23 Feb 2022 | 1 min Read
Ankita Mishra
Author | 409 Articles
ऐसे कई पेरेंट्स हैं जिन्होंने अपने बच्चे का नींद में हंसना सुना और देखा है। जाहिर है किसी नवजात का इस तरह का व्यवहार पेरेंट्स को परेशान कर सकता है। यही वजह है कि इस लेख में हम बच्चे नींद में क्यों हंसते हैं, इसके पीछे की असल वजह बता रहे हैं। इस लेख को पढ़ने के बाद न सिर्फ आपको नींद में क्यों मुस्कुराते हैं बच्चे, इसका जवाब मिलेगा, बल्कि यह किसी बीमारी का संकेत हो सकता है, इसका भी पता लग पाएगा।
बच्चे नींद में क्यों हंसते हैं या सोते समय क्यों मुस्कुराते हैं बच्चे, इसकी एक वजह रेपिड आई मूवमेंट (Rapid Eye Movement) यानी रेम (REM) हो सकती है। अध्ययनों के अनुसार, अक्सर सोते समय अगर हंसता है, तो इसके पीछे की वजह रेम हो सकती है। अगर कोई सोते समय नींद में हंसता है, तो मेडिकल टर्म में उसे हायपोनेजली (Hypnogely) कहते हैं।
बच्चे के नींद में हंसने का अर्थ कुछ तरह के स्लीप बिहेवियर के कनेक्शन से जुड़े हो सकते हैं। सोते समय क्यों मुस्कुराते हैं बच्चे इनके बारे में नीचे बताया गया हैः
रैपिड आई मूवमेंट नींद से जुड़ा एक स्लीप बिहेवियर डिसऑर्डर का लक्षण है। आमतौर पर, नींद की अवस्था में आंखों का मूवमेंट होता रहता है। यानी इंसान नींद में सपने देख रहा होता है। ऐसे में कई बार बच्चे रेम स्लीप के दौरान सपना देखते हुए नींद में हंस भी सकते हैं।
कुछ मामलों में बच्चे के नींद में हंसने का अर्थ नॉन-रेम यानी नॉन-रैपिड आई मूवमेंट से भी जुड़ा हो सकता है। नॉन-रेम की समस्या 10 में से 2 लोगों में देखी जा सकती है। यह दोनों ही नींद के चरण होते हैं। इनमें नॉन-रेम नींद के पहले, दूसरे और तीसरे चरण से जुड़ा होता है। यहां नींद का लगभग 75% हिस्सा हो सकता है। यह नींद की शुरुआती अवस्था होती है। यानी इसकी संभावना अधिक है कि इस चरण में नींद जल्दी खुल सकती है।
रैपिड आई मूवमेंट यानी रेम स्लीप नींद के चरण का आखिरी हिस्सा होता है। इस दौरान आंखों का मूवमेंट तेज हो जाता है। यानी नींद के दौरान, बंद आंखें जल्दी-जल्दी मूव करती रहती हैं। रेम स्लीप को नींद की गहरी अवस्था भी हो सकती है। ऐसे में जब इस दौरान सपना आता है, तो सपने में सबकुछ असल लगता है। यानि इस अवस्था में कोई अच्छा सपना आने पर बच्चा नींद में हंसना शुरू कर देता है।
नींद में हंसना रेट सिंड्रोम (Rett Syndrome) के कारण भी सकता है। हालांकि, यह एक दुर्लभ बीमारी है। प्रति एक हजार बच्चों में से एक बच्चे को इसकी समस्या हो सकती है। यह एक जन्मजात डिसऑर्डर है, जो बच्चों में विकास संबंधी समस्याएं उत्पन्न कर सकता है। हालांकि, इसके होने पर बच्चे का नींद में हंसना, दांत पीसना, रात में चीखना या सोते समय दौरे आने के लक्षणों से भी जुड़ा हो सकता है।
बच्चे के नींद में हंसने का अर्थ किसी भावनात्मक लगाव का प्रतीक होता है या नहीं, वैज्ञानिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती है। हालांकि, ऐसा माना जाता है कि अगर बच्चा सो रहा हो और उसके आस-पास उसके पेरेंट्स या अन्य करीबी व्यक्तियों की आवाज सुनाई दे, तो इस आवाज को सुनकर भी कई बार बच्चे सोते हुए हंसते की प्रतिक्रिया कर सकते हैं।
आमतौर पर, बच्चे नींद में क्यों हंसते हैं इसे लेकर चिंता जैसी स्थिति नहीं मानी जा सकती है। यह सामान्य हो सकता है और वयस्कों लोगों में भी नींद में सोने के दौरान हंसने की आदत देखी जा सकती है। अगर नियमित रूप से बच्चे को नींद में हंसी आना चालू रहता है या नींद में छोटे बच्चों का हंसना नहीं रूकता है, तो ऐसी स्थिति में डॉक्टर से संपर्क किया जा सकता है।
इसके अलावा, नींद में कुछ छोटे बच्चों का हंसना लगातार जारी रह सकता है, जिससे कई बार उन्हें सांस लेने में भी तकलीफ हो सकती है। इसके अलावा, अगर बच्चे में नींद में हंसने के साथ ही, दांत पीसना, सोते समय दौरे आना या डर कर उसका चीखना जारी रहता है, तो तत्काल डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
बच्चे के नींद में हंसने का अर्थ कई स्थितियों से जुड़ा हो सकता है, इसलिए पेरेंट्स को इतना ध्यान रखना चाहिए कि उनका बच्चा सोते समय कब, कितनी बार व किस तरह से हंसता है। अगर पेरेंट्स इसकी स्पष्ट जानकारी रखेंगे, तो वे आसानी से समझ सकते हैं कि उनके बच्चे नींद में क्यों हंसते हैं।
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