चिलचिलाती धूप, प्रदूषण और इंफेक्शन के डर से माता-पिता बच्चों को प्ले ग्राउंड में खेलने देने से डरते हैं। लेकिन आउटडोर गेम जितना ही जरूरी, इंडोर गेम खेलना भी है। ये खेल बच्चों के मानसिक विकास में मदद करते हैं। साथ ही उनके सोचने की क्षमता को भी बढ़ाते हैं। इसलिए बच्चों को घर के अंदर खेले जाने वाले खेल खेलने के लिए भी प्रेरित करना चाहिए। इस लेख में हम कुछ ऐसे ही 3 इंडोर गेम के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें खेलना बच्चों के लिए अच्छा साबित होगा।
बच्चों के लिए घर में खेले जाने वाले खेल
आउटडोर गेम के साथ ही बच्चों के लिए ऐसे इंडोर गेम अच्छे माने जाते हैं, जिन्हें खेलने के लिए दिमाग लगाना हो और खेल की हर चाल सोच समझकर चलनी पड़े। इससे बच्चों का दिमाग के विकास में मदद मिलती है और ब्रेन शार्प भी होता है। ऐसे ही कुछ बेहतरीन इंडोर गेम्स के बारे में हम नीचे बता रहे हैं।
1. लूडो

लूडो एक अच्छा इंडोर गेम है, जिसे बच्चे लूडो बोर्ड या फोन पर खेलते हैं। इस गेम को दो, तीन या चार बच्चे साथ में खेल सकते हैं।
खेलने का तरीका :
- लूडो सेट व बोर्ड में बने अलग-अलग रंग के घर से खिलाड़ी को खेल शुरू करना होता है।
- खिलाड़ी का घर जिस रंग का होता है, उसे उसी रंग की गोटी मिलती है।
- हर खिलाड़ी के पास उसके घर के रंग की 4 गोटियां होती हैं और एक कॉमन डाइस।
- इस डाइस में 1 से लेकर 6 तक बिंदु बने होते हैं।
- पूरे खेल के दौरान खिलाड़ी को अपनी चारों गोटियों को बोर्ड के बीच वाले घर में पहुंचाना होता है।
- लूडो शुरू करने के लिए एक बच्चे को डाइस को हिलाकर नीचे फर्श पर फेकना होगा। अगर डाइस में 6 बिंदु वाला साइड आएगा, तो उसकी गोटी घर से निकलेगी।
- 6 बिंदु न आने पर दूसरे खिलाड़ी को मौका दिया जाता है।
- इस खेल के दौरान अगर किसी का 6 नंबर आता है, तो उसे फिर से खेलने का मौका मिलता है।
- अगर खेलते समय रास्ते में किसी दूसरे खिलाड़ी की गोटी मिलती है, तो उसे अपनी गोटी से काट सकते हैं। बशर्ते, आपकी गोटी के उतने अंक आए हों, जिससे आपकी गोटी दूसरी गोटी वाली ही जगह पर पहुंच जाए।
- इससे वह गोटी वापस अपने रंग के घर में चली जाएगी और उसे घर से निकालने के लिए 6 बिंदु लाने होंगे।
- बस गोटी को स्टार मार्क वाली जगह पर नहीं काटा जा सकता।
- खेलते-खेलते जिस खिलाड़ी की सारी गोटियां सबसे पहले बीच वाले घर में पहुंचती है, वो खेल जीत जाता है और जिसकी गोटी आखिर में वहां पहुंचती है, वो खेल हार जाता है।
2. वर्ड पजल गेम

इस खेल में अंग्रेजी के अल्फाबेट का उपयोग होता है। इनकी मदद से कोई ऐसी स्पेलिंग बनानी होती है, जिसका सही अर्थ निकलता हो या जो शब्दकोष यानी डिक्शनरी में मौजूद हो। साथ ही लोगों के नाम भी बना सकते हैं। हर स्पेलिंग के अनुसार ही खेल में प्वॉइंट मिलते हैं। इस खेल में जो ज्यादा प्वॉइन्ट बनाता है, वो खेल जीत जाता है। इससे बच्चों का दिमाग तेज होता है और उन्हें नए शब्दों के बारे में भी पता भी चलता है।
खेलने का तरीका :
- खेल के लिए एक वर्ड पजल बोर्ड की आवश्यकता होती है, जिसमें ए (A) से लेकर जेड (Z) तक अल्फाबेट होते हैं।
- 30 सेकंड के अंदर उन अल्फाबेट को जोड़कर शब्द बनाने होते हैं।
- फिर दूसरे खिलाड़ी का नंबर आता है।
- ऐसे करते-करते जो बच्चा 30 सेकेंड में सबसे ज्यादा शब्द बनाता है, वो खेल जीत जाता है।
- हर वर्ड पजल बोर्ड को खेलने का नियम अलग हो सकता है। इसलिए, किट में दिए गए नियम को पढ़कर ही बच्चों को यह खेल खिलाएं।
3. चेस

बच्चों के मस्तिष्क के लिए शतरंज यानी चेस से अच्छा और कोई खेल नहीं होता है। इस खेल में कुल प्यादे, सिपाही, हाथी, घोड़े, ऊंट, वजीर व राजा को मिलाकर 42 होते हैं। इन चेस पीस में से 16 पीस काले और 16 सफेद होते हैं। इस खेल को एक साथ दो बच्चे खेल सकते हैं।
खेलने का तरीका :
- सबसे पहले इसे खेलने के लिए चेस बोर्ड की जरूरत होगी।
- एक खिलाड़ी के प्यादे काले रंग के होंगे, दूसरे के सफेद रंग के।
- हर खिलाड़ी एक-एक करके अपनी चाल चलते हैं।
- इसे खेल में हर चेस पीस की अपनी एक चाल होती है और वो उसी चाल पर चलकर दूसरे खिलाड़ी के चेस पीस को गेम से बाहर करता है।
- इसमें सबसे आगे 8 छोटे प्यादे होते हैं, जो अपनी पहली चाल दो घर सीधी चलते हैं। उसके बाद एक घर ही चल पाते हैं।
- छोटे प्यादों के पीछे हाथी, घोड़ा, ऊंट, राजा और वजीर होते हैं।
- राजा की चाल एक घर आगे-पीछे, आड़ी-तिरछी और दाएं-बाएं होती है।
- हाथी की चाल दाएं, बाएं, आगे और पीछे एक साथ कई घर की होती है।
- ऊंट आड़ी-तिरछी चाल कई घर चलता है। बस ऊंट दूसरे रंग के घर में नहीं जा पाते।
- घोड़ा ढाई घर कहीं भी चल सकता है।
- वजीर को चेस में सबसे ताकतवर माना जाता है। यह घोड़े की चाल के अलावा सभी की चाल को चल सकता है।
- चेस में जो भी खिलाड़ी राजा को गेम से बाहर करता है वही खेल का विजेता होता है।
बच्चों के लिए इंडोर गेम खेलना उतना ही आवश्यक है, जितना पढ़ाई-लिखाई और पार्क में खेलना। इससे बच्चे बोर भी नहीं होते और उनका मस्तिष्क भी तेजी से विकसित होता है। इन खेलों को पैरेंट्स भी बच्चों के साथ खेल सकते हैं। यहां खेलने के नियम और तरीके भी बताए गए हैं। बस तो इन इंडोर गेम्स को अपने बच्चे संग खेलें या उन्हें दोस्तों संग ये गेम खेलने के लिए प्रोत्साहित करके उन्हें एंजॉय करते हुए देखें।