12 Apr 2022 | 1 min Read
Tinystep
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टीका-करण शिशु को बीमारियों से बचाने के लिए किया जाता है लेकिन यह प्रक्रिया शिशुओं के लिए दर्दनाक होती है। यह आपको एक मां होने के नाते तकलीफ़ देता है और शिशु को भी।आप इस दर्द को कम नहीं कर सकती हैं लेकिन निश्चित रूप से टीका-करण के बाद उन्हें शांत करा सकती है। अपने आप को कुछ देर के लिए ख़ाली रखें। शिशु को सामान्य से अधिक ध्यान की जरूरत होती है। शिशु को अपने पास रखना उन्हें अच्छा महसूस कराने का सबसे बेहतर तरीका है। पिता भी अपने शिशु को बेहतर महसूस करा सकते हैं उनके साथ खेलकर या उन्हें दुलार कर के।
यह है पांच तरीके जो शिशु को टीकाकरण की प्रक्रिया के बाद शांत कराने में सहायक होते हैं:
शिशु को अपने पास रखें – जैसे ही टीकाकरण समाप्त होता है, फौरन अपने शिशु को गोद में उठाए और उसे अपने नज़दीक रखें। उन्हें आराम पहुंचाने के लिए जिस हिस्से पर टीका लगा है उसे सौम्यता से सहलाएं। शिशु को अपनी बाहों में और छाती के पास रखने से बहुत फर्क महसूस होगा और कुछ देर में उन्हें दर्द से भी राहत मिलेगी।
शिशु का ध्यान भटकाएं – जितना ज्यादा कोई दर्द के बारे में सोचता है उतना ही ज्यादा दर्द होता है। शिशु का ध्यान टीकाकरण से हटाकर किसी और चीज पर लगाने से वह उस दर्द के बारे में भूल जाएंगे जिससे वह गुज़र रहे हैं। उन्हें कोई खिलौना दें या उन्हें बाहर कोई पौधा, चिड़िया आदि दिखाएं। शिशु इस तरह की चीजें देखना पसंद करते हैं और रोना बंद कर के अपनी असहजता को भूल जाते हैं।
स्तनपान – कहा जाता है की भोजन आपको खुश करता है और आपकी सभी चिंताओं को दूर करता है,यह शिशुओं पर भी लागू होता है। शिशु को स्तनपान कराने से दर्द को कम करने में मदद मिलती है। कहा जाता है की स्तन के दूध में दर्द को कम करने वाले हार्मोन होते हैं,जो शिशु को दर्द से राहत दिलाते हैं और शांति से सोने में मदद करते हैं।
नम्बिंग क्रीम – टीका-करण के दर्द को कम करने के लिए बाजार में विभिन्न क्रीम मौजूद हैं। त्वचा को आराम पहुंचाने के लिए स्प्रे का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। उनमें कूलिंग इफैक्ट होता है जो कुछ ही सैकेंड में काम करता है। आप अपने डॉक्टर से ऐसी क्रीम के बारे में पूछ सकते हैं|
थोड़ी चीनी – चीनी को शिशुओं में टीका-करण का दर्द कम करने के लिए जाना जाता है। टीका-करण से पहले शिशु को चीनी देना या टीका-करण के दौरान उन्हें चीनी का घोल देना बहुत मददगार हो सकता है। वह इस प्रक्रिया की ओर ज्यादा ध्यान नहीं देंगे और उन्हें कम दर्द होगा।
जब शिशुओं को टीका-करण के लिए ले जाया जाता है तो देखा गया है की मां बहुत डरी हुई और चिंतित होती है। आपको शिशु को सहज महसूस कराने पर ध्यान देना चाहिए, और यह समझना चाहिए की टीका-करण उनके स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। शिशु को इसके बाद बुखार भी आ सकता है। यह सामान्य है और एक दो दिन में खुद ठीक हो जाएगा। आपको सिर्फ इतना करने की जरूरत है की साहसी बनें और अपने नन्हे मुन्ने के दर्द को कम करने का प्रयास करें।
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