zyadatar bacche din ke is waqt janm lete hain

zyadatar bacche din ke is waqt janm lete hain

14 Apr 2022 | 1 min Read

Tinystep

Author | 2574 Articles


   बच्चे को दुनिया में लाने के ये सारे तरीके दिन के किसी भी समय आराम से इस्तेमाल किये जा सकते हैं जो की प्राकृतिक लेबर में मुमकिन नहीं हो पाता| ये सारे डेटा 2013 में US में पैदा हुए 90% बच्चों की जन्म पत्रिका से लिए गए हैं| उस रिसर्च से ये बातें पता चलीं:

.

 

 

– सी- सेक्शन से होने वाले बच्चों की पैदाइश शाम और एकदम सुबह के समय होती है

– प्राकृतिक रूप से योनि से होने वाली पैदाइश सुबह सवेरे होती है

 – शनिवार और रविवार को बच्चे का जन्म देर शाम या सुबह सवेरे होता है

 

 

 अगर हम दिन भर में जन्म लेने वाले बच्चे के बारे में सोचें तो 4.2% बच्चे हर घंटा पैदा होते हैं| बच्चों का अधिक जन्म सुबह के 8 बजे से दिन के समय पाया गया| ज़ादा सी-सेक्शन से होने वाले बच्चे का जन्म सुबह के 8 बजे(11.6%) और दिन के समय(7.4%) होता है|

 

जहा एक प्लान किया गया सी-सेक्शन में प्राकृतिक लेबर नहीं होता, लेबर का दर्द 8 बजे सुबह में अधिक हो जाता है और दिन होते होते कम हो जाता है| इमरजेंसी सी सेक्शन के समय लेबर का दर्द 5 बजे शाम में अधिक होता है और शाम के 7 बजते कम हो जाता है| प्राकृतिक तरीके से योनि से जन्म लेने में लेबर का दर्द सुबह सवेरे बढ़ता है और दिन के 3 बजे अधिक होजाता है और शाम के 6 बजते कम हो जाता है|

बच्चे को अस्पताल में जन्म देना और घर पे जन्म देना- जानिये दोनों में अंतर!

अगर बच्चे के जन्म घर में हो तो जादातर लेबर का दर्द दिन के समय होता है, जिसमें दिन के 3 बजे से सुबह के 4 बजे तक लेबर का दर्द होता है और सुबह के 6 बजे से दिन के 3 बजे तक कम हो जाता है| घर में जन्म एकदम सुबह के समय होता है जैसे सुबह के 1 बजे से 5 बजे के बीच में| इस हिसाब से इन समय पर अस्पताल में बहुत कम जन्म होते हैं|

इस खबर को पढ़ें और जानें आपका बच्चा किस समय पैदा होगा और इसे पोस्ट कर दूसरी गर्भवती माओं को भी जाने का मौका दें!

 

A

gallery
send-btn

Suggestions offered by doctors on BabyChakra are of advisory nature i.e., for educational and informational purposes only. Content posted on, created for, or compiled by BabyChakra is not intended or designed to replace your doctor's independent judgment about any symptom, condition, or the appropriateness or risks of a procedure or treatment for a given person.