18 Feb 2022 | 1 min Read
Ankita Mishra
Author | 409 Articles
प्रेग्नेंट महिलाओं में भी कोरोना पॉजिटिव होने का केस देखा जा रहा है। ऐसे में कोरोना पॉजीटिव मां का दूध नवजात बच्चे को पिलाना चाहिए या नहीं, यह सवाल चिंता का विषय बन सकता है। इस लेख में हम आपको कोरोना के दौरान स्तनपान कराना चाहिए या नहीं, इसी से जुड़ी जानकारी दे रहे हैं। इस लेख में आप इस सवाल का जवाब तो पढ़ेंगे ही, साथ ही कोरोना महामारी के दौरान नवजात शिशु को स्तनपान कराते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, इसकी भी जानकारी विस्तार से पढ़ेंगे।
WHO यानी विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ ही, अन्य शोधों के मुताबिक, अगर कोई मां कोरोना वायरस (COVID-19) से संक्रमित है, तो वह अपने नवजात शिशु को स्तनपान करा सकती है। इन शोधों के अनुसार, अभी तक स्तनपान के जरिए शिशु में कोरोना के संक्रमण के मामले नहीं देखे गए हैं। ऐसे में अगर किसी महिला को प्रसव के करीबी दिनों में या शिशु के जन्म के बाद कोरोना होता है, तो उसका शिशु को स्तनपान कराना सुरक्षित माना जा सकता है।
इसके साथ ही, कोरोना के दौरान स्तनपान कराते समय मां के लिए कुछ जरूरी गाइडलाइन भी जारी की गई है, जिसका कोरोना महामारी के दौरान नवजात शिशु को स्तनपान कराते समय मां को ध्यान रखना चाहिए। इसके बारे में हमनें नीचे विस्तार से बताया है।
अभी तक मौजूदा अध्ययनों व केस से यह स्पष्ट होता है कि कोरोना पॉजिटिव मां का दूध नवजात शिशु के लिए संक्रामक नहीं हो सकता है। हालांकि, कोविड पॉजिटिव होने पर ब्रेस्ट फीडिंग के दौरान मां को शिशु की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखना चाहिए। इसके लिए वे निम्नलिखित बातों का ध्यान रख सकती हैं, जैसेः
1. ब्रेस्ट पंप का इस्तेमाल करना
अगर नई मां कोरोना पॉजिटिव है और उसे क्वारांटीन में रखा गया है, तो ऐसी स्थिति में वह शिशु को स्तनपान कराने के लिए ब्रेस्ट पंप का इस्तेमाल कर सकती है। इस दौरान ब्रेस्ट पंप की सफाई का ध्यान रखें। ब्रेस्ट पंप के इस्तेमाल से पहले अपने हाथों व स्तनों को अच्छे से साफ करें, ताकि ब्रेट पंप किए हुए मिल्क में कोरोना वायरस को पहुंचने से रोका जा सके।
2. मास्क पहनना
कोरोना महामारी होने के दौरान व इससे रिकवरी होने के बाद कम से कम 15 दिनों तक शिशु को स्तनपान कराते समय माँ को मास्क पहनना चाहिए। मास्क के इस्तेमाल से मां के जरिए शिशु में कोविड-19 के संक्रमण को फैलने से रोकने में मदद मिल सकती है।
3. हाथों का साफ रखना
जब भी कोरोना संक्रमित मां शिशु को स्तनपान कराएं, तो उन्हें शिशु को गोद में लेने से पहले अपने हाथों की सफाई का ध्यान रखना चाहिए। हाथों को साफ करने के लिए सैनिटाइजर, गुनगुने पानी, साबुन या हैंड वॉश का इस्तेमाल कर सकती हैं।
4. स्वच्छता का ध्यान
अस्पताल, घर या बच्चे के रहने के अन्य स्थानों के साथ ही, खुद के रहने के स्थान को साफ-सुथरा रखें। स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने से कोविड-19 पॉजिटिव होने पर ब्रेस्ट फीडिंग के दौरान शिशु के बीमार होने के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है।
5. ग्लव्स पहनें
गर्भावस्था के दौरान कोविड-19 होने पर जब भी शिशु को स्तनपान कराएं या ब्रेस्ट पंप में मिल्क रिलीज करें, तो उस दौरान हाथों में साफ ग्लव्स पहन कर रख सकती हैं। इन ग्लव्स का इस्तेमाल सिर्फ एक ही बार के लिए करें। अगली बार नए ग्लव्स का इस्तेमाल करें।
6. न करें स्किन-टू-स्किन कॉन्टेक्ट
बेहतर होगा कि कोरोना पॉजीटिव मां का दूध पिलाने के लिए ब्रेस्ट पंप मिल्क के इस्तेमाल को प्राथमिकता दें। हालांकि, अगर फिर भी कोरोना के दौरान स्तनपान करा रही हैं, तो इस दौरान शिशु के चेहरे को बार-बार न छुएं। न ही शिशु को किस करें और न ही उसके साथ खेलें।
शिशु को स्तनपान कराने के लिए तुरंत बाद उसे परिवार के अन्य सदस्यों को दें और उन्हें शिशु के कपड़े बदलकर दूसरे साफ कपड़े पहनाने के लिए कहें।
7. टिश्यू का इस्तेमाल
कोरोना महामारी के दौरान नवजात शिशु को स्तनपान कराते समय अगर मां को खांसी या छींक आती हैं, तो मास्क के ऊपर से भी मां को टिश्यू का इस्तेमाल करना चाहिए यानी मास्क लगा होने के बावजूद भी टिश्यू से अपना फेस ढंकना चाहिए।
कोरोना के दौरान स्तनपान कराते समय इस बात का विशेष ध्यान रहें कि दवाओं के कोर्स के साथ ही मां के आहार का भी ध्यान हो। पौष्टिक आहार न सिर्फ मां को जल्दी से रिकवरी करने में मदद करेंगे, बल्कि दूध के उत्पादन को बढ़ाने में भी मदद करेंगे। इस दौरान मां का हेल्दी डाइट मां व बच्चे के हेल्दी वेट को बनाने में मदद करेंगे और नवजात बच्चे में इम्यूनिटी के निर्माण में भी मदद करेंगे।
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