बच्चों को कैसे सिखाएं अनुशासन ?

बच्चों को कैसे सिखाएं अनुशासन ?

19 Mar 2019 | 1 min Read

Vavita Bhardwaj

Author | 44 Articles

पहली बार बच्चे को बाहों में सँभालने का अहसास दुनिया की बाकी और खुशियों से खूबसूरत होता है। जैसे जैसे बच्चा बड़ा होता है उसके खाने का समय ,उसके सोने का समय और बाकी कामों की दिनचर्या बदलती रहती है। जबतक बच्चा एक से डेढ़ साल का रहता है , तब तक उसके पूरे दिन को नियोजित करना बहुत आसान रहता है क्यूंकि बच्चा दिन में कई बार थोड़े थोड़े अंतराल पर सोता है।

 

बच्चे उम्र के साथ अधिक स्वतंत्र होने लगते हैं और सभी काम स्वयं करने का प्रयास करते हैं। घर से बाहर जाने पर नयी नयी चीज़ों को देखकर ज़िद करते हैं। बात बात पर नाराज़ हो जाते है और अलग अलग तरीकों से अपनी बात मनवाते हैं। शुरआती 5 साल बच्चे की परवरिश के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। इस समय अंतराल के दौरान जो आदतें आप बच्चे को सिखाते हैं , वह काफी हद तक जीवनपर्यन्त बच्चे के साथ रहती हैं।

 

माता-पिता के रूप में, आपके बच्चे को अच्छा व्यवहार करना सिखाना आपकी ज़िम्मेदारी है । यह एक ऐसा काम है जिसमें समय और धैर्य लगता है। लेकिन, यह प्रभावी और स्वस्थ अनुशासन रणनीतियों को सीखने में मदद करता है।

 

नीचे दिए कुछ आसान तरीकों को अपनाकर ,आप अपने बच्चे को अनुशासन में रहना सिखा सकतें हैं :

1 .कोई भी काम पहले खुद करके बताएं :

 

बच्चों को शांत शब्दों और कार्यों के साथ गलत से सही सिखाएं।एक आदर्श व्यवहार जिसे आप अपने बच्चों में देखना चाहते हैं।

 

2. सीमाएं तय करे :

 

स्पष्ट और सरल नियम आपके बच्चे को अनुसरण के लिए सहज हो सकतें हैं। इन नियमों को आयु-उपयुक्त शब्दों में समझाना सुनिश्चित करें जो वे समझ सकते हैं।

 

3. प्रतिक्रिया दें :

 

शांत स्वाभाव से परिणामों की व्याख्या करें , अगर वे सिखाएं हुए तरीकों का पालन नहीं करते हैं । उदाहरण के लिए, उसे बताएं कि अगर वह अपने खिलौने नहीं उठाते हैं, तो आप उन्हें खिलौनों से खेलने नहीं देंगे । कुछ मिनटों के बाद उन्हें वापस देकर ना दें। याद रखें, कभी भी अपने बच्चे से कोई ऐसी चीज न लें, जैसे कि भोजन, किताबें ,सोने न देना।

 

4. उन्हें सुनें:

 

सुनना महत्वपूर्ण है। समस्या को हल करने में मदद करने से पहले अपने बच्चे को कहानी खत्म करने दें। ऐसे समय के लिए देखें जब दुर्व्यवहार का एक पैटर्न है, जैसे कि यदि आपका बच्चा ईर्ष्या महसूस कर रहा है। केवल प्रतिक्रिया देने के बजाय इस बारे में अपने बच्चे से बात करें।

 

5 . उन पर ध्यान दें :

 

प्रभावी अनुशासन के लिए सबसे शक्तिशाली उपकरण ध्यान है – अच्छे व्यवहार को सुदृढ़ करना और दूसरों को हतोत्साहित करना। याद रखें, सभी बच्चे अपने माता-पिता का ध्यान चाहते हैं।

 

6 . काम अच्छा होने पर तारीफ करें :

 

बच्चों का यह जानना ज़रूरी होता है जब वे कुछ बुरा करते हैं – और जब वे कुछ अच्छा करते हैं। अच्छे व्यवहार पर ध्यान दें और सफलता और अच्छी कोशिशों की प्रशंसा करें। उदाहरण के लिए, “वाह, आपने उस खिलौने को सही जगह पर रखकर बहुत अच्छा काम किया!”

 

7 . कब प्रतिक्रिया ना दें :

 

जब तक आपका बच्चा कुछ गलत नहीं कर रहा है और अच्छे व्यवहार के लिए बहुत ध्यान रखता है, तब तक बुरे व्यवहार की अनदेखी करना इसे रोकने का एक प्रभावी तरीका हो सकता है। बुरे व्यवहार को अनदेखा करना भी बच्चों को उनके कार्यों के प्राकृतिक परिणाम सिखा सकता है। जैसे अगर आपका बच्चा अपने खिलौने तोड़ता है तो जल्दी ही पास खेलने के लिए कोई खिलौना नहीं होगा । वो ये खुद समझेगा और अपने इस व्यवहार को रोक देगा।

8 . बुरे व्यवहार :

 

बुरे व्यवहार पर नज़र रखें कभी-कभी बच्चे गलत व्यवहार करते हैं क्योंकि वे ऊब गए हैं या वे कोई काम बेहतर तरीके से नहीं कर पा रहें हों । अपने बच्चे के लिए कुछ और खोजें।

 

किन तरीकों को ना अपनाएं !

 

1 . बच्चे से ऊँची आवाज़ में बात ना करें :

 

कोई भी बात कहने से पहले बच्चे के मन पर होने वाले प्रभाव का ध्यान रखें। 0 से 5 साल के बच्चे का मन बहुत भोला और मासूम होता है , कोशिश करें कोई भी बात आप उसे सही शब्दों और लहज़े से कहें

 

२. अनुचित शब्दों का इस्तमाल न करें :

 

कभी कभी गुस्से में बच्चे के सामने गलत शब्द निकल जातें हैं , याद रखें उम्र के इस पड़ाव पर बच्चे को प्यार और सरल की भाषा जल्दी समझ आती है।

 

३. शारीरिक दंड घातक साबित हो सकता है :

 

कोई भी काम गलत करने पर बच्चे को पास बैठाकर समझाएं। थप्पड़ मारना , हाथ मोड़ना या कान मरोड़ना बच्चे के दिमाग पर गलत असास कर सकता है।

 

आपका बच्चा जल्दी ही यह जानना शुरू कर देता है क्या करना सही है और क्या गलत , लेकिन यह देखने के लिए कि आप कैसे प्रतिक्रिया करते हैं, कुछ नियमों का परीक्षण कर सकते हैं। आपके द्वारा पसंद किए जाने वाले व्यवहारों पर ध्यान दें  और उनकी प्रशंसा करें जिन्हें आप हतोत्साहित करना चाहते हैं। जरूरत पड़ने पर एक अलग गतिविधि पर उन्हें दुबारा बताएं ।

 

नए कौशल और स्थितियों में महारत हासिल करने के लिए आपके बच्चे के नखरे और अधिक सामान्य हो सकते हैं। थक जाने या भूख लगने की तरह बच्चे के गुस्सा करने वाली आदत को समझें , और कोशिश करें की बच्चा सही समय पर खाना खाये और नींद ले।

 

बैनर छवि: familiesforlife

यह भी पढ़ें: डिलीवरी के बाद पोषक आहार में इन खाद्य पदार्थो को शामिल जरूर करें 

 

#babychakrahindi

A

gallery
send-btn

Related Topics for you

Suggestions offered by doctors on BabyChakra are of advisory nature i.e., for educational and informational purposes only. Content posted on, created for, or compiled by BabyChakra is not intended or designed to replace your doctor's independent judgment about any symptom, condition, or the appropriateness or risks of a procedure or treatment for a given person.