video shishu ko vataran se parichit karwane ke tarike

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14 Apr 2022 | 1 min Read

Tinystep

Author | 2574 Articles

 

 

[youtube https://www.youtube.com/watch?v=UDLXYjaQ_7g]

बच्चे को दुनिया में लाने के ये सारे तरीके दिन के किसी भी समय आराम से इस्तेमाल किये जा सकते हैं जो की प्राकृतिक लेबर में मुमकिन नहीं हो पाता| ये सारे डेटा 2013 में US में पैदा हुए 90% बच्चों की जन्म पत्रिका से लिए गए हैं| उस रिसर्च से ये बातें पता चलीं:

– सी- सेक्शन से होने वाले बच्चों की पैदाइश शाम और एकदम सुबह के समय होती है

– प्राकृतिक रूप से योनि से होने वाली पैदाइश सुबह सवेरे होती है

– शनिवार और रविवार को बच्चे का जन्म देर शाम या सुबह सवेरे होता है

अगर हम दिन भर में जन्म लेने वाले बच्चे के बारे में सोचें तो 4.2% बच्चे हर घंटा पैदा होते हैं| बच्चों का अधिक जन्म सुबह के 8 बजे से दिन के समय पाया गया| ज़ादा सी-सेक्शन से होने वाले बच्चे का जन्म सुबह के 8 बजे(11.6%) और दिन के समय(7.4%) होता है|

जहा एक प्लान किया गया सी-सेक्शन में प्राकृतिक लेबर नहीं होता, लेबर का दर्द 8 बजे सुबह में अधिक हो जाता है और दिन होते होते कम हो जाता है| इमरजेंसी सी सेक्शन के समय लेबर का दर्द 5 बजे शाम में अधिक होता है और शाम के 7 बजते कम हो जाता है| प्राकृतिक तरीके से योनि से जन्म लेने में लेबर का दर्द सुबह सवेरे बढ़ता है और दिन के 3 बजे अधिक होजाता है और शाम के 6 बजते कम हो जाता है|

बच्चे को अस्पताल में जन्म देना और घर पे जन्म देना- जानिये दोनों में अंतर!

अगर बच्चे के जन्म घर में हो तो जादातर लेबर का दर्द दिन के समय होता है, जिसमें दिन के 3 बजे से सुबह के 4 बजे तक लेबर का दर्द होता है और सुबह के 6 बजे से दिन के 3 बजे तक कम हो जाता है| घर में जन्म एकदम सुबह के समय होता है जैसे सुबह के 1 बजे से 5 बजे के बीच में| इस हिसाब से इन समय पर अस्पताल में बहुत कम जन्म होते हैं|

इस खबर को पढ़ें और जानें आपका बच्चा किस समय पैदा होगा और इसे पोस्ट कर दूसरी गर्भवती माओं को भी जाने का मौका दें!

आपको अपना बचपन याद आ गया हो तो ज़रूर शेयर करें –

 

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