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इन 10 स्टेप्स से बच्चे को सही तरीके से नहलाएं

इन 10 स्टेप्स से बच्चे को सही तरीके से नहलाएं

13 Apr 2022 | 1 min Read

Vinita Pangeni

Author | 549 Articles

बच्चे को नहलाना कोई बच्चों का खेल नहीं है। इस समय सतर्कता और सही तकनीक की जरूरत होती है। बच्चे को नहलाते समय हुई एक गलती से बच्चे की जान पर बन आती है या उसे चोट लग सकती है। जी हां, साबुन वाले हाथ से बच्चे के फिसलने या फर्श पर पड़े झाग से उसके गिरने का डर रहता है। इस बात की गंभीरता को समझते हुए बेबीचक्रा बच्चे को नहलाने के 10 स्टेप लेकर आया है।

आप इन स्टेप को फॉलो करके बच्चे को सही से नहला सकते हैं और उसकी सुरक्षा भी सुनिश्चित कर सकते हैं। चलिए, लेख में आगे बढ़ते हैं।

बच्चे को नहलाने के स्टेप 

बढ़ते बच्चे को हफ्ते में कई बार नहलाना होता है, ताकि उसे साफ रखा जा सके। अगर बच्चा रोज खेलते हुए बहुत गंदा हो जाता है या नहाने के समय इंजॉय करता है, तो आप उसे रोज नहला सकते हैं। लेकिन बच्चे को सही तरीके से नहलाना जरूरी है, जिसके बारे में हम आगे बता रहे हैं।

बच्चे को नहलाने का तरीका
बाथ टब में बच्चा नहाते हुए / स्रोत – फ्रीपिक

स्टेप 1 – जरूरत का सामान तैयार कर लें। आपको चाहिए होगा फिसलन से बचाने वाला मैट या मुलायम कपड़ा, सौम्य क्लींजर, गुनगुना पाना, मुलायम तौलिया, बेबी लोशन, बदलने के लिए मुलायम कपड़े और जरूरत हो तो डायपर।

स्टेप 2 – अब बच्चे को किसी टब में बैठा दें या किसी छोटे स्टूल में। अगर बच्चे को नहाना पसंद नहीं है, तो बाथ टब में या स्टूल के आसपास उसके पसंदीदा खिलौने रख सकते हैं।

स्टेप 3 – फिर नीचे एंटी-स्केट मैट बिछा लें। ताकि बच्चा खड़े होते हुए फिसले नहीं और न ही आप बच्चे को नहलाते हुए फिसलें।

स्टेप 4 – इतना करने के बाद पानी का तापमान जांच लें। बच्चे को नहलाना है, तो पानी का तापमान 48 °C से कम होना चाहिए।

स्टेप 5 – अब सबसे पहले बच्चे के पैरों पर पानी डालें। सीधे सिर से पानी कभी न डालें। यह नहलाने का एकदम गलत तरीका है।

स्टेप 6 – फिर धीरे-धीरे टब में बच्चे के सीने से नीचे तक पानी भर दें। अगर स्टूल में बच्चा बैठा हुआ है, तो धीरे-धीरे पैर के बाद शरीर के दूसरे अंगों को भिगोएं। इस दौरान बच्चे को सहारे की जरूरत हो, तो अपने एक हाथ से उसे सहारा दें। 

स्टेप 7 – इतना करने के बाद बच्चे के शरीर में सौम्य क्लींजर व बॉडी वॉश लगाएं। आप बेबीचक्रा का मॉइस्चराइजिंग बॉडी वॉश इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे खासतौर पर बच्चों के लिए बनाया गया है। यह बच्चे की त्वचा की नमी को बनाए रखते हुए शुष्कता से बचाता है। इस दौरान शिशु के कान और जननांगों को भी अच्छे से साफ करें। 

स्टेप 8 – अब साथ के साथ बच्चे के बालों पर बेबी सेफ शैम्पू का उपयोग करें। इसके लिए भी आप भरोसेमंद ब्रांड बेबीचक्रा का नेचुरल शैम्पू उपयोग में ला सकते हैं। यह बच्चे के बाल को मजबूती देता है। शैम्पू लगाने के बाद स्कैल्प में कुछ देर हल्के हाथों से मसाज करें।

स्टेप 9 – टब में मौजूद पानी को बाहर निकाल दें और साफ पानी से बच्चे पर डालें। अगर बच्चा स्टूल में बैठा है, तो उसपर भी साफ पानी डालें। 

स्टेप 10 – पानी से अच्छी तरह बच्चे को साफ करने के बाद उसे तौलिये से पोंछ लें। उसके बाद जरूरत के अनुसार उसे मॉश्चराइजिंग बॉडी लोशन या कोई प्राकृतिक तेल लगा दें, ताकि उसकी स्किन में नमी बनी रहे। फिर बच्चे को उसके पसंदीदा कपड़े पहना दें।

बच्चे को नहलाते समय इन बातों का रखे ध्यान – Safety at toddler bath time in hindi

  • बच्चे को नहलाना है, तो साबुन का इस्तेमाल न करें। साबुन आपके बच्चे की त्वचा को रूखा बना सकता है। यदि आवश्यक हो, तो एक सौम्य क्लीन्जर का उपयोग कर सकते हैं। 
  • अगर आपके बच्चे की त्वचा पहले से ही रूखी है, तो उसे कुछ देर ही गुनगुने पानी से स्नान कराएं। ज्यादा देर तक गुनगुने पानी में रहने से त्वचा का रूखापन बढ़ सकता है।
  • भले ही बच्चा बढ़ा हो रहा है, लेकिन उसे बाथरूम में या टब में अकेले नहाने के लिए न छोड़ें।
  • टब में पानी कभी भी गर्दन तक भरकर न रखें। संभव हो, तो बच्चे के बैठने के बाद ही उसमें पानी डालें और वो भी सिर्फ नाभि तक या उससे एक इंच ऊपर।
  • बाथरूम में रेजर या अन्य धारदार चीज हो, तो उसे बच्चे की पहुंच से दूर रखें।
  • बच्चे को नहलाते समय उसे हाथ से सहारा दें। सहारा देते समय यह सुनिश्चित करें कि आपके हाथों में क्लींजर की चिकनाहट न हो। वरना बच्चे के फिसलने का डर रहता है।
  • स्टूल में बच्चे को नहला रही हैं, तो उसे अपने दोनों पैरों के बीच में बैठाएं। आप जरूरत पड़ने पर बच्चे को तेजी से दोनों पैर का सहरा दे सकती हैं। इससे बच्चे को फिसलने से बचाया जा सकता है।

अक्सर बच्चे नहाते समय रोते हैं या उठ-उठकर भागने लगते हैं। इसकी एक बड़ी वजह बच्चे को ठीक से न नहलाना और साबुन का उपयोग करना हो सकता है। साबुन जब बच्चे की आंखों में जाता है, तो वो घबरा जाते हैं, क्योंकि उनकी कोमल आंखें जलने लगती हैं। ऐसे में न्यू पेरेंट्स लेख में बताए गए स्टेप अपनाते हुए और अपने बच्चे को नहलाना शुरू कर सकते हैं। 

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