16 Feb 2022 | 1 min Read
Ankita Mishra
Author | 279 Articles
कोरोनावायरस से बचाव में कोविड-19 वैक्सीन को कारगर माना गया है। क्या अन्य लोगों की ही तरह गर्भवती महिलाओं के लिए कोविड-19 वैक्सीन सुरक्षित है? इसके अलावा, क्या स्तनपान करा रहीं माताएं भी कोरोनावायरस का टीकाकरण करा सकती हैं? प्रेग्नेंसी में कोविड-19 वैक्सीन से जुड़े ऐसी ही कई सवाल हैं, जिनके बारे में हम यहां पर बता रहे हैं। इसे विस्तार से समझने के लिए अंत तक बने रहें हमारे साथ।
भारत में कोरोनावायरस से लड़ने के लिए दो टीकाकरण बनाया गया है, जिसमें कोविशील्ड (Covishield) और कोवैक्सीन (Covaxin) शामिल है। कोरोनावायरस के लिए कोविशील्ड वैक्सीन को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) और कोवैक्सीन को भारत बायोटेक लिमिटेड (Bharat Biotech Limited) द्वारा बनाया गया है।
कोरोनावायरस से बचाव के लिए इन दोनों ही वैक्सीन को भारत में सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (CDSCO) की तरफ से मान्यता मिली है।
निम्नलिखित स्थितियों में गर्भवती को कोविड-19 होने का खतरा अधिक बढ़ सकता है, जिसमें शामिल हैः
यह सबसे अहम सवाल है कि क्या गर्भवती महिलाओं के लिए कोविड-19 वैक्सीन सुरक्षित है! इसके अलावा स्तनपान कराने वाली माताओं के स्वास्थ्य पर कोरोनावायरस का टीकाकरण किस तरह का प्रभाव कर सकता है, यह भी हम जानेंगे।
इस पर जानकारी देने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार ने उचित गाइडलाइन जारी की है। इसमें बताया गया है कि उपलब्ध कोविड-19 वैक्सीन गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित हो सकती है। प्रेग्नेंसी में कोविड-19 वैक्सीन लगाने से गर्भवती महिला या गर्भ में पल रहे भ्रूण के स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव होने की संभावना अभी तक नहीं रिकॉर्ड की गई है।
इसी वजह से गर्भवती महिलाओं के लिए कोविड-19 वैक्सीन सुरक्षित मानी गई है। ध्यान रखें कि अगर गर्भवती महिला को पहले से ही कोई अन्य स्वास्थ्य संबंधी परेशानी है, तो प्रेग्नेंसी में कोरोना की वैक्सीन लेने से पहले उसे अपने डॉक्टर की उचित सलाह लेनी चाहिए।
जिस तरह अन्य टीकाकरण कराने से कुछ सामान्य लक्षण नजर आते हैं, उसी तरह गर्भावस्था में कोविड-19 वैक्सीन लगाने के बाद भी गर्भवती महिला में कुछ सामान्य लक्षण नजर आ सकते हैं, जैसेः
हर 5 से 1 गर्भवती महिला को प्रेग्नेंसी में कोरोना की वैक्सीन लगाने के बाद, इसके हल्के लक्षण नजर आ सकते हैं। अगर प्रेग्नेंसी में कोविड-19 वैक्सीन लगाने के बाद महिला अन्य लक्षण महसूस करती है या लक्षण गंभीर होते हैं, तो उसे तुंरत डॉक्टर को इस बारे में बताना चाहिए।
कोरोनावायरस का टीकाकरण कराने के गंभीर दुष्प्रभाव के लक्षण अगले 20 दिनों के अंदर दिखाई दे सकते हैं, जैसेः
ऊपर बताई गई स्थितियां गंभीर है। अगर प्रेग्नेंसी में कोरोना की वैक्सीन लगाने के बाद इनमें से कोई भी लक्षण गर्भवती महिला में दिखाई देते हैं, तो तत्काल प्रभाव से उसे डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
गर्भवती महिलाओं के लिए कोविड-19 वैक्सीन कोरोनावायरस से बचाव करने में मदद कर सकती हैं। इसका ध्यान रखना चाहिए कि कोरोनावायरस का टीकाकरण कराने के बाद भी उन्हें कोरोना गाइडलाइन को फॉलो करना चाहिए, जैसेः
अगर किसी किसी गर्भवती महिला को कोविड-19 पहले हो चुका है, तो उसे सबसे पहले अपनी स्वास्थ्य की रिकवरी पर ध्यान देना चाहिए। इस दौरान डॉक्टर द्वारा निर्देशित दवा का कोर्स पूरा करना चाहिए। वे शिशु के प्रसव के बाद स्वस्थ महसूस करने के तुरंत बाद कोविड-19 वैक्सीन लगवा सकती हैं।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के अनुसार, मौजूदा समय में कोविड-19 या कोरोनावयारस के जो भी वैरिंएट देखे गए है, उनसे गर्भपात के जुड़े मामले सामने नहीं आए हैं। साथ ही, गर्भावस्था में कोविड-19 होने का शिशु के स्वास्थ्य पर कैसा प्रभाव हो सकता है, इस पर अभी भी रिसर्च जारी है। अगर कोविड-19 होने पर गर्भवती महिला को सही उपचार न मिले, तो उसकी स्थिति नाजुक हो सकती है।
विभिन्न अध्ययनों व केस स्टडी के आधार पर यह कहा जा सकता है कि गर्भवती महिलाओं के लिए कोविड-19 वैक्सीन सुरक्षित हो सकती है। हालांकि, गर्भावस्था में कोविड-19 वैक्सीन लगाने से पहले महिला को अपने स्वास्थ्य से जुड़ी सारी जानकारी डॉक्टर को देनी चाहिए और डॉक्टर की देखरेख व उनकी सलाह पर ही प्रेग्नेंसी में कोरोना की वैक्सीन लगानी चाहिए।
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