुप बहुत ज़रूरी होती है।

7. आयोडीन

शिशु के शारीरिक और दिमाग के विकास के लिए इसका होना बहुत ज़रूरी है।

मछली, नमक, दही, अंडे आदि में यह पर्याप्त मात्रा में मिल जाता है।

8. ओमेगा 3 फैट्स

शिशु की आँखों की शक्ति और दिमाग के विकास के लिए इसको आहार में शामिल करना चाहिए।

अखरोट, मछली, अलसी, बादाम आदि में यह पाया जाता है।

इनको कब लें, इसे आप ऊपर चार्ट से देख सकतें हैं।

और इस बात का ध्यान दें की यह एक स्वस्थ गर्भवती महिला को ध्यान में रख के बनाया गया है। कुछ अलग होने पर आप पहले अपने डॉक्टर से संपर्क करें। और इस बात का ध्यान दें की यह एक स्वस्थ गर्भवती महिला को ध्यान में रख के बनाया गया है। कुछ अलग होने पर आप पहले अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

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