• Home  /  
  • Learn  /  
  • नई मां को दीवाली में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए
नई मां को दीवाली में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए

नई मां को दीवाली में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए

3 Nov 2021 | 1 min Read

Medically reviewed by

Author | Articles

दीवाली ऐसा त्यौहार है जो पांच दिनों तक चलता है। लेकिन दीवाली की थकान 10 दिनों बाद ही उतरती है। गर्भावस्था हो या फिर प्रसव के बाद दीवाली में इन बातों का ध्यान अवश्य रखें।

  • दीवाली के समय से ही सर्दियों की शुरुआत होने लगती है। नई मां के लिए पहली सर्दी का समय बहुत ही नाजुक होता है। इसलिए ठंड के समय अपने खाने पीने को लेकर कोई भी लापरवाही नहीं बरते। आप डाइट में वह चीजें ले जो सर्दियों से बचाव करती है। जैसे कि ड्राई फ्रूट का सेवन करना, गर्म पानी पीना, मेथी, अजवाइन इस तरह की चीजों का इस्तेमाल करे।
  • एक नई मां के लिए शिशु के साथ पहला त्यौहार बहुत ही खास होता है। बहुत से घरों में दीवाली में नए शिशु के आगमन पर कई तरह के रीति रिवाज किए जाते है। इनका अलग ही महत्व होता है जैसे कि नामकरण की परंपरा, अन्नप्राशन आदि।
  • दीवाली में आप अपने नवजात के लिए आरामदायक कपडे ही चुने। अक्सर शिशु बहुत भारी कपड़ों में सहज नहीं महसूस करते हैं।
  • दीवाली में सबसे ज्यादा मेहमानों का आना जाना रहता है। ऐसे में नवजात शिशु रोने लगते है, ऐसे में शिशु को अपनी सुविधा के अनुसार ही रखें।
  • त्यौहार में दीवाली की रौनक सबसे ज्यादा पांच दिन तक रहती है। पांच दिनों तक डाइट का ध्यान रखना आसान नहीं है। इसके लिए पहले से आप ऐसा डाइट प्लान करे जो आपकी सुविधा के अनुसार हो। जैसे कि आप फ्रूट सलाद, स्मूदी, डिटॅाक्ट ड्रिंक्स आदि। क्योंकि ये ना सिर्फ आपके लिए फायदेमंद होगी। बल्कि आपके घर आने वाले गेस्ट भी पसंद करेगे।
  • दीवाली में नए कपड़ों का अलग ही क्रेज होता है। जिसमें पारंपरिक परिधान की अलग ही बात होती है।
  • कोई भी त्यौहार मिठाई के बिना अधूरा है। खासतौर से दीवाली में मिठाई ना हो तो अधूरा सा लगता है। इसलिए शुगर फ्री मिठाई के भी विकल्प है। इसलिए अगर आप प्रसव के बाद बहुत ज्यादा मीठा नहीं खा पा रही हैं तो आप बिना शुगर की मिठाई खा सकती हैं।
  • नई मां के लिए अपने शिशु के साथ पहला त्यौहार बहुत ही खास होता है। इसलिए इस दीवाली कुछ ऐसा करें जिसमें बहुत कुछ अलग हो जैसे कि पयार्वरण की सुरक्षा। क्योंकि हमारे बच्चों के लिए प्रकृति किसी वरदान से कम नहीं है। इस दीवाली आप पांच पेड़ अवश्य लगाएं। जिससे हमारा पर्यावरण भी सुरक्षित रहे,और प्रदूषण से भी हम बचे रहे। दीवाली त्योहार है खुशियों का इसलिए अपनी प्रकृति को भी खुश रखें।

#swasthajeevan #momhealth #diwali

A

gallery
send-btn

Related Topics for you

Suggestions offered by doctors on BabyChakra are of advisory nature i.e., for educational and informational purposes only. Content posted on, created for, or compiled by BabyChakra is not intended or designed to replace your doctor's independent judgment about any symptom, condition, or the appropriateness or risks of a procedure or treatment for a given person.